वीडियो: कोरोना के आगे वैज्ञानिकों ने भी मान ली हार ? वैक्सीन को लेकर कही ये बात
वैज्ञानिकों की पकड़ में आए एचआईवी को 30 साल से ज्यादा हो गए हैं। हालांकि अभी तक एड्स की वैक्सीन नहीं बन सकी है। डेंगू बुखार की वजह बनने वाले वायरस की पहचान साल 1943 में हुई थी, लेकिन पिछले साल ही उसकी पहली वैक्सीन मंजूरी मिली। मम्प्स नाम की एक बीमारी की वैक्सीन बनने में सबसे कम चार साल लगे थे।
कोरोना वायरस की त्रासदी के बीच ये कहना बड़ा मुश्किल सा है कि इसकी वैक्सीन आने में अभी कितना समय लगेगा। ब्रिटेन के डिप्टी चीफ मेडिकल ऑफिसर जोनाथन वैन टाम ने कुछ दिन पहले ही ऐसे शब्द कहे थे, जो कोई नहीं सुनना चाहता था। उन्होंने कहा था, 'हम ये यकीन से नहीं कह सकते कि वैक्सीन मिल ही जाएगी।' हालांकि वे अपनी जगह एकदम सही थे। वैक्सीन सिद्धांत में सरल होती हैं, लेकिन व्यवहार में जटिल हैं। एक आदर्श वैक्सीन न सिर्फ इंफेक्शन से बचाती है, बल्कि वो संक्रमण को रोकती है और सुरक्षित भी होती है। हालांकि इसे हासिल करना इतना भी आसान नहीं होता, जैसा कि सुर्खियों में दिखता है।
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