नवजीवन बुलेटिन: प्रियंका गांधी ने बाढ़ प्रभावितों को मदद का दिलाया भरोसा और पशुपालकों को CM बघेल का तोहफा

असम, बिहार और यूपी के कई क्षेत्रों में आई बाढ़ को लेकर प्रियंका गांधी ने चिंता जाहिर की है, साथ ही लोगों की मदद का भरोसा दिलाया है और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली फेस्टिवल पर 'गोधन न्याय योजना' का शुभारंभ किया।

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नवजीवन डेस्क

देश के कई राज्यों में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश और बाढ़ की स्थिति को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने चिंता जाहिर की है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि असम, बिहार और यूपी के कई क्षेत्रों में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त है। लाखों लोगों पर संकट के बादल छाए हुए हैं। बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हम तत्पर हैं। प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अपील करती हूं कि प्रभावित लोगों की मदद करने का हर संभव प्रयास करें।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हरेली फेस्टिवल पर 'गोधन न्याय योजना' का शुभारंभ किया है। इसके साथ ही इस जश्न में रायपुर में हिस्सा लिया। हरेली के अवसर पर राज्य के कई अधिकारियों ने शुभकामनाएं भी दी है। योजना के तहत सरकार पशुपालकों से गोबर खरीदेगी। सरकार ने गोबर का परिवहन व्यय सहित दो रुपये प्रति किलो दाम तय किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गौ-पालन को आर्थिक रूप से लाभदायी बनाने तथा खुले में चराई की रोकथाम और सड़कों एवं शहरों में जहां-तहां आवारा घुमते पशुओं के प्रबंधन एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए छत्तीसगढ़ राज्य में गोधन न्याय योजना शुरू की गई है। बता दें कि कृषि मंत्री रवींद चौबे के मुताबिक मंत्रिमंडलीय उपसमिति ने गाय का गोबर खरीदने की सिफारिश की थी।

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बाढ़ और कोरोना वायरस के बहाने एक बार फिर से नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। सोमवार को तेजस्वी यादव ने साफ लहजे में कहा कि नीतीश कुमार कुर्सी बचाने में लगे हैं, उनको न तो कोरोना और न ही बाढ़ की चिंता है। पूरा प्रशासन और सिस्टम सिर्फ और सिर्फ चुनाव में लगा हुआ है। तेजस्वी ने कहा कि चुनाव लोगों की जान बचाने के लिए होता है और नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं। तेजस्वी ने कहा कि आज बिहार ज्वालामुखी पर खड़ा है, हमलोग लगातार सरकार को सचेत करते रहे, लेकिन सरकार ने एक न सुनी और नतीजा आज सबके सामने है।

दिल्ली सरकार द्वारा संचालित जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की 40 नर्सों को अचानक से काम से निकाल दिया गया है, जिसका उन्होंने विराध किया है। जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अनुबंध के आधार पर काम कर रही 40 से अधिक नर्सों ने अचानक अपना अनुबंध समाप्त करने के बाद विरोध प्रदर्शन किया। विरोध कर रही नर्सों का कहना है कि अधिकारियों ने हमारी समाप्ति पर कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया। हमने COVID के बीच कड़ी मेहनत की, हम अपनी नौकरी चाहते हैं। दिल्ली सरकार लगातार कोरोना की स्थिती से निपटने का प्रयास कर रही है। इस समय दिल्ली में अधिक से अधिक डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत है।

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