जम्मू-कश्मीर: घाटी में प्रतिबंध से राहत, 5 जिलों में 7 दिन के लिए बहाल हुई 2जी इंटरनेट सेवा

मंगलवार को प्रशासन ने घाटी के सभी होटलों, शिक्षण संस्थानों और यात्रा प्रतिष्ठानों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा शुरु करने के आदेश जारी किए थे। साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में RTI के सभी प्रावधानों को लागू करने की घोषणा की थी।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

करीब 5 महीने से प्रतिबंध की मार झेल रहे जम्मू-कश्मीर के लोगों को फिलहाल थोड़ी राहत मिली है। घाटी में 7 दिनों के लिए 2जी इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक घाटी के जम्मू, काठुआ, उधमपुर, सांबा और रेसी जिले में आज से ई-बैंकिंग और सभी वैध वेबसाइटों के लिए पोस्ट पेड मोबाइल फोन पर 2जी इंटरनेट सेवा फिर से शुरू की गई है। फिलहाल अगले संशोधन तक ये सेवाएं 7 दिनों के लिए ही बहाल की गई हैं। हलांकि जरूरत के मुताबिक इस अवधी को घटाया या बढ़ाया जा सकता है।

होटलों और शैक्षणिक संस्थानों में ब्रॉडबैंड

इससे पहले मंगलवार को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने घाटी के सभी होटलों, शिक्षण संस्थानों और यात्रा प्रतिष्ठानों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा शुरु करने के आदेश जारी किए थे। साथ ही केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में आरटीआई के सभी प्रावधानों को भी लागू करने की घोषणा की थी।


सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे आदेश

गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में पाबंदियों को हटाए जाने की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को अपने सभी आदेशों पर 7 दिन के अंदर एक बार फिर से गौर करने के लिए कहा था। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एनवी रमण, जस्टिस आर सुभाष रेड्डी और जस्टिस बी आर गवई की तीन सदस्यीय पीठ ने इन प्रतिबंधों को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए कहा था कि सरकार जल्द ही घाटी से गैर जरूरी आदेशों को वापस ले। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने घाटी के कुछ इलाकों में जरुरत के मुताबिक इंटरनेट सेवाएं फिर से बहाल करने के आदेश भी दिए थे। इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी आदेश दिया था कि सरकार घाटी में ई-बैंकिंग और ट्रेड सर्विस को जल्द शुरू करे।

इंटरनेट बैन के मामले में भारत तीसरे स्थान पर

बता दें कि इंटरनेट बंद के होने से भारत का काफी नुकसान हुआ है। आंकड़ों की बात करें तो नुकसान उठाने वाले देशों में भारत तीसरे स्थान पर है। भारत से ऊपर ईराक और सूडान है। इंटरनेटशटडाउंस डॉट इन के मुताबिक 2012 से लेकर 2019 तक भारत में कुल 379 बार इंटरनेट बंद किया गया। केवल 2019 में ही 103 बार इंटरनेट को बंद किया गया। वहीं इंटरनेट पर सबसे अधिक प्रतिबंध जम्मू-कश्मीर में 180 बार लगाया गया है। साल 2018 में देशभर में 134 बार इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा था।


इंटरनेट बैन से देश को हुआ करोड़ों का नुकसान

बीते दिनों की बात करें तो CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली और यूपी समते कई जगहों पर इंटरनेट को बंद किया गया था। आंड़कों के मुताबिक, साल 2019 में देशभर में करीब 4,196 घंटें इंटरनेट बंद रहा, जिसके चलते देश को करीब 9,245 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक स्तर पर इंटरनेट बंद होने से साल 2019 में 8.05 बिलियन डॉलर (5,72,69 करोड़ रुपए) का नुकसान उठाना पड़ा। यह नुकसान साल 2015-16 की तुलना में साल 2019 में 235 फीसदी बढ़ा है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia