न्यू इंडिया में रिश्वत और अवैध कमीशन का नाम है इलेक्टोरल बॉंड: राहुल गांधी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉंड को लेकर हुए नए खुलासे के बाद तीखा कटाक्ष किया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा है कि, “नए इंडिया में रिश्वत और अवैध कमीशन को चुनावी बॉंड कहते हैं”

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉंड को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर कटाक्ष किया है। उन्होंने इन बॉंड्स को रिश्वत और अवैध कमीशन की संज्ञा दी है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, “न्यू इंडिया में रिश्वत और अवैध कमीशन को चुनावी बॉन्ड कहा जाता है।”


राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ हफिंग्टन पोस्ट की उस खबर को शेयर किया है जिसमें यह खुलासा किया गया है कि आरबीआई ने इलेक्टोरल बॉंड को लेकर असहमति जताते हुए सवाल उठाए थे।

इससे पहले कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार ने आरबीआई को दरकिनार करते हुए इलेक्टोरल बॉन्ड पेश किए, ताकि काले धन को बीजेपी के कोष में लाया जा सके। कांग्रेस ने योजना को तुरंत समाप्त करने की मांग भी की।

वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर हमला किया। प्रियंका ने कहा कि, भारतीय रिजर्व बैंक को दरकिनार करते हुए चुनावी बॉन्ड लाया गया ताकि कालाधन बीजेपी के पास पहुंच सके।

उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया, आरबीआई को दरकिनार कर और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को खाारिज करते हुए चुनावी बॉंड को मंजूरी दी गई ताकि बीजेपी के पास कालाधन पहुंच सके। ऐसा लगता है कि बीजेपी को कालाधान खत्म करने के नाम पर चुना गया था, लेकिन यह उसी से अपना जेब भरने में लग गई। प्रियंका ने कहा, यह देश की जनता के साथ शर्मनाक विश्वासघात है।


चुनावी बॉंड पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, आरबीआई ने इलेक्टोरल बांड का विरोध किया कि इससे गुमनाम चंदा व धनधोधन में बढ़ोतरी होगी। अब मोदी सरकार बताए कि कितने हजार करोड़ के इलेक्टोरल बॉंड जारी हुए? सुरजेवाला ने सवाल किया, बीजेपी को कितने हजार करोड़ मिले? क्या यह एक हाथ लें और दूसरे हाथ दें वाली बात है? क्या ये है हजारों करोड़ की बीजेपी का मंत्र?

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