किसानों के संसद घेराव के ऐलान से टेंशन में दिल्ली पुलिस, अलर्ट पर रखे गए कई मेट्रो स्टेशन

तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली सीमा पर कई महीनों से आंदलोन कर रहे हैं। किसानों ने अब अपने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है।

फोटो: ANI
फोटो: ANI
user

नवजीवन डेस्क

तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली सीमा पर कई महीनों से आंदलोन कर रहे हैं। किसानों ने अब अपने आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है। दरअसल कल (19 जुलाई) से संसद का मौनसून सत्र शुरू हो रहा है। इसी बीच किसानों सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए 22 जुलाई को संसद घेराव का आह्वान किया हुआ है। किसानों के इस ऐलान के बाद से ही दिल्ली पुलिस की चिंता बढ़ गई है। दिल्ली पुलिस अधिकारी इस मामले पर किसानों के साथ बैठक कर उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी क्रम में आज किसानों के साथ दिल्ली पुलिस ने बैठक की।

किसान नेता शिव कुमार कक्का ने बताया कि बैठक में हमने पुलिस को जानकारी दी कि प्रतिदिन 200 किसान सिंघू बॉर्डर से संसद तक मार्च करेंगे। हर प्रदर्शनकारी के पास पहचान पत्र होगा। हम प्रदर्शनकारियों की सूची भी सरकार को दे देंगे। लेकिन पुलिस ने हमें प्रदर्शनकारियों की संख्या घटाने को कहा, जिसपर हम तैयार नहीं हुए। दरअसल दिल्ली पुलिस संसद के सामने किसानों को प्रदर्शन करने के लिए किसी भी हाल में इजाजत देने को तैयार नहीं है। वहीं किसान भी संसद तक मार्च करने पर अड़े हैं।


किसानों के इस फैसले के बाद दिल्ली के कई मेट्रो को अलर्ट पर रखा गया है। दिल्ली पुलिस ने इसके लिए डीएमआरसी को खत भी लिखा है। पुलिस ने अपने खत में दिल्ली के 7 मेट्रो स्टेशनों पर कड़ी निगरानी रखने की बात कही है और जरूरत पड़ने पर तत्काल बंद करने के लिए भी तैयारी रखने को कहा है। इसमें जनपथ, लोक कल्याण मार्ग, पटेल चौक, राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, मंडी हाउस और उद्योग भवन शामिल हैं।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia