राहुल, प्रियंका, अखिलेश समेत कई बड़े नेता हाथरस जाने को तैयार, आखिर क्यों परिवार से मिलने नहीं दे रही योगी सरकार?

उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हुए दुष्कर्म के बाद मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज एक बार फिर वहां पर गहमागहमी के आसार बनते दिख रहे हैं।

फोटो: @INC
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ हुए दुष्कर्म के बाद मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज एक बार फिर वहां पर गहमागहमी के आसार बनते दिख रहे हैं। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बाद शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी तथा अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलेंगे।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथाकथित दुष्कर्म पीड़ित के परिवार से मिलने शनिवार को हाथरस जा सकते हैं। शनिवार दोपहर को उनका काफिला नोएडा डीएनडी पहुंचेगा। इसके बाद यमुना एक्सप्रेस-वे होते हुए हाथरस जाएगा। इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राहुल गांधी हाथरस जाने के लिए दिल्ली से रवाना हुए थे। इसे देखते हुए उत्तर पदेश कांगेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हाउस अरेस्ट किया गया है।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती।' कांग्रेस नेता ने कहा, 'इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ उप्र सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं। किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए।"


समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को हाथरस के बूलगढ़ी गांव जाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वहां हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलेंगे। माना जा रहा है कि अखिलेश यादव पीड़ित परिवार के इंसाफ के लिए कल ही संघर्ष शुरू करेंगे। फिलहाल अखिलेश यादव बाहर है। दिल्ली से ही पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस जाएंगे।

इससे पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर युवती की हत्या की घटना में लचर जांच के दोषी एसपी, हाथरस विक्रांत वीर और तत्कालीन सीओ राम शब्द समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया। इन सभी को निलंबित करने का फैसला एसआइटी की पहली जांच रिपोर्ट मिलने के बाद किया गया।

इसके साथ ही गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंड पीठ ने हाथरस की घटना का स्वत: संज्ञान लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए थे। हाई कोर्ट ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी, डीएम हाथरस प्रवीण कुमार व तत्कालीन एसपी विक्रांत वीर को 12 अक्टूबर को तलब किया है। पुलिस ने मीडिया को पीड़ित परिवार से मिलने की इजाजत दे दी है। पीड़ित परिवार ने साफ कर दिया है कि वह नाकरे टेस्ट नहीं कराएंगे।


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के चंदपा क्षेत्र में 14 सितंबर को एक युवती पर उस समय जानलेवा हमला हुआ था, जब वह मां के साथ खेत में चारा लेने गई थी। मां की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही चार आरोपियों के खिलाफ जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। बाद में बयान के आधार दुष्कर्म की भी धारा जोड़ी गई। हालांकि पुलिस का दावा है कि फोरेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस इस मामले में चारों आरोपियों को जेल भेज चुकी है।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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