राकेश टिकैत ने संयुक्त किसान मोर्चा में मतभेद से किया इनकार, कहा- आंदोलन खत्म नहीं हो रहा, 4 दिसंबर को अहम फैसला

राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक पूरे देश भर में किसानों पर दर्ज मुकदम वापस नहीं होंगे, एमएसपी की गारंटी का कानून नहीं बनेगा, दिल्ली में जब्त हमारे डेढ सौ से ज्यादा ट्रैक्टर जब तक वापस नहीं मिलेंगे, तब तक हम ये मोर्चा नहीं खाली करने वाले हैं।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों की वापसी के बाद किसान आंदोलन खत्म करने के मुद्दे पर किसान संगठनों में मतभेद की खबरों को राकेश टिकैत ने सिरे से खारिज किया है। किसान नेता ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल किसान संगठनों में कोई मतभेद नहीं है और किसान कहीं नहीं जा रहे हैं, ना आंदोलन खत्म हो रहा है।

किसान संगठनों में मतभेद पर राकेस टिकैत ने कहा कि ये सिर्फ अफवाह है और ये अफवाह चार दिसंबर तक चलते रहेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक पूरे देश भर में किसानों पर दर्ज मुकदम वापस नहीं होंगे, एमएसपी की गारंटी का कानून नहीं बनेगा, दिल्ली में जब्त हमारे डेढ सौ से ज्यादा ट्रैक्टर जब तक वापस नहीं मिलेंगे, तब तक हम ये मोर्चा नहीं खाली करने वाले हैं। टिकैत ने साफ कहा कि कोई भी ग्रुप आंदोलन खत्म नहीं कर रहा है। आंदोलन जारी है।


राकेश टिकैत ने कहा कि 4 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की एक बैठक है। उसी बैठक में आंदोलन पर फैसला होगा और आगे की रणनीति तय होगी। राकेश टिकैत ने कहा कि तीन दिन तक सरकार के पास भी टाइम है। उन्होंने कहा कि सरकार बड़ी चीज होती है, वो कुछ भी कर सकती है। लेकिन सरकार अभी हवा में काम कर रही है। तीन कानूनों की वापसी को लेकर किसी ने हमसे कोई बात नहीं की। एमएसपी पर बनाई जाने वाली कमेटी के लिए नाम मांगे जाने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि ये भी मीडिया के जारिए उन्हें पता चला है, हमारे पास अधिकारिक पत्र नहीं आया है।

बता दें कि किसान आंदोलन के पूरे एक साल बाद केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही तीनों विवादित कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। इसके बाद सोमवार को संसद की दोनों सदनों से कृषि वापसी कानून बिल पास भी हो गया। केंद्र सरकार को उम्मीद थी कि कानून वापसी के साथ ही आंदोलन खत्म हो जाएगा, लेकिन एमएसपी समेत कई अन्य मुद्दों के हल के बिना किसान मानने को तैयार नहीं हैं।

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