अमरनाथ हादसा: तीर्थ यात्रियों के लिए देवदूत बनकर आए सेना के जवान, ऐसे बचाई जान

नवजीवन डेस्क

बचाव कार्य में 100 से अधिक बचावकर्मियों के साथ एनडीआरएफ की 4 टीमें लगी हैं। इसके अलावा, भारतीय सेना, एसडीआरएफ, सीआरपीएफ और अन्य बचाव कार्य में लगे हैं।
भारतीय वायु सेना ने अमरनाथ गुफा स्थल में बचाव कार्यों के लिए श्रीनगर से 2-2 एएलएच ध्रुव और एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं।
अमरनाथ यात्रा के लिए पहुंचे तीर्थ यात्रियों की मदद में जवान जुटे हुए हैं।
मलबे में कई यात्रियों को भागने का भी मौका नहीं मिला और वे वहीं दब गए।
बचाव दल ने रेस्क्यू करके बाढ़ में फंसे लोगों को निकाला। इस हादसे में घायल लोगों का उपचार किया जा रहा है।
घायलों को बचाने और लापता यात्रियों की तलाश के लिए 6 टीमें लगाई गई हैं।
ITBP ने मार्ग खोलने और सुरक्षा दलों को निचली पवित्र गुफा से पंजतरणी तक विस्तारित किया है। करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
घायलों में से 10 लोगों को अमरनाथ गुफा के पास ही मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जा रहा है जबकि 13 को सेना के आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया है।
25 घायलों को एस ए एस बी अस्पताल में इलाज दिया जा रहा है।
सेना की 6 टुकड़ियां राहत और बचाव कार्य में जुटी है जिनमें सेना के अधिकारी और जेसीओ को मिलाकर 58 लोग शामिल है।
मरीजों की देखभाल के लिए 28 डॉक्‍टर, 98 पैरामेडिकल स्‍टाफ और 16 एंबुलेंस को काम ड्यूटी पर लगाया गया है।
खराब मौसम के बावजूद सभी सुरक्षा एजेंसियां लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन भी लगातार जारी है।