नवजीवन बुलेटिन: भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं पर अभी नहीं होगा FIR और रिम्स में ही होगा लालू यादव का इलाज

दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने हाई कोर्ट से कहा कि भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का सही समय नहीं है। वहीं आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव को रांची के रिम्स अस्पताल से किसी दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा।

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नवजीवन डेस्क

दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने हाई कोर्ट से कहा कि भड़काऊ बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का सही समय नहीं है। ऐसें में कोर्ट ने पुलिस को चार हफ्ते का समय दे दिया है। दिल्ली हाई कोर्ट में दिल्ली हिंसा का मामले की सुनवाई के दौरान पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी 106 लोग स्थानीय हैं। पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर और भी गिरफ्तारी की जाएगी।

हरियाणा में खट्टर सरकार के मंत्री ने दिल्ली हिंसा को लेकर विवादित बयान दिया है। बीजेपी के मंत्री रणजीत चौटाला ने दिल्ली हिंसा पर कहा कि दंगे तो होते रहे हैं। पहले भी होते रहे हैं। ये तो पार्ट ऑफ लाइफ है जो होते रहते हैं। मंत्री रंजीत चौटाला का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब दिल्ली हिंसा से मौत के आंकड़ों में लागातार इजाफा हो रहा है और यह 34 पर पहुंच गया है।

समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान, उनकी पत्नी और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को गुरुवार की सुबह सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। तीनों को गुरुवार तड़के ही सीतापुर की जेल के लिए स्थांतरित कर दिया गया, जिसके बाद दोपहर को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव उनसे मिलने के लिए पहुंचे।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को रांची के रिम्स अस्पताल से किसी दूसरे अस्पताल में स्थानांतरित नहीं किया जाएगा। रिम्स मेडिकल बोर्ड ने गुरुवार को एक बैठक के बाद कहा कि उन्हें रिम्स में बेहतर इलाज मिल रहा है इसलिए उन्हें यहां से किसी दूसरे अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा। रिम्स की मेडिकल बोर्ड ने 12 गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लालू प्रसाद की मेडिकल रिपोर्ट देखने के बाद यह फैसला लिया है।

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