कोरोना के चलते दिल्ली में साइकिल की मांग बढ़ी, पर नियमों के उल्लंघन पर चालान भी खूब कट रहे

दिल्ली का झंडेवालान मार्केट सबसे पुराना साइकिल मार्केट है, जहां अब साइकिल खरीददारों की भीड़ लग रही है। साइकिल की मांग इतनी बढ़ गई है कि दुकानदार डिमांड पूरी करने में परेशान हैं। जो दुकानदार दिन में रोज 5 साइकिल बेचते थे, वो अब 15 से 20 साइकिल रोज बेच रहे हैं।

फोटोः IANS
फोटोः IANS
user

आईएएनएस

राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट के इस दौर में साइकिल चलाने वालों की संख्या बढ़ी है। जिसकी वजह से साइकिल व्यापार में भी 200 फीसदी का इजाफा हुआ है। दरअसल लॉकडाउन के बाद अनलॉक में लोगों को जैसे-जैसे राहत मिल रही है, उसी क्रम में लोग अब अपनी फिटनेस को लेकर जागरूक होते नजर आ रहे हैं। कोरोना काल में जिम और पार्क बंद होने की वजह से लोग व्यायाम नहीं कर पा रहे थे। अपनी फिटनेस को बनाए रखने के लिए लोगों ने अब साइकिल खरीदना शुरू कर दिया है।

झंडेवालान साइकिल मार्केट दिल्ली का सबसे पुराना मार्केट है। इस मार्केट में अब साइकिल खरीददारों की भीड़ लगने लगी है। साइकिल की डिमांड इतनी बढ़ गई है कि दुकानदारों को सप्लाई पूरी करने में परेशानी हो रही है। जो दुकानदार दिन में 5 साइकिल बेचा करते थे, वो अब 15 से 20 साइकिल रोजाना बेच रहे हैं।

झंडेवालान साइकिल एंड टॉय मार्केट एसोसिएशन के सचिव विपिन झा ने बताया, “मार्केट में साइकिल की 200 फीसदी मांग बढ़ गई है। बच्चे और कॉलेज स्टूडेंट से ज्यादा बड़ी उम्र के लोग साइकिल खरीद रहे हैं, क्योंकि उनके पास वर्कआउट करने का कोई और उपाय नहीं बचा है। एक साइकिल दुकानदार जहां पहले 5 साइकिल बेचता था, वो अब 15 से 20 साइकिल बेच रहा है। दुकानों में स्टॉक कम हो गया है और डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है। हाल ये है कि कई ग्राहकों को बिना साइकिल भी लौटना पड़ रहा है।”

हालांकि दिल्ली में बढ़ती साइकलिस्टों की संख्या को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने निगरानी भी बढ़ा दी है। हर सुबह राष्ट्रपति भवन से लेकर इंडिया गेट तक साइकिल चलाने वालों का जमावड़ा लगता है। जिसकी वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ती हैं और पुलिस नियमों का उल्लंघन करने वालों का चालान भी करती है।

नई दिल्ली के डीसीपी डॉ. ईश सिंघल ने बताया, “हाल ही में साइकिल चलाने वालों की संख्या बढ़ी है, जिसको देखते हुए हम उन लोगों का चालान करते हैं, जो मास्क नहीं पहनते या एक जगह भीड़ लगाकर खड़े होते हैं।” उन्होंने बताया कि ''हम जागरूक अभियान भी चला रहे हैं और लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। हमारे क्षेत्र में रोजाना करीब 100 चालान किये जा रहे हैं, जिसमें पैदल चलने वालों के साथ साइकिल चलाने वाले भी शामिल हैं।”

बीते दिनों भारतीय प्राद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली और रुड़की के पूर्व छात्रों ने दिल्ली में एक शोध किया है, जिसमें पता चला है कि लॉकडाउन के कारण दिल्ली में साइकिल उपयोग में लाने वालों की संख्या में तीन गुना इजाफा हुआ है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia