कांग्रेस ने सिंघु बॉर्डर के पास हत्या को बताया दिल दहलाने वाला, कहा- हिंसा की देश में जगह नहीं, सरकार जांच करे

सिंघु बार्डर पर जहां किसान आंदोलन चल रहा है, वहां शुक्रवार को 35 वर्ष के युवक की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया है। युवक का हाथ कटा शव किसानों के प्रदर्शन स्थल के आगे लगे बैरिकेड से लटका पाया गया। शव मिलने के बाद से घटना को लेकर हंगामा शुरू हो गया है।

फोटोः IANS
फोटोः IANS
user

नवजीवन डेस्क

कांग्रेस ने सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलनकारियों के पास एक युवक की विभत्स हत्या को दिल दहला देने वाला करार दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से दिल को दहला देने वाली रिपोर्ट सामने आई है। हिंसा का इस देश में स्थान नहीं हो सकता। यह देश कानून और संविधान के रास्ते पर चलता है। सरकार को चाहिए कि जांच करे और कानून अपना काम करे।

गौरतलब है कि सिंघु बार्डर पर जहां किसान आंदोलन चल रहा है, वहां 35 वर्ष के युवक की बेरहमी से हत्या का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, युवक का हाथ कटा शव किसानों के प्रदर्शन स्थल के आगे लगे बैरिकेड से लटका पाया गया। शव मिलने के बाद से ही सिंघु बार्डर पर हंगामा शुरू हो गया है।

वहीं पवन खेड़ा ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आज का दिन बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक में दशहरा के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा, "इसी बीच चीन की ओर से गुरुवार को एक वीडियो सामने आया। भारत सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए। अगर सरकार इसे वॉर क्राइम की श्रेणी में मानती है तो क्या इसे इंटरनेशनल कोर्ट में ले जाना चाहिए।“


पवन खेड़ा ने कहा कि एक दूसरे की पीठ थपथपाने की बजाए सरकार बताए कि चीन को एक्सपोज करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे? हमारे उपराष्ट्रपति को अरुणाचल प्रदेश में जाने से चीन रोक रहा है और इसका कोई कड़ा जवाब नहीं दिया गया। कैसे उत्तराखंड में 5 किलोमीटर सीमा के भीतर घुसकर हमारी पुलिया तोड़ कर चला गया? उस पर कोई जवाब नहीं दिया गया।"

कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि 62.7 प्रतिशत व्यापार चीन से पिछले 6 महीने में बढ़ा है। दुश्मन देश से व्यापार हो रहा है। 2 दिन पहले 600 करोड़ का निवेश चीन के द्वारा हुआ है। एक तरफ सेना मुकाबला कर रही है और दूसरी ओर सरकार व्यापार कर रही है। अफगानिस्तान में जो हो रहा है, बीजिंग और इस्लामाबाद उससे फायदा उठा रहे हैं, लेकिन (भारत) देश क्यों चुप है? सरकार भाषण देना जानती है लेकिन सीमाओं की रक्षा करने में असफल हो रही है।

वहीं संघ प्रमुख मोहन भागवत पर पवन खेड़ा ने कहा, अगर उन्हें कोई बात कहनी है जो देश के लिए जरूरी है, तो वे पीएम से बात करें। आरएसएस खुद को सांस्कृतिक बताता है मगर अनरजिस्ट्रर्ड है। पार्टीशन पर इन्हें अफसोस नहीं है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia