आम लोगों के लिए खुला दिल्ली का आश्रम अंडरपास, कई साल से लग रहे जाम से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद
750 मीटर लंबे अंडरपास का निर्माण दिसंबर 2019 में शुरू हुआ था, जो आठ बार समय सीमा से चूक गया है, जिससे शहर के सबसे अधिक ट्रैफिक क्षेत्र में से एक पर भीषण जाम लगता रहा है। आश्रम अडंरपास से मथुरा रोड पर निजामुद्दीन और बदरपुर के बीच सिग्नल फ्री यातायात मिलेगा।
नई दिल्ली में कई साल से निर्माणाधीन आश्रम अंडरपास रविवार को नियमित यातायात के लिए खोल दिया गया। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने रविवार को आश्रम चौक पर एक कार्यक्रम में अंडरपास को जनता को समर्पित किया। इससे कई साल से लग रहे जाम से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि इस अंडरपास से रोजाना लगभग 1,550 लीटर ईंधन की बचत होगी, जो भारी ट्रैफिक के कारण बर्बाद हो जाता था। एक अनुमान के अनुसार, यहां भारी यातायात के कारण लगभग 1,550 लीटर ईंधन बर्बाद होता था। इस अंडरपास का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह जनता के लिए प्राकृतिक ईंधन और समय दोनों की बचत करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि भारी यातायात ने चौक पर दैनिक 3,601 किलो कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में भी योगदान दिया, जिसे अब रोका जा सकता है। सिसोदिया ने कहा कि प्रदूषण की दृष्टि से यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है और शहर में सड़कों और यातायात को सुचारू बनाने के लिए अंडरपास एक कदम आगे है। उन्होंने कहा कि इस अंडरपास का वास्तविक उद्घाटन 22 मार्च को ही जनता द्वारा किया गया था, यह उन्हें इस अंडरपास को समर्पित करने के लिए सिर्फ एक औपचारिक कार्यक्रम है।
750 मीटर लंबे अंडरपास का निर्माण कार्य दिसंबर 2019 में शुरू हुआ था। यह अब तक आठ समय सीमा से चूक गया, जिससे शहर के सबसे अधिक ट्रैफिक वाले हिस्सों में से एक पर भीषण जाम लगता रहा है। आश्रम चौराहा मथुरा रोड पर निजामुद्दीन और बदरपुर के बीच अंडरपास सिग्नल फ्री राइड मुहैया कराएगा।
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