दिल्ली में 'दमघोंटू' हवा की मार जारी, आज भी AQI 300 के पार, आने वाले दिनों में भी राहत की उम्मीद नहीं
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि रविवार को हल्की धुंध छाई रह सकती है। न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक आसमान आंशिक रूप से बादलों से ढका रहेगा।

दिल्ली में हवा की गुणवत्ता आज भी गंभीर श्रेणी में है। कई इलाकों में AQI 300 से ज्यादा दर्ज किया गया। राजधानी का आज औसत AQI 306 दर्ज किया गया। केंद्र और राज्य सरकारों के कदमों के बावजूद प्रदूषण का स्तर लगातार डेढ़ महीने से खतरनाक बना हुआ है। सबसे ज्यादा परेशानी अस्थमा मरीजों और बुजुर्गों को झेलनी पड़ रही है।
कहां कितना AQI दर्ज किया गया?
आनंद विहार- 327
आईटीओ- 327
इंडिया गेट- 278
मुखर्जी नगर- 386
नजफगढ़- 246
द्वारका- 265
ज्यादातर मॉनिटरिंग स्टेशनों पर हवा ‘बहुत खराब’
सीपीसीबी के समीर ऐप के मुताबिक, शहर के 40 में से 31 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर शनिवार को AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। नेहरू नगर में AQI 369 और मुंडका में 387 दर्ज किया गया। सुबह नौ बजे तक राजधानी का औसत AQI 335 रहा और ज्यादातर क्षेत्रों में यह स्तर 300 से ऊपर ही बना रहा।
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि रविवार को हल्की धुंध छाई रह सकती है। न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 24 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक आसमान आंशिक रूप से बादलों से ढका रहेगा।
अगले 3-4 दिनों तक AQI में सुधार की संभावना कम
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली का कहना है कि प्रदूषण अगल कुछ दिनों तक इसी स्तर पर बना रह सकता है। अक्टूबर से दिल्ली की हवा लगातार खराब, बहुत खराब और गंभीर श्रेणियों में बनी हुई है। 14 अक्टूबर के बाद एक भी दिन ऐसा नहीं रहा जब AQI 200 से नीचे आया हो। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, हवा का रुख और गति ऐसे नहीं हैं कि प्रदूषक कण वातावरण से हट सकें। वहीं, प्रदूषण स्रोतों पर नियंत्रण भी उतना प्रभावी नहीं रहा है।
शनिवार शाम दिल्ली–NCR में PM10 का स्तर 275.7 और PM2.5 का स्तर 157.4 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जो तय मानकों से लगभग तीन गुना ज्यादा है।
स्वास्थ्य पर बढ़ रहा गंभीर असर
प्रदूषण के बढ़ते स्तर का असर सीधे लोगों के स्वास्थ्य पर दिखने लगा है। अस्थमा और सांस की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए हवा और भी खतरनाक हो गई है। आंखों में जलन, गले में खराश, खांसी, सिरदर्द, संक्रमण और थकान की शिकायतें बढ़ी हैं। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि लंबे समय तक इस स्तर की हवा में रहना फेफड़ों पर स्थायी असर डाल सकता है।
मौसम का बदलाव बढ़ा रहा सर्दी और धुंध
राजधानी में प्रदूषण के साथ ठंड भी बढ़ती जा रही है। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों पर साफ दिख रहा है। 10 से 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही ठंडी हवाएं दिल्ली में सिहरन बढ़ा रही हैं। न्यूनतम तापमान लगातार 5 डिग्री के करीब बना हुआ है और मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में शीतलहर की चेतावनी भी जारी की है।
राहत की उम्मीद कम
सरकारी एजेंसियों के अनुसार, प्रदूषण कम होने का एकमात्र तरीका तेज हवा या बारिश है, लेकिन फिलहाल ऐसी स्थिति की कोई संभावना नजर नहीं आ रही। ऐसे में अगले तीन से चार दिन तक दिल्ली को प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद बेहद कम है।