कोरोना लॉकडाउन: सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, मनरेगा मजदूरों को अडवांस पैसे देने की अपील

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि यह कटाई का सीजन है लेकिन कोरोना वायरस को रोकने के लिए दूरी बनाए रखने के नियम कृषि मज़दूरों का बहुत संकट बढ़ दिया है। उनके समक्ष रोजगार का कोई विकल्प नहीं है, ऐसे में सबकी उम्मीद मनरेगा है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि 21 दिन के लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है, इसलिए इन श्रमिकों को मनरेगा की 21 दिन की मजदूरी का अग्रिम भुगतान किया जाना चाहिए।

सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा, “यह कटाई का सीजन है लेकिन कोरोना वायरस (कोविड-19) को रोकने के लिए दूरी बनाए रखने के नियम कृषि मज़दूरों का बहुत संकट बढ़ दिया है। उनके समक्ष रोजगार का कोई विकल्प नहीं है, ऐसे में सबकी उम्मीद मनरेगा है।”


उन्होंने कहा कि ग्रामीण मजदूरों की दिक्कत को देखते हुए उन्हें 21 दिन की अग्रिम मजदूरी का भुगतान किया जाना चाहिए और बाद में जब मनरेगा खुलेगा उस दिहाड़ी दिहाड़ी में इसका समावेश किया जाय। सोनिया गांधी ने आगे कहा कि सरकार के इस कदम से देश के आठ करोड़ ग्रामीण कामगारों को फायदा होगा।

वहीं कांग्रेस ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर अस्पतालों में बेड की कमी पर नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि किसी राज्य में सरकार बनाने-गिराने के लिए बीजेपी सीटों का जोड़-तोड़ कर ही लेती है। मगर, हॉस्पिटल बेड की कमी इसको नजर नहीं आ रही या शायद जानबूझकर इस कमी को नजरअंदाज किया जा रहा है!


कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, “कोरोना महामारी से लड़ने में जनता कोई कमी नहीं रख रही, परंतु सरकार के प्रयासों में अभी भी कमी नजर आ रही है। ये जंग जीतने के लिए इस कमी को दूर करना बहुत जरूरी है।”

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