उज्जैन में विकास के अरेस्ट से पहले महाकाल थानेदार को बदला गया था, कांग्रेस नेता ने जताई साजिश की आशंका

बुधवार को उज्जैन के पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने अचानक 10 पुलिसकर्मियों का तबादला किया था, जिसमें महाकाल थाना प्रभारी प्रकाश वास्कले का भी नाम था। फिर उसी रात डीएम के साथ एसपी महाकाल मंदिर गए और फिर गुरुवार की सुबह वहां से विकास दुबे की गिरफ्तारी हो गई।

फोटोः सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के हत्या के आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे की मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में महाकाल मंदिर से गिरफ्तारी की कहानी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। विकास की गिरफ्तारी से एक दिन पहले रात में उज्जैन के डीएम-एसपी के महाकाल मंदिर में जाने पर उठे सवालों के बीच विकास की गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले महाकाल थाने के थाना प्रभारी का तबादला कर दिए जाने को लेकर नए सवाल उठ खड़े हुए हैं।

कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के वरिष्ठ नेता और ग्वालियर-चंबल संभाग के मीडिया प्रभारी के के मिश्रा ने विकास दुबे की गिरफ्तारी से ठीक पहले महाकाल थाने के प्रभारी के तबादले पर सवाल उठाया है। उन्होंने सावल पूछा, "यह संयोग है या षड्यंत्र? विकास दुबे के राजनैतिक सरेंडर के पूर्व कल ही महाकाल थाने के प्रभारी वास्केल का तबादला कर अरविंद तोमर को लाया गया। विकास कानपुर से सटे 56 क्षेत्रों का बीजेपी प्रभारी रहा है! यूपी पुलिस विकास का एनकाउंटर चाह रही थी, बीजेपी बचाना? फरारी में क्लीन सेव जैसा दूल्हा, वाह?"

बता दें कि विकास की गिरफ्तारी के एक दिन पहले बुधवार को उज्जैन के पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने 10 पुलिसकर्मियों के तबादले का आदेश जारी किया था, जिसमें महाकाल थाने के प्रभारी प्रकाश वास्कले का तबादला कर उनके स्थान पर अरविंद सिंह तोमर को पदस्थ किया गया था। और फिर उसी रात एसपी, डीएम के साथ महाकाल मंदिर गए और बंद कमरे में किसी से लंबी मुलाकात की और उसके बाद गुरुवार सुबह वहां से विकास की गिरफ्तारी हो गई।

कांग्रेस नेता के के मिश्रा ने विकास की गिरफ्तारी में गहरी साजिश की आशंका जताते हुए कहा, "मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा यूपी चुनाव में कानपुर के प्रभारी थे। आगे आप खुद समझदार हैं।" उन्होंने आगे कहा, "शिवराज जी, आप कह रहे हैं महाकाल में आने से किसी के पाप नहीं धूल जाएंगे। प्रश्न यह है कि महाकाल (उज्जैन) तक वह प्रदेश की किस सीमा से घुसा? मंदिर प्रवेश ऑनलाइन है, आधार कार्ड किसका है? क्या इतने कुख्यात आरोपी को एक निहत्था सुरक्षाकर्मी पकड़ सकता है? आप ट्वीट नहीं, कुहासा स्पष्ट कीजिए!"

बता दें कि कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिस जवानों की हत्या का आरोपी विकास उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर से गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया। उसे पकड़ने में निजी सुरक्षा एजेंसी के एक कर्मचारी की अहम भूमिका रही है। इस गिरफ्तारी को लेकर बीजेपी और बीजेपी की सरकार पर कई सवाल उठ रहे हैं, लेकिन अब तक इनके जवाब नहीं मिले हैं।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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