नदियों में बहते अनगिनत शव, अस्पतालों में लाइनें मीलों तक, जीवन सुरक्षा का छीना हक़! PM, गुलाबी चश्में उतारो: राहुल गांधी

देश में कोरोना संक्रमण महामारी ने रौद्र रूप धारण किया हुआ है। इसी बीच उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ इलाकों से कोरोना संकट काल में नदियों में शवों के तैरने की तस्वीरें सामने आई हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

देश में कोरोना संक्रमण महामारी ने रौद्र रूप धारण किया हुआ है। इसी बीच उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ इलाकों से कोरोना संकट काल में नदियों में शवों के तैरने की तस्वीरें सामने आई हैं। मंगलवार को राहुल गांधी ने इसी मुद्दे के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने आज फिर ट्वीट कर पीएम मोदी पर हमला बोला है।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर बोला हमला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है, “ नदियों में बहते अनगिनत शव, अस्पतालों में लाइनें मीलों तक, जीवन सुरक्षा का छीना हक़! PM, वो गुलाबी चश्में उतारो जिससे सेंट्रल विस्टा के सिवा कुछ दिखता ही नहीं।


यूपी-बिहार की नदियों में मिले हैं मरीजों के शव

बता दें कि कोरोना संकट के बीच यूपी, बिहार और हरियाणा से नदियों में मरीजों की लाशें मिलने की घटना सामने आई है। दरअसल कहा जा रहा है कि श्मशान घाटों में मरीजों के दाह संस्कार के लिए जगह नहीं मिल रही है इसलिए परिजनों में शवों को बहा दिया है। इसी को लेकर राहुल गांधी ने आज पीएम मोदी पर तंज कसा है।

कांग्रेस का "हैशटैग स्पीक अप सेव लाइवस" अभियान शुरू

कोरोना महामारी के बीच कांग्रेस ने कोविड के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने के लिए "हैशटैग स्पीक अप सेव लाइवस" अभियान शुरू किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस अभियान में शामिल हुए और कहा, "हमारे देश को इस संकटपूर्ण समय में मदद की जरूरत है। आइए हम सब अपनी जान बचाने के लिए कुछ करते हैं।" कांग्रेस ने सरकार पर संकट को ठीक ढंग से निपटने में विफल रहने का आरोप लगाया है।

कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कोविड 19 महामारी की दूसरी लहर गंभीर आपदा और नरेंद्र मोदी सरकार की 'उदासीनता' 'असंवेदनशीलता' और 'अक्षमता' का प्रत्यक्ष परिणाम है।

नदियों में बहते अनगिनत शव, अस्पतालों में लाइनें मीलों तक, जीवन सुरक्षा का छीना हक़! PM, गुलाबी चश्में उतारो: राहुल गांधी

यह केंद्र सरकार द्वारा वैज्ञानिकों की इच्छाशक्ति की अवहेलना , महामारी पर जीत की इसकी समयपूर्व घोषणा (जो कि सिर्फ पहली लहर थी), और इसकी अनिच्छा और चेतावनी के बावजूद अग्रिम में योजना बनाने में असमर्थता का प्रत्यक्ष परिणाम है।

कांग्रेस ने कहा है कि वैक्सीन की आपूर्ति 'काफी अपर्याप्त है', और मूल्य निर्धारण नीति अपारदर्शी और भेदभावपूर्ण है।

ऑनलाइन पंजीकरण में वॉक इन विकल्प को अनिवार्य किया जाए और पहले लाखों लोगों को, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में और समाज के कमजोर वर्गों से संबंधित लोगों के सेक्शन को जोड़ा जाए।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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Published: 11 May 2021, 2:06 PM