IPL 13: आसान नहीं IPL 2020 का ‘किंग’ बनना, हालातों से पार पाने वाली टीम के सिर सजेगा जीत का सेहरा

यूएई की पिचें धीमी और स्पिनरों की मददगार होती है लेकिन यहां बल्लेबाजों को भी मदद मिलने की उम्मीद है। शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है लेकिन थोड़ा समय बीत जाने के बाद तब गेंदबाजों को वैरिएशन के माध्यम से बल्लेबाजों से बचना होगा।

फोटो: सोशल मीडिया
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आईएएनएस

महीनों की अनिश्चितता के बाद इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का 13वां सीजन शनिवार से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में शुरू हो रहा है। यूएई वो जगह है जहां कई खिलाड़ी अभी तक खेले नहीं हैं और पहली बार वहां की पिचों पर अपनी किस्मत आजमाएंगे। आईपीएल के इतिहास में यह दूसरी बार है कि पूरा आईपीएल भारत के बाहर आयोजित किया जाएगा। इससे पहले 2009 में लोकसभा चुनावों के कारण आईपीएल का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में किया गया था। वहीं 2014 में आईपीएल का पहला हाफ यूएई में खेले गया था और इसका कारण भी लोकसभा चुनाव थे।

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वैसे तो आईपीएल का आयोजन 29 मार्च से भारत में ही होना था लेकिन कोविड-19 के कारण इसे टाल दिया और फिर इसके होने, ना होने पर काले बदाल मंडराते रहे। बीसीसीआई टी-20 विश्व कप स्थगित होने के बाद इसके लिए विंडो निकालने में सफल रही और अब यूएई के तीन शहर अबु धाबी, दुबई, शारजाह में आईपीएल खेला जाएगा। लीग का पहला मैच शनिवार को अबु धाबी के शेख जायेद स्टेडियम में मौजूदा विजेता और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा।

कोविड-19 के कारण हालांकि इस बार का आईपीएल बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में खेला जाएगा। दर्शक हमेशा से आईपीएल की सबसे अहम कड़ी रहे हैं और ऐसे में इनके बिना आईपीएल खेलना और टीवी पर देखना थोड़ा अजीब तो जरूर होगा। हालांकि टीवी पर इसे करोड़ों लोगों द्वारा देखे जाने की उम्मीद है।

पिछले सीजन रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इंडियंस और महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स खिताब की प्रबल दावेदार के रूप में उतरी थीं और इस बार भी यही है। टी-20 प्रारूप की अनिश्चित्ता को देखते हुए बाकी की छह टीमों को भी दावेदारी से बाहर नहीं किया जा सकता। दिल्ली कैपिटल्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और किंग्स इलेवन पंजाब ने अभी तक खिताब नहीं जीता है और यह तीनों टीमें इस बार यह कमी पूरी करना चाहेंगी। कौन कितना सफल रहता है वो टूर्नामेंट के आखिरी में ही पता चलेगा।

यूएई की पिचें धीमी और स्पिनरों की मददगार होती है लेकिन यहां बल्लेबाजों को भी मदद मिलने की उम्मीद है। शुरुआत में तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है लेकिन थोड़ा समय बीत जाने के बाद तब गेंदबाजों को वैरिएशन के माध्यम से बल्लेबाजों से बचना होगा। यहां की गर्मी और उमस निश्चित तौर पर टीम और खिलाड़ियों के प्रदर्शन में अहम रोल निभाएगी। वहीं दर्शकों के बिना खिलाड़ी अपने आप को कैसे प्रेरित रखते हैं यह देखना भी दिलचस्प होगा।

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