दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को ईडी ने किया गिरफ्तार, AAP का आरोप- फर्जी मामले में फंसाया गया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उनकी गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी सरकरा पर सवाल उठाए हैं।

फोटो:  सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उनकी गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी सरकरा पर सवाल उठाए हैं। पार्टी कहा है कि सत्येंद्र जैन को फर्जी मामले में गिरफ्तार किया गया है। पार्टी नेता संजय सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी हार रही है इसलिए उन्हें इस केस में फंसाया गया है।

संजय सिंह ने कहा, 'प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 8 साल पुराने एक फर्ज़ी मामले में सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार किया है। इस मामले में वे 7 बार ED के सामने पेश हो चुके हैं। CBI ने भी उनको इस मामले में क्लीन चिट दी है।' उन्होंने आगे कहा कि, 'सत्येंद्र जैन जैसे ही हिमाचल प्रदेश के इनचार्ज बनाए जाते हैं वैसे ही भारतीय जनता पार्टी के पेट में दर्द हो जाता है। भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश में चुनाव हार रही है इसलिए उनकी फर्ज़ी मामले में गिरफ़्तारी की गई है।' संजय सिंह ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको 8 साल से गिरफ़्तारी की याद नहीं आई? ऐसी बड़ी एजेंसी ED-ED चिलाते रहते हो। ऐसी जांच एजेंसी को बंद कर देना चाहिए जो 8 साल में एक मामले का निपटारा न कर सके। BJP हिमचाल प्रदेश हार रही है तब आप गिरफ़्तारी कर रहे हो, AAP को बदनाम करने के लिए ड्रामा-नौटंकी कर रहे हो।


बता दें कि ईडी ने हाल ही में अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेजे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, स्वाति जैन, सुशीला जैन और इंदु जैन की 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। तीनों महिलाएं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री की रिश्तेदार हैं।

ईडी के सूत्रों ने कहा कि उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) मामले की जांच के दौरान पता चला कि 2015-16 की अवधि के दौरान, जब जैन एक लोक सेवक थे, उनके स्वामित्व और नियंत्रण वाली उपरोक्त कंपनियों को हवाला मार्ग के माध्यम से कोलकाता स्थित प्रवेश ऑपरेटरों को हस्तांतरित नकद के बदले शैल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये की आवास प्रविष्टियां (एकोमॉडेशन एंट्रीज) प्राप्त हुईं।


आरोप है कि इन राशियों का उपयोग भूमि की सीधी खरीद के लिए या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए लिए गए ऋण की अदायगी के लिए किया गया था।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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