जन्मदिन विशेष: 'मदर इंडिया' की इस सीन के बाद नरगिस-सुनील एक दूजे के हुए, लेकिन शादी की खबर फैलाने पर लगा दी गई पाबंदी!

फिल्म मदर इंडिया नरगिस के कॅरियर में मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसी ग्रामीण भारतीय महिला का किरदार निभाया था, जो तमाम परेशानियों का सामना करती है और अपने बच्चों को पालती है।

फोटो: सोशल मीडिया
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अतहर मसूद

हिन्दी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री नरगिस दत्त की आज 93वीं सालगिरह है। नरगिस दत्त ने हिन्दी सिनेमा को ऐसी-ऐसी नायाब फिल्में दीं, जिसकी वजह से हिन्दी सिनेमा ना सिर्फ देश में बल्कि दुनियाभर में भी खूब पसंद किया जाने लगा। बेहद कम समय में वह बॉलीवुड के सभी निर्माता-निर्देशकों की पसंद बन गईं।

बॉलीवुड के शोमैन कहे जाने वाले एक्टर, प्रोड्यूसर और डॉयरेक्टर राजकपूर के साथ उनकी जोड़ी खूब जमी। एक लंबे अरसे तक नरगिस आर.के.बैनर की फिल्मों में बतौर लीड एक्ट्रेस राजकपूर के साथ नजर आईं। इसी दौरान राजकपूर के साथ उनकी अफेयर की खबरों ने भी खूब सुर्खियां बटोरीं, लेकिन नरगिस के सुनील दत्त से शादी कर लेने के बाद यह चैप्टर पूरी तरह बंद हो गया और नरगिस ने भी आर.के.बैनर की फिल्मों और राजकपूर से दूरियां बना लीं। कहा जाता है कि नरगिस के अचानक शादी कर लेने से राजकपूर डिप्रेशन का शिकार हो गए थे।

बात अगर नरगिस के फिल्मी करियर की हो और उसमें महबूब खान की फिल्म 'मदर इंडिया' का जिक्र ना हो तो बात अधूरी रह जाएगी। फिल्म मदर इंडिया नरगिस के कॅरियर में मील का पत्थर साबित हुई। इस फिल्म में उन्होंने एक ऐसी ग्रामीण भारतीय महिला का किरदार निभाया था, जो तमाम परेशानियों का सामना करती है और अपने बच्चों को पालती है, इस फिल्म में साहूकारों का किसानों पर जुल्म और सितम ढहाने के सटीक और मार्मिक दृश्य फिल्माए गए हैं। एक किसान जो कर्ज के बोझ में दबता है तो दबता ही चला जाता है और उस पर साहूकारों का जुल्मो सितम स्थिति को और भयावह बनाता जाता है। फिल्म जब रिलीज हुई तो बॉक्स ऑफिस पर बहुत बड़ी हिट साबित हुई। नरगिस, राजकुमार, सुनील दत्त और राजेन्द्र कुमार के काम को लोगों ने खूब पसंद किया, फिल्म के सभी गीत हिट साबित हुए।

फिल्म 'मदर इंडिया' में संगीत नौशाद ने दिया था और गीत लिखे थे शकील बदायूंनी ने। इस फिल्म से जुड़ी एक दिलचस्प बात यह है कि इसकी शूटिंग के दौरान ही नरगिस और सुनील दत्त ने शादी कर ली थी। हुआ यह था कि फिल्म के एक सीन में सुनील दत्त को आग से नरगिस को बचाना था। सेट पर हुई चूक से आग असलियत में सेट पर ही लग गई और नरगिस आग के बीच में फंस गईं। तब सुनील दत्त ने अपनी जान की परवाह किए बगैर आग में कूदकर नरगिस की जान बचाई थी। इसके बाद दोनों को एक दूसरे से इश्क हो गया और दोनों ने शादी कर ली।


फिल्म ‘मदर इंडिया’ के डॉयरेक्टर महबूब खान ने दोनों को खास तौर पर ताकीद की थी कि फिल्म के रिलीज होने से पहले शादी की बात सामने नहीं आनी चाहिए। इसके पीछे महबूब खान की यह फिक्र थी कि फिल्म में सुनील दत्त, नरगिस के बेटे का किरदार निभा रहे थे और अगर फिल्म के रिलीज होने से पहले यह बात दर्शकों को पता चल जाती कि दोनों असल में पति-पत्नि हैं तो दर्शक उनके किरदार को कभी स्वीकार ना कर पाते। ऐसे में महबूब खान की ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म ‘मदर इंडिया’ बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर जाती। यही वजह है कि महबूब खान ने फिल्म के रिलीज होने तक शादी की बात मीडिया से दोनों को छिपाए रखने को कही। फिल्म जब रिलीज हुई तो बॉक्स ऑफिस पर बहुत बड़ी हिट साबित हुई और बाद में ऑस्कर के लिए भी नामित हुई।

फिल्म ‘मदर इंडिया’ 1940 में महबूब खान की ही फिल्म औरत का रीमेक थी। इस फिल्म में नरगिस मुख्य किरदार में थीं, उन्होंने इस फिल्म में एक आदर्श भारतीय ग्रामीण महिला का किरदार निभाया। फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह एक गांव की औरत मुशकिलों में भी अपने परिवार को चलाती है। बच्चों की परवरिश करती है, किस तरह साहूकार के कर्ज में डूबे परिवार को नरगिस दिन रात मेहनत करके चलाती हैं।

बचपन में गांव के लाला के जुल्म से नरगिस का छोटा बेटा बिरजू यानी सुनील दत्त परिवार का बदला लेने के लिए डाकू बन जाता है, नरगिस उसे बहुत मनाने की कोशिश करतीं है, लेकिन वह नही मानता। वैसे तो फिल्म के सारे सीन्स और डॉयलॉग ही बहुत ही अच्छे हैं, लेकिन सबसे जबरदस्त सीन फिल्म का वह है, जिसