लखीमपुर कांड: 12 घंटे तक हुई पूछताछ, ये हैं वो सवाल, जिनके चक्रव्यूह में फंस गया मंत्री का बेटा और जाना पड़ा जेल!

जांच टीम की पूछताछ में आशीष से कई अहम सवाल पूछे गए। एसआईटी के इस सवाल का आशीष जवाब भी नहीं दे सका कि 3 अक्टूबर को दिन में 2:36 से 3:30 बजे तक वह कहां था? आशीष इस सवाल का जवाब नहीं दे पाया।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

लखीमपुर कांड में शनिवार को करीब 12 घंटे तक हुई पूछताछ के बाद आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को लखीमपुर में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से अदालत ने आशीष मिश्रा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बताया जा रहा है कि आशीष मिश्रा पूछताछ में पुलिस का सहयोग नहीं कर रहा था। सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

खबरों के मुताबिक, आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच ने 32 सवाल पूछे। इस दौरान आरोपी आशीष मिश्रा का बार-बार यही कहना था कि वह मौके पर मौजूद नहीं था। अपनी बात को साबित करने के लिए आशीष मिश्रा ने कई वीडियो और शपथ पत्र सामने पेश किए। कई चरणों में चार-चार अधिकारियों ने मोनू से क्रॉस प्रश्न किए। सवालों का जवाब देने के लिए आशीष मिश्रा को कई वीडियो साक्ष्य पेश करने पड़े। साथ ही उन लोगों की कथित तौर पर दी गई गवाही के कागज भी पेश किए। जांच टीम का सबसे अहम सवाल यह था कि 3 अक्तूबर रविवार को दोपहर 2:36 बजे से लेकर 3:30 बजे तक आशीष मिश्रा कहां थे? यह वही वह समय जब तिकुनिया इलाके में यह कांड हुआ, जिसमें आठ लोगों की कुचल कर मार दिया गया था। बताया जा रहा है आशीष मिश्रा द्वारा दिए गए जवाबों से पुलिस संतुष्ट नहीं हुई। पुलिस ने पहलू से पूछताछ की, इस दौरान तमाम सवाल और आशंकाएं सामने आईं। आखिरकार पुलिस ने आशीष मिश्रा को अरेस्ट कर लिया।


जांच टीम की पूछताछ में आशीष से कई अहम सवाल पूछे गए। एसआईटी के इस सवाल का आशीष जवाब भी नहीं दे सका कि 3 अक्टूबर को दिन में 2:36 से 3:30 बजे तक वह कहां था? आशीष इस सवाल का जवाब नहीं दे पाया। यानी आशीष ने घटना के दिन के वीडियो दिखाकर खुद को कहीं और बताने के प्रयास किए, लेकिन जिस समय किसानों को कार से रौंदने की घटना हुई, ठीक उसी वक्त वो कहां था, ये साबित करने में वो सफल नहीं रहा।

ये है पूरा मामला:

3 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे। उन्हें रिसीव करने के लिए गाड़ियां जा रही थीं। यह गाड़ियां केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की बताई गईं। रास्ते में तिकुनिया इलाके में किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी, जिससे 4 लोगों की मौत हो गई। किसानों की मौत के बाद मामला बढ़ गया और हिंसा भड़क गई। हिंसा में बीजेपी नेता के ड्राइवर समेत चार लोगों की मौत हो गई। कुल मिलाकर इस हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई।

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Published: 10 Oct 2021, 9:56 AM