दिल्ली में कोरोना के कहर पर सीएम केजरीवाल बोले- नवंबर से भी हालात खतरनाक, 24 घंटे में 10 हजार से ज्यादा नए केस मिले

दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते हैं लेकिन कल सरकार ने मजबूरी में कुछ पाबंदियों के आदेश दिए हैं। इस समय का पीक नवंबर से भी खतरनाक है।

फोटो: सोशल मीडिया
फोटो: सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस बेहद तेजी से पांव पसार रहा है। दिल्ली की हालत बेहद चिंताजनक है। यह बात खुद सीएम केजरीवाल ने कही है। उन्होंने कहा, “दिल्ली में पिछले 10 से 15 दिन में कोरोना बहुत तेजी से बढ़ा है, दिल्ली में कोरोना की यह चौथी वेव है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 10,732 केस आए हैं, स्थिति बहुत चिंताजनक है। मैं स्थिति पर नजर रखे हुए हूं और जो करने की जरूरत है हम वो सब कर रहे हैं।”

सीएम केजरीवाल ने कहा कि हम लॉकडाउन नहीं लगाना चाहते हैं लेकिन कल सरकार ने मजबूरी में कुछ पाबंदियों के आदेश दिए हैं। इस समय का पीक नवंबर से भी खतरनाक है। सीएम ने बताया कि दिल्ली में कोरोना के 65 फीसदी मरीज 35 साल से कम उम्र के हैं, फिर कोरोना रूकेगा कैसे? कोरोना का चक्र तब ही टूटेगा जब वैक्सीनेशन होगा। केंद्र सरकार ने बहुत पाबंदियां लगा रखी हैं। उन्होंने कहा कि मेरा केंद्र से निवेदन है कि वो पाबंदियां हटा दें।

केजरीवाल सरकार द्वारा जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक, राजधानी में अब अंतिम संस्कार में ज्यादा से ज्यादा 20 लोग ही शामिल हो सकेंगे। वहीं, शादी समारोह में 50 लोगों को ही शामिल होने की इजाजत दी गई है। अब फ्लाइट के जरिए महाराष्ट्र से दिल्ली आने वाले सभी यात्रियों को दिल्ली में एंट्री के लिए यात्रा से करीब 72 घंटे तक पुरानी आरटी-पीसीआर टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। महाराष्ट्र से बिना निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट के आने लोगों को 14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा। गाइडलाइंस के मुताबिक, संवैधानिक और सरकार की मशीनरी से जुड़े लोगों को छूट दी जाएगी।


सरकार की ओर से जारी नई गाइडलाइंस के मुताबिक, दिल्ली में सभी तरह की सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, अकादमी, सांस्कृतिक, धार्मिक और त्योहार से जुड़े कार्यक्रमों में जमा होने पर पाबंदी लगा दी गई है। स्टेडियम में स्पोर्ट्स इवेंट आयोजित करने की इजाजत तो दी गई है, लेकिन दर्शकों को वहां जाने की इजाजत नहीं होगी।

राजधानी में रेस्टोरेंट और बार भी अब अपनी सीटिंग कैपेसिटी की 50 प्रतिशत क्षमता पर काम करेंगे। सिनेमा, थिएटर और मल्टीप्लेक्स में भी 50 फीसदी क्षमता के साथ ही चलेंगे। मेट्रो में एक कोच में सीटिंग कैपेसिटी के 50 फीसदी लोगों को ही यात्रा करने की इजाजत होगी। वहीं, बसों में एक समय मे 50 फीसदी क्षमता के साथ ही यात्री यात्रा कर सकते हैं।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia