अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका को सता रहा ये डर, बेचैन बाइडेन ने की हाई लेवल मीटिंग!
बैठक के दौरान अफगानिस्तान की मौजूदा हालात के बारे में राष्ट्रपति बाइडेन को अवगत कराया गया। इस दौरान यह जोर देकर कहा गया कि आईएस हमेशा से ही अमेरिका पर हमला करना चाहता है। अफगानिस्तान में भी वो कई सालों से सक्रिय है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के काबिज होने के बाद अमेरिका को कई तरह के डर सता रहा है। अमेरिका को इस बात का डर है कि कहीं तालिबान राज में आतंकी संगठन आईएस और सक्रिय न हो जाए। इस बात कि आशंका के चलते अमेरिकी राष्ट्रपति बेचैन हैं। कहा जा रहा है कि यही वजह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार को एक अहम बैठक की और इस बैठक में अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की।
बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान अफगानिस्तान की मौजूदा हालात के बारे में राष्ट्रपति बाइडेन को अवगत कराया गया। इस दौरान यह जोर देकर कहा गया कि आईएस हमेशा से ही अमेरिका पर हमला करना चाहता है। अफगानिस्तान में भी वो कई सालों से सक्रिय है। डर इस बात का है कि अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनी तो आईएस को फिर से खुद को मजबूत करने का मौका मिल सकता है। बैठक में कहा गया कि अगर आईएस मजबूत हुआ तो यह अमेरिका के लिए खतरे की घंटी हो सकती है।
इस खास मीटिंगके दौरान आईएस के खतरे पर तो बात करने के साथ इस बात पर भी विचार किया गया कि अमेरिका किस तरह की कार्रवाई करेगा। भविष्य में आने वाले संभावित संकट से कैसे निपटा जाएगा, इस पर भी सुझाव मांगे गए। यह बैठक ऐसे समय में बुलाई गई जब पूरी दुनिया में अफगानिस्तन की मौजूदा हालात को लेकर अमेरिका की आलोचना हो रही है। कहा जा रहा है कि अमेरिका ने बिना सोचे समझे अपनी सेना को वापस बुलाने का फरमान सुना दिया। ऐस में तालिबान को फिर से मजबूत होने का मौका मिला और नतीजा यह हुआ कि उसने अफगानिस्तान पर फिर से अपना कब्जा जमा लिया। बैठक में इस अहम बैठक में अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस भी मौजूद रहीं। उनके साथ डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन भी शामिल हुए।
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Published: 22 Aug 2021, 8:41 AM