उत्तर प्रदेश में सड़क पर ईद की नमाज पढ़ने पर हजारों लोगों के खिलाफ FIR दर्ज

उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद के मौके पर बड़ी ईदगाह, बेनाझाबर, जाजमऊ और बाबूपुरवा में सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में पुलिस ने सतरह सौ लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश में ईद के मौके पर जिन लोगों ने सड़कों पर नमाज पढ़ी उनके खिलाफ पुलिस ने एक्शन लिया है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। अज्ञात लोगों के खिलाफ यह एफआईर दर्ज की गई है। मुख्य तौर पर सबसे ज्यादा लोगों के खिलाफ जहां एफआईआर दर्ज की गई है वह कानपुर और अलीगढ़ है।

कानपुर में ईद की नमाज पढ़ने वालों पर एक्शन

कानपुर में ईद के मौके पर बड़ी ईदगाह, बेनाझाबर, जाजमऊ और बाबूपुरवा में सड़क पर नमाज अदा करने के आरोप में पुलिस ने सतरह सौ लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की है। वहीं, बेनाझाबर में 1500 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी तरह जाजमऊ में 200 से 300 और बाबूपुरवा में 30 से 40 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। आरोपियों में ईदगाह प्रबंध समितियों के सदस्य भी शामिल हैं।

कानपुर के बाबूपुरवा में प्राथमिकी दर्ज कराने वाले सब-इंस्पेक्टर बृजेश कुमार ने कहा कि शांति समिति की बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया था कि ईदगाह के अंदर ही नमाज अदा की जाएगी और जो लोग भीड़ की वजह से नमाज नहीं अदा कर सके, वे दूसरी पाली में नमाज अदा करेंगे। इसी तरह बजरिया पुलिस ने भी दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि निषेधाज्ञा के बावजूद सैकड़ों लोगों ने सड़कों पर ईद की नमाज में शामिल हुए। पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। कानपुर के पुलिस उपायुक्त मध्य प्रमोद कुमार ने कहा कि पुलिस सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज की जांच कर रही है।


अलीगढ़ में भी FIR, एसपी ने क्या कहा?

अलीगढ़ में अलविदा नमाज और ईद-उल-फितर के दिन सड़क पर नमाज अदा करने पर अज्ञात लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग थानों में दो मामले दर्ज किये गए हैं। 21 और 22 अप्रैल को अलीगढ़ शहर के खटिकान चौराहा को सब्जी मंडी चौराहा और चरखवालान चौराहा को मरघटवाले रोड से जोड़ने वाली सड़कों पर लोगों ने नमाज अदा की थी। इस संबंध में कोतवाली नगर और दिल्ली गेट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।

अलीगढ़ के एसपी कुलदीप सिंह गुणावत ने कहा कि जिला प्रशासन और पुलिस द्वारा अलीगढ़ में व्यापक व्यवस्था की गई थी। धार्मिक नेताओं और शांति समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठकें की गईं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ईद पर सड़कों पर नमाज अदा न की जाए। इस तरह की जानकारी मीडिया के माध्यम से भी प्रसारित की गई। इसके बावजूद सड़क पर नमाज अदा की गई। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी अब निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वालों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा कर रहे हैं।

यूपी में प्रशासन ने क्या आदेश दिया था?

उत्तर प्रदेश में ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती के दौरान सड़कों पर किसी भी तरह के धार्मिक आयोजन की अनुमति नहीं दी गई थी। राज्य के सभी जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया था कि धार्मिक कार्यक्रम घर के अंदर ही आयोजित किए जाएं और किसी भी व्यक्ति को सड़कों को अवरुद्ध करने की अनुमति ना दी जाए।

प्रधान सचिव (गृह) संजय प्रसाद और विशेष पुलिस महानिदेशक (एसडीजीपी) प्रशांत कुमार ने इस संबंध में एडीजी, इंस्पेक्टर जनरल (आईजी), डिप्टी आईजी, जिला पुलिस प्रमुख, मंडल आयुक्त और जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) जैसे सभी फील्ड अधिकारियों को निर्देश जारी किए थे। प्रसाद ने कहा था कि फील्ड के सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि धार्मिक कार्यक्रम उनके निर्धारित स्थान पर ही हों।

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Published: 28 Apr 2023, 10:29 AM
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