अपने जन्मदिन पर मायावती बोलीं, गठबंधन ने उड़ाई बीजेपी की नींद, आरएसएस पर भी साधा निशाना

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने अपने जन्मदिन पर कहा कि बीजेपी और आरएसएस धर्म की राजनीति कर रही हैं। उन्होंने भगवानों को भी जाति के आधार पर बांट दिया है। इतना ही नहीं बीजेपी सरकार हवा को अपने पक्ष में बनाने के लिए लगातार नाटक भी कर रही है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने अपने जन्मदिन पर प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके बीजेपी की नींद उड़ा दी है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की लोकसभा चुनाव में जीत मेरे जन्मदिन का सबसे अच्छा तोहफा होगा। इस दौरान मायावती ने अपने जन्मदिन पर ‘मेरे संघर्षमय जीवन एवम बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा’ पार्ट 14 का विमोचन किया।

उन्होंने आगे कहा, “यूपी ही तय करता है कि देश में किसकी सरकार बनेगी। इस गठबंधन को जनहित में कामयाब बनाने के लिए बीएसपी और सामाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील करती हूं कि आप सभी पुराने गिले-शिकवे को भूलकर अपने इस गठबंधन के सभी उम्मीदवारों को ऐतिहासिक जीत दिलाएं।”

इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा, “आज देश में किसान, दलित और पिछड़ा वर्ग के लोग सबसे ज्यादा दुखी है। यही वजह है कि अब जनता बीजेपी को सत्ता से हटाने का मन बना चुकी है। इसकी एक बानगी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में देखने को मिली।” मायावती ने बीजेपी को चेताते हुए कहा कि इस बार के चुनाव में उनकी जुमलेबाजी नहीं चलेगी। देश के गरीब, किसान, मजदूर और युवा बीजेपी का जवाब देंगे।

उन्होंने आगे कहा, “बीजेपी सरकार के नोटबंदी के फैसले से पिछड़ों, दलितों और मुसलमानों की स्थिति बहुत खराब हुई है। नोटबंदी का फैसला छोटे उद्योगों के लिए भी हानिकारक रहा है। बीजेपी सरकार सिर्फ बड़े उद्योगपतियों के लिए ही काम कर रही है।

मायावती ने कहा कि देश के हित में यही होगा कि मोदी सरकार अपनी सहयोगियों पार्टियों के साथ मुख्य विपक्षी पार्टियों को रक्षा सौदों के मामले में विश्वास की नीति बनाए, ताकि इन सौदों को लेकर बेहतर समझ बनाई जाए और कोर्ट-कचहरी जाने से बचा जा सके।

उन्होंने ने सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण के फैसले का स्वागत किया। साथ ही यह भी कहा कि मुस्लिमों के लिए आर्थिक आधार पर अलग से आरक्षण होना चाहिए। उन्होंने कहा, “देश में आजादी के समय सरकारी नौकरियों में मुस्लिमों की संख्या 33 फीसदी थी जो कि अब 2-3 फीसदी ही रह गई है।”

इस दौरान मायावती ने नोएडा के एक पार्क में होने वाली नमाज पर लगी रोक का भी जिक्र किया और कहा कि बीजेपी और आरएसएस धर्म की राजनीति कर रहे हैं। नमाज पर भी रोक लगाने की कोशिश हुई और जुमे की नमाज को रोकने के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया गया। बीजेपी और आरएसएस ने भगवानों को भी जाति के आधार पर बांट दिया है। बीजेपी सरकार हवा को अपने पक्ष में बनाने के लिए लगातार नाटक कर रही है।

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Published: 15 Jan 2019, 12:23 PM