Farmers Protest LIVE: ट्रैक्टर रैली में हुए उपद्रव में अब तक 38 FIR दर्ज, कुल 84 लोग किए गए गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरानहुए हंगामे के सिलसिले में अब तक 38 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 84 लोगों कोगिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस को 26 जनवरी की हिंसा से जुड़े 1700 मोबाइल क्लिप और सीसीटीवी फुटेज मिले
हरियाणा के 16 जिलों में इंटरनेट और मैसेज सेवा पर रोक कल शाम तक बढ़ी, किसान आंदोलन का असर
ट्रैक्टर रैली में हुए उपद्रव में अब तक 38 FIR दर्ज, कुल 84 लोग किए गए गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए हंगामे के सिलसिले में अब तक 38 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विपक्ष की मांग पर बोले पीएम, कृषि कानूनों को निलंबित करने का प्रस्ताव अब भी बरकरार
संसद के बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक के दौरान विपक्ष की मांग पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि सरकार अभी भी कृषि कानूनों को 18 महीने के लिए स्थगित करने के प्रस्ताव पर बरकरार है। पीएम ने दावा किया कि सरकार किसानों के मुद्दे पर खुले दिमाग से विचार कर रही है।
सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा- हमने कृषि कानून को वापस लेने की गुहार लगाई
सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमने कृषि कानून को वापस लेने की गुहार लगाई। बेरोजगारी, आर्थिक स्थिति और राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठाया। हमनें जम्मू-कश्मीर का मुद्दा भी उठाया और कहा कि उसे राज्य का दर्जा दिया जाए। हम देश की सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार के साथ हैं।
अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं।किसान नेताओं को कहा गया कि सरकार की तरफ से जो प्रस्ताव आपके सामने पेश किया गया है, जब आप मन बना लेंगे और नतीजे पर पहुंच जाएंगे तो तोमर साहब एक फोन कॉल की दूरी पर हैं।”
ये हर वर्ग के किसानों की लड़ाई है : राकेश टिकैत
बीते गुरुवार शाम गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन पूरी तरह बदल गया, राकेश टिकैत के भावुक वीडियो ने पश्चिमी उत्तरप्रदेश के किसानों में आक्रोश पैदा कर दिया, रातों रात किसान अपना घर छोड़ बॉर्डर पहुंचने लगे है। अचानक हुए इस बदलाव में ऐसा लगने लगा है जैसे की अब ये लड़ाई कहीं न कहीं एक समुदाय और राज्य सरकार के बीच होने लगी है। हालांकि राकेश टिकैत ने इस बात को नकारा और कहा कि ये लड़ाई किसानों की ही है।
दरअसल 28 जनवरी की सुबह गाजीपुर बॉर्डर पर ऐसा लगने लगा था, जैसे मानों की अब ये आंदोलन ज्यादा नहीं टिकेगा। लेकिन टिकैत की एक भावुक अपील ने पूरी बाजी पलट कर रख दी।
अब तक आंदोलन का केंद्र सिंघु और टिकरी बॉर्डर माना जा रहा था, लेकिन अब गाजीपुर बॉर्डर किसानों के आंदोलन का एक नया केंद्र बनकर उभरा है।
मुज़फ्फरनगर में हुई पंचायत की तस्वीरें भी राकेश टिकैत और किसान आंदोलन के बढ़ते समर्थन की ओर इशारा करती हैं।
संसद में किसानों के मुद्दे पर चर्चा के लिए सरकार तैयार: संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी
सर्वदलीय बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक हुई, लगभग सब पार्टियों ने बैठक में हिस्सा लिया। विपक्ष ने मांग की है कि लोकसभा में बिल के अलावा चर्चा हो और सरकार इसके लिए सहमत है। विपक्ष ने किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा की मांग की है। इसके लिए भी हम सहमत हैं।”
सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी के सामने विपक्षी दलों ने उठाया किसानों का मुद्दा, हल निकालने की मांग की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक हुई। न्यूज़ एएनाई के मुताबिक, इस दौरान किसान आंदोलन और उनकी मांगों का मुद्दा भी उठा। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अब भी प्रस्ताव लेकर किसानों के समक्ष खड़ी है। न्यूज़ एजेंसी एएनाई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा, “कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से जो कहा वह मैं फिर से दोहराना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि हम आम सहमति तक नहीं पहुंचे हैं लेकिन हम आपको (किसानों को) प्रस्ताव दे रहे हैं। आप जाएं और इस पर चर्चा कर लें' पीएम के मुताबिक तोमर ने कहा था 'एक फोन कॉल पर वह उपलब्ध हैं।”
