पंजाब पुलिस की वर्दी के साथ धरा गया सिद्धू मूसेवाला का शूटर, 19 साल का है सबसे नजदीक से गोली मारने वाला अंकित

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंकित और सचिन नाम के दो आरोपियों को दिल्ली के कश्मीरी से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद दो और लोग इनके टारगेट पर थे।

फोटो: विपिन
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नवजीवन डेस्क

सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड में शामिल कई शूटर्स गिरफ्तार हो चुके हैं। रविवार की रात (3 जुलाई) दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अंकित और सचिन नाम के दो आरोपियों को दिल्ली के कश्मीरी से गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद दो और लोग इनके टारगेट पर थे। इन दोनों की हत्या के बाद इनका विदेश भागने का प्लान था।

फोटो: विपिन
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दिल्ली पुलिस इन शूटर्स की तलाश कई राज्यों में रह रही थी। पुलिस के मुताबिक सोनीपत का रहने वाला अंकित सिरसा की उम्र 19 साल है। अंकित मॉड्यूल का सबसे छोटा शूटर्स था। यह उसकी पहली हत्या थी। इससे पहले उसने किसी की जान नहीं ली थी। इसके अलावा अंकित का दोस्त सचिन भिवानी को गिरफ्तार किया है, जिसने इन आरोपियों को छिपने का आश्रय दिया था और शूटर्स की मदद की थी। एक शूटर प्रियव्रत उर्फ फौजी को दिल्ली पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। इन दोनों ने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था।

फोटो: विपिन
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ये शूटर्स पुलिस की पकड़ से बचने के लिए लगातार अपना लोकेशन बदल रहे थे। इन लोगों ने करीब 35 लोकेशन बदली है। आरोपियों को पता था कि उनके पीछे कई एजेंसिया लगी हुई हैं। ये आरोपी छिपने के लिए फतेहाबाद, पिलानी, बिलासपुर, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और कच्छ पहुंचे थे और कहीं भी 24 घंटे से ज्यादा नहीं रुके।

अंकित कच्छ में प्रियव्रत के उर्फ फौजी के साथ था, लेकिन फिर वहीं से वो उससे अलग हो गया था, क्योंकि फौजी बिना मास्क के ही घूमने लगा था। अंकित ने पकड़े जाने के डर से फौजी से अलग होने का फैसला किया। हालांकि पुलिस की पकड़ से बचने के लिए फौजी ने अपना हुलिया भी बदला था।

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इन दोनों के पास से एक 9MM की पिस्टल, 10 जिंदा कारतूस, एक .30MM की पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस मिले हैं। पुलिस को आरोपियों के पास से पंजाब पुलिस की वर्दी मिली है। आरोपियों ने इस वर्दी को वारदात में इस्तेमाल करने की सोच रखी थी। फिर आरोपियों ने सोचा कि फरार होने के दौरान वह वर्दी पहन सकते हैं। इसलिए वर्दी को अपने पास रखा था।

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