डॉ कफील खान को यूपी एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत का सिलसिला जारी

गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत के मामले में डॉ कफील खान को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।



फोटो : Getty images
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नवजीवन डेस्क

गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में हुई बच्चों की मौत के मामले में डॉ कफील खान को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस पहले ही मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और उनकी पत्नी डॉक्टर पूर्णिमा शुक्ला को गिरफ्तार कर चुकी है। बीते शुक्रवार को कोर्ट ने डॉक्टर कफील सहित सात आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था।

डॉक्टर कफील खान गोरखपुर के मेडिकल कॉलेज के इंसेफलाइटिस वार्ड के प्रभारी थे। बच्चों की मौत का आरोप लगने के बाद फरार डॉक्टर कफील खान थे। सोशल मीडिया में वे लगातार खुद को निर्दोष साबित करते रहे। 10 और 11 अगस्त को कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी होने के कारण 36 बच्चों की मौत हो गयी थी। शुरूआती जांच में प्रिंसिपल समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता कंपनी को जांच समिति ने जिम्मेदार ठहराया था। टीम की रिपोर्ट के बाद मेडिकल कॉलेज के कई अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई।

हादसे के दूसरे दिन मीडिया में डॉक्टर कफील खान की काफी तारीफ हुई थी। अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की सूचना मिलने के बाद प्रभारी डॉक्टर कफील खान बाहर से ऑक्सीजन के तीन जंबों सिलेंडर अपनी गाड़ी में लेकर बीआरडी अस्पताल पहुंचे थे। तीन सिलेंडरों की मदद से कुछ बच्चों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई थी। लेकिन जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि डॉक्टर कफील खान समेत कई डॉक्टरों और कर्मचारियों की वजह से बच्चों की जान गई थी।

गोरखपुर के इस मेडिकल कॉलेज में अब भी बड़े पैमाने पर बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। अगस्त महीने में 415 बच्चों की मौत हो चुकी है। 31 अगस्त को 16 बच्चों की मौत हुई थी। इसने यूपी सरकार को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। आखिर उन डॉक्टरों और कर्मचारियों के नहीं होने के बाद भी बच्चों की मौत का सिलसिला क्यों नही रुक रहा है, जिन्हें जांच रिपोर्ट 10 और 11 अगस्त को बड़ी संख्या में बच्चों की हुई मौत का जिम्मेदार मानती है।

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Published: 02 Sep 2017, 1:44 PM