पुलवामा हमले पर ममता का आरोप, ‘राजनीतिक फायदा उठाना चाहती थी मोदी सरकार, जानकारी के बावजूद नहीं उठाया जरूरी कदम’ 

ममता ने कहा, “जवानों को मरने के लिए क्यों छोड़ दिया? यह इसलिए क्योंकि आप चुनावों से पहले मामले का राजनीतिकरण करना चाहते थे। हमारे जवानों के खून का इस तरह राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।”

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अगामी लोकसभा चुनावों से पहले सीआरपीएफ के शहीद जवानों के खून से राजनीति करने का आरोप लगाया है। ममता ने दावा किया कि, 'केंद्र सरकार को 14 फरवरी को पुलवामा में हुए हमले की जानकारी पहले से थी।'

ममता ने हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए एक साथ 2,500 जवानों को ले जाने के फैसले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जवानों को हवाई मार्ग से भेजा जाना चाहिए था पर ऐसा नहीं किया गया। इतना ही नहीं उनके मार्ग की उचित जांच और नाका जांच किए बिना ही काफिले में यात्रा करने की अनुमति दी गई।

ममता ने पीएम मोदी से पूछा, "मोदी-बाबू, हमले (पुलवामा हमला) के समय आप कहां थे?"

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस पार्टी की विस्तारित कोर कमेटी की बैठक में बोलते हुए कहा, "आपको पहले से पता था कि यह घटना होगी। आपके पास पहले से जानकारी थी।"

उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार के पास इस संबंध में खुफिया जानकारी थी। फिर जवानों को उस दिन हवाई मार्ग से क्यों नहीं जाने दिया गया? काफिले के मार्ग की नाका जांच क्यों नहीं की गई?"

ममता ने कहा, "जवानों को मरने के लिए क्यों छोड़ दिया? यह इसलिए क्योंकि आप चुनावों से पहले मामले का राजनीतिकरण करना चाहते थे। हमारे जवानों के खून का इस तरह राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।"

बनर्जी ने मोदी को ताना मारते हुए दावा किया कि वे (मोदी) शांति के संदेशवाहक होने का नाटक करते हैं वहीं उनकी पार्टी गुप्त रूप से देश में युद्ध समान परिस्थितियां पैदा करना चाहती हैं और दंगा शुरू कर देती है।

बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलावा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। खुफिया एजेंसी ने 8 फरवरी को ही हमले का अलर्ट जारी किया था। सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था कि किसी भी जगह पर तैनाती से पहले पूरे इलाके को अच्छी तरह से सुरक्षित कर लिया जाए, क्योंकि ऐसी सूचना मिली है कि आईईडी का इस्तेमाल हमले के लिए किया जा सकता है।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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