यूपी: गैंगरेप पीड़ित कानून की छात्रा ने की खुदकुशी, आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से थी आहत, सवालों में पुलिस

बुलंदशहर में छात्रा की खुदकुशी के बाद पुलिस महके में हड़कंप मच गया है। योगी की पुलिस अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी दरोगा विजय राठी को निलंबित कर दिया है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं, महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर पुलिस की कार्यशैली में भी कोई सुधार नहीं दिख रहा है। योगी की पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है। बुलंदशहर में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आहत गैंगरेप पीड़िता नें खुदकुशी कर ली है। बताया जा रहा है कि मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। सुसाइड नोट में पीड़िता ने अपने साथ हुई घटनाओं के बारे में विस्तार से जिक्र किया है। उसने लिखा है कि केस दर्ज करने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। इससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर ली।

छात्रा की खुदकुशी के बाद पुलिस महके में हड़कंप मच गया है। योगी की पुलिस अब डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी दरोगा विजय राठी को निलंबित कर दिया है। साथ ही एसपी क्राइम को सीओ अतुल चौबे और थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष सिंह की भूमिका की जांच कर 24 घंटे में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।


बताया जा रहा है कि अनूपशहर थाना क्षेत्र की रहने वाली 19 साल की युवती बीए एलएलबी प्रथम वर्ष की छात्रा थी। आरोप है कि तीन अक्टूबर को बैंक जाते समय गांव का के ही रहने वाले युवक ने उसका अपहरण कर दुष्कर्म की कोशिश की थी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी। केस दर्ज होने पर आरोपी ने माफी मांग ली थी, जिस पर पीड़िता ने उसे माफ कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। इसके बाद आरोपी 16 अक्तूबर की सुबह उसे बहाने से बुलाकर ले गया और साथियों के साथ मिलकर उसके साथ गैंगरेप किया और वीडियो बना ली।

इस मामले में पीड़िता ने 24 अक्तूबर को आरोपी, लच्छमपुर के प्रधान के पुत्र अबरार और छर्रा थाना क्षेत्र निवासी मुबीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। सभी आरोप खुलेआम घूम रहे थे। इससे पीड़िता आहत थी। परिजनों के मुताबिक, सोमवार को उसने अपने कमरे में जाकर चुनरी से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। वहीं, दूसरी ओर छात्रा की खुदुकशी की के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अब पुलिस दबिश दे रही है।

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