चीन मुद्दे पर संसद में संग्राम: खड़गे 12 विपक्षी दलों के साथ गांधी प्रतिमा के सामने करेंगे प्रदर्शन, चर्चा की मांग

राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने चीन पर चर्चा की मांग को लेकर आज संसद में गांधी प्रतिमा के सामने विरोध प्रदर्शन करने के लिए समान विचारधारा वाले विपक्षी नेताओं को बुलाया है।

फोटो: Getty Images
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नवजीवन डेस्क

 भारत-चीन सीमा विवाद पर चर्चा की मांग को लेकर आज भी सदन में हंगामे के आसार हैं। सदन में विपक्ष लगातार चर्चा की मांग कर रही है। लेकिन भारत-चीन सीमा मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार अब तक विपक्ष की मांग के आगे नहीं झुकी है। वहीं आज कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भारत-चीन सीमा विवाद पर चर्चा की मांग के लिए गांधी प्रतिमा के सामने विरोध करेंगे। इसमें 12 विपक्षी दल शामिल हो सकते हैं।

 इससे पहले राज्यसभा में खड़गे ने इस विषय पर सदन में चर्चा कराने की मांग की थी। उन्होंने कहा था, "चीन हमारे देश की जमीन पर कब्ज़ा कर रहा है। हम सदन में इस विषय पर चर्चा नहीं करेंगे तो और किस विषय पर चर्चा करेंगे?" उन्होंने कहा था कि सदन में चीन के मुद्दे पर हम चर्चा को तैयार हैं। लेकिन सरकार चर्चा कराने से भाग रही है।


बीते दिनों चिदंबरम ने भी सदन में कहा था कि उन्होंने एक वीड़ियो में देखा कि प्रधानमंत्री मोदी बाली में चीनी राष्ट्रपति से हाथ मिला रहे हैं और प्रधानमंत्री उनसे बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि इस वीडियो में चिनफिंग कुछ बोलते नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने जानना चाहा कि क्या उस बातचीत में चिनफिंग से सीमा मुद्दे पर भी कोई बातचीत हुई थी?

पी. चिदंबरम ने आगे पूछा था, “ये पूर्वोत्तर में रणनीतिक और सीमावर्ती सड़कें हैं। हम जानते हैं कि उत्तरी और पूर्वी सीमा पर कौन खतरा है। क्या चीन ने हॉट स्प्रिंग्स पर कुछ स्वीकार किया है? क्या डोकलाम जंक्शन और डेपसांग मैदानों में घर्षण बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए चीनी सहमत हैं? आप अधिक बफर जोन बना रहे हैं। बफर जोन का मतलब क्या होता है? हमारी जानकारी के मुताबिक यह नो पेट्रोलिंग एरिया होगा। क्या इसका मतलब यह है कि हम अब उस जगह पर गश्त नहीं कर रहे हैं जहां पहले करते थे।

मंलगवार को राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने चीन के मुद्दे को लेकर संसद में बीजेपी सरकार को घेरा था। चड्ढा ने राज्यसभा में सीमा पर चीनी सेना की लगातार घुसपैठ और एम्स से डेटा चोरी के मुद्दे को राज्यसभा में उठाया था और सरकार से कई तीखे सवाल किए थे।


झड़प के बाद क्या बोले थे राजनाथ

अरुणाचल के तवांग जिले में 9 दिसंबर को यांग्त्से सेक्टर में भारतीय सैनिकों और चीनी सैनिकों के बीच बॉर्डर पर भिड़ंत हुई थी। इससे पहले 2020 जून में ऐसी घटना सामने आई थी। जिसमें दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़प हुई थी। इस पूरे मामले पर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले हफ्ते संसद में कहा था कि चीनी सैनिकों ने अरुणाचल में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर को लांघने की कोशिश की थी लेकिन भारतीय जवानों ने उन्हें वापस ढकेल दिया था।

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