उत्तर प्रदेश में बच्चे को दूध न मिलने पर बेबस था परिवार, प्रियंका गांधी की मदद से चेहरे पर लौटी खुशी

बीते दिनों एक न्यूज वेबसाइट पर मुजफ्फरनगर के एक बेबस परिवार की पीड़ा प्रकाशित हुई थी। परिवार में आर्थिक तंगी के कारण दो माह के बच्चे को दूध तक नहीं मिल पा रहा था। खबर प्रियंका गांधी की नजर में आ गई, जिसके बाद इस परिवार को कांग्रेस की ओर से मदद पहुंचाई गई।

फोटोः आस मोहम्मद कैफ
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आस मोहम्मद कैफ

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद के मीरापुर कस्बे में एक बच्चे को दूध न मिलने की रिपोर्ट पढ़कर कांग्रेस की यूपी प्रभारी और महासचिव प्रियंका गांधी ने सीधे जरूरतमंद परिवार के घर पर मदद भेज दी। नाउम्मीदी के अंधेरे में अचानक प्रियंका गांधी की मदद पाकर परिवार का चेहरा न केवल खिल उठा, बल्कि बच्चे की मां फिरदौस भावुक होकर रोने भी लगी।

दरअसल 3 मई को एक न्यूज वेबसाइट पर मीरापुर के मोहल्ला नमक मंडी के एक बेबस परिवार की पीड़ा प्रकाशित हुई थी। इसका शीषर्क था ‘ढाई महीने का मेरा बच्चा भूख से बिलखता है, एक दिन भी इफ़्तार में फल नही देखा’। इस रिपोर्ट के बाद कई लोगों ने इस परिवार की मदद करने की ख्वाहिश भी जाहिर की थी। इसी बीच यह खबर प्रियंका गांधी की नजर में आ गई, जिसके बाद आज इस परिवार को स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता मदद करने पहुंच गए।

फोटोः आस मोहम्मद कैफ
फोटोः आस मोहम्मद कैफ

इस परिवार का मुखिया शाकिब एक ढाबे में वेटर का काम करता था और 330 रुपये रोज कमाता था। पिछले डेढ़ महीने से लॉकडाऊन के चलते यह ढाबा बंद है, जिसके कारण वो मुसीबत से जूझ रहा था। शाकिब की पत्नी फिरदौस की गोद मे एक ढाई महीने का बच्चा भी है। फिरदौस के मुताबिक आर्थिक तंगी की वजह से उसके बच्चे को दूध नहीं मिल पा रहा था। यहां तक कि रमजान के महीने में इफ्तार में एक फल तक देखने को नसीब नहीं था।

भयानक तंगी से हताश शाकिब को कहीं से कर्ज भी नहीं मिल रहा था। शाकिब ने बताया था कि उसका परिवार एक सप्ताह सिर्फ नमक का चावल और एक सप्ताह तक सिर्फ रूखी रोटी खा कर रहा था। शाकिब की इस व्यथा को एक न्यूज वेबसाइट ने प्रकाशित किया था। प्रकाशन के बाद इस रिपोर्ट को अलीगढ़ के एक यूजर नासिर मिर्जा ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस को ट्वीट कर दिया।

फोटोः आस मोहम्मद कैफ
फोटोः आस मोहम्मद कैफ

वहां से यह मामला कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के संज्ञान में आया, जिसके बाद उन्होंने सीधे रिपोर्टर से इस परिवार का संपर्क मांगा और मुजफ्फरनगर कांग्रेस से बात की। आज उन्होंने परिवार को मदद भेज दी। कांग्रेस सोशल मीडिया प्रभारी और जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष मोहित पांडेय के अनुसार प्रियंका जी ने उन्हें इस परिवार की मदद के लिए कहा था, जिसके बाद तुरंत कांग्रेस के मुजफ्फरनगर जिला अध्यक्ष जुनैद रउफ को निर्देश जारी किेये गए।

मुजफ्फरनगर जिला कांग्रेस अध्यक्ष जुनैद रऊफ ने बताया कि उन्हें बुधवार की रात कांग्रेस दफ्तर से फोन आया कि 'दीदी' (प्रियंका गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ता इसी नाम से पुकारते हैं) चाहती हैं कि तत्काल इस परिवार को सहायता उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने बताया कि इसके लिए मीरापुर के पुराने कांग्रेस कार्यकर्ता तारिक सिद्दीकी को परिवार की मदद के लिए भेज दिया गया। तारिक बुधवार की शाम शाकिब के घर पहुंचे और वहां उन्होंने प्रियंका गांधी के द्वारा उनकी परेशानी को संज्ञान में लेने की जानकारी दी। बाद में शाकिब के परिवार को राशन, फल, ड्राई फ्रूट्स जैसे खाने-पीने का सामान दिया गया।

शाकिब ने बताया कि उसे मंगलवार को ही कांग्रेस दफ्तर से कॉल आ गई थी और आज मदद पहुंच भी गई। अपनी बदहाली के आंसू रो रहे शाकिब और उसके परिवार के चेहरे पर लौट आई खुशी के साथ शाकिब और उसकी पत्नी फिरदौस ने प्रियंका गांधी का आभार जताया। शाकिब के अनुसार उन्हें इसकी उम्मीद नहीं थी, मगर आज की दुनिया मे कब क्या हो जाए, कहा नहींं जा सकता।पत्नी फिरदौस का चेहरा भी इस मदद के बाद खिल गया। उसने बताया उसे इस बात की बहुत खुशी है कि अब उसका बच्चा दूध की कमी से रोएगा नहीं।

शाकिब के पड़ोसी जान मोहम्मद मेवाती ने प्रियंका गांधी के इस कदम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि ऐसे मुश्किल समय पर जब सारे देश के गरीब लोग इसी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं तो इस स्तर की हमदर्दी उनको गरीबों का हितेषी साबित करती है। हमें पड़ोस में रहने के बावजूद यह सब पता नहीं चला और वो दूर बैठकर भी मदद कर रही हैं।

शाकिब के घर तक मदद लेकर पहुंचे तारिक सिद्दीकी ने कहा कि "उन्हें बहुत अच्छा अहसास हुआ है। वो 35 साल से कांग्रेस में हैं, लेकिन पहली बार किसी बड़े नेता ने इतनी बारीकी से नजर रखी है।इसके लिए प्रियंका जी का शुक्रिया। तारिक ने आगे कहा कि पिछले कई सालों से प्रदेश में कांग्रेस इतनी सक्रीय नहीं रही, जिसके सभी को नुकसान हुआ, लेकिन प्रियंका गांधी जी का काम करने का अंदाज अलग है।"

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Published: 07 May 2020, 6:16 PM