आल पार्टी मीट में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, टीएमसी के सुदीप बंद्योपाध्याय, शिवसेना सांसद विनायक राउत, और एसएडी के बलविंदर सिंह भांडेर ने किसान आंदोलन पर अपनी बात रखी। जबकि जेडीयू सांसद आरसीपी सिंह ने कानूनों का समर्थन किया।
गृह मंत्रालय ने सिंघु, गाजीपुर, टिकरी बॉर्डर और आस-पास के इलाकों में 31 जनवरी तक इंटरनेट सेवाओं को किया बंद
केंद्रीय केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 29 जनवरी को रात 11 बजे से 31 जनवरी को रात 11 बजे तक के लिए सिंघु, गाजीपुर, टिकरी बॉर्डर और उनके आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद किया है। मंत्रालय के मुताबिक, सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है।
किसान आंदोलन को तोड़ने के लिए कई षड्यंत्र रचे जा रहे: कपिल सिब्बल
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा, “बिना इजाजत के कोई लाल किले में नहीं पहुंच सकता। वे लोग सीधा लाल किला चले गए और वो लोग खुद कह रहे हैं कि हमें किसी ने नहीं रोका। आंदोलन को तोड़ने के लिए कई षड्यंत्र रचे जा रहे हैं।”
पटना: कृषि कानूनों के खिलाफ महागठबंधन ने मानव श्रृंखला बनाकर किया प्रदर्शन
हम लोग किसानों के साथ एकजुटता से खड़े हैं: आरजेडी नेता तेजस्वी यादव
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “आज महागठबंधन (लेफ्ट, कांग्रेस और RLD) ने मानव श्रृंखला बनाई है। गांवों में पंचायत स्तर पर लोग मानव श्रृंखला बनाकर खड़े हैं। इसका मकसद है कि हम लोग किसानों के साथ एकजुटता से खड़े हैं।”
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल बोले- हम जहां बैठे हैं वहां सरकार ने बंद किया इंटरनेट
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हम जहां बैठे हैं वहां पर सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया है, हरियाणा में भी इंटरनेट बंद कर दिया है। कई बार पानी, बिजली बंद कर देते हैं।
NH-24, गाजीपुर बॉर्डर पर आने और जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस
दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का अनशन शुरू, गाजीपुर बॉर्डर के आस-पास के इलाकों में रोकी इंटरनेट सेवा
किसानों ने अपना अनशन शुरू कर दिया है। इस बीच गाजीपुर बॉर्डर और आस-पास के इलाकों में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है। इससे पहले किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने सिंघु बॉर्डर पर इंटरनेट सेवा बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमारी बातें लोगों तक नहीं पहुंच सके इसके लिए इंटरनेट सेवा रोकी गई है।
कल बागपत में पंचायत करने के बाद हम दिल्ली कूच करेंगे: किसान नेता नरेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने कहा कि कल बागपत में पंचायत करने के बाद हम दिल्ली कूच करेंगे। किसानों पर जो राजनीति हो रही है उस पर पंचायत में चर्चा करेंगे।
सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी, बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात
टिकरी बार्डर पर किसान आंदोलन के बीच सुरक्षा कड़ी
कृषि कानूनों के खिलाफ तेज हो रहा आंदोलन, राकेश टिकैत की अपील का असर, गाजीपुर बॉर्डर पर जनसैलाब
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसान डटे हुए हैं। गाजीपुर और सिंघु बॉर्डर पर आंदोलन और तेज हो रहा है। कड़ाके की सर्दी में भी लगातार किसानों की संख्या बढ़ रही है। गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत की अपील का असर दिख रहा है। बड़ी संख्या में किसान बॉर्डर का रुख कर रहे हैं।
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