सहयोगियों के तीखे तेवरों से बीजेपी के हाथ-पांव फूले, शिवसेना को मनाने उद्धव ठाकरे से मिलेंगे अमित शाह

एनडीए में दरारें साफ दिख रही हैं। महाराष्ट्र के बाद बिहार ने भी आंखें तरेरी हैं, इससे बीजेपी के हाथ-पांव फूल गएहैं। बिहार में 7 जून को एनडीए की बैठक बुलाई गई है तो महाराष्ट्र में रूठे साथी को मनाने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद मुंबई जाकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलेंगे।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उपचुनाव में एक के बाद एक शिकस्त के बाद बीजेपी पहले ही परेशान है और गिरते जनसमर्थन ने उसे चिंता में डाल दिया है। वहीं ऐन लोकसभा चुनाव के पहले सहयोगी दलों के बगावती और धमकी भरे सुरों ने बीजेपी की परेशानी को दोगुना कर दिया है। ऐसे में बीजेपी ने संपर्क से ‘समर्थन कार्यक्रम’ शुरु तो किया है पार्टी के लिए समर्थन जुटाने और 4 साल की उपलब्धियां गिनाने के लिए, लेकिन मकसद सहयोगियों को मनाना और पानी की थाह लेना है। इस कार्यक्रम का मोर्चा खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने संभाला है।

इसी क्रम में अमित शाह बुधवार को मुंबई में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलेंगे। हाल के दिनों में शिवसेना खुलकर बीजेपी की आलोचना करती रही है और इसके नेताओं ने सरेआम बीजेपी को दुश्मन नंबर एक घोषित किया है। यहां तक कि हाल में हुए उपचुनाव में बीजेपी और शिवसेना एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी थीं। इस चुनाव के नतीजों के बाद दोनों नेताओं की ये पहली मुलाकात है।

गौरतलब है कि पिछले साल हुए अपने महासम्मेलन में शिवसेना ने बीजेपी से अलग होकर आम चुनावों में अकेले लड़ने का ऐलान किया था। उसके बाद से शिवसेना नेता लगातार बीजेपी और केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं।

महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं। 2014 में बीजेपी शिवसेना गठबंधन ने 42 सीटें जीती थीं। ऐसे में बीजेपी नहीं चाहती कि शिवसेना उससे अलग हो और उसे सीटों का नुकसान उठाना पड़े। इसीलिए शिवसेना के लगातार हमलों और आलोचनाओं बाद भी बीजेपी खामोश है और अब अमित शाह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मनाने जा रहे हैं।

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ध्यान रहे कि बिहार में भी बीजेपी को सहयोगी जेडीयू की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। जेडीयू ने तो साफ कर दिया है कि अगले चुनाव में उसे बिहार की 40 में से 25 सीटें चाहिए और चुनावों का चेहरा नीतीश कुमार होंगे। जेडीयू के इस बयान पर बीजेपी फिलहाल खामोशी अख्तियार की हुई है। इसके अलावा बिहार में एलजेपी के रामविलास पासवान और आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा भी तीखे तेवर दिखा रहे हैं।

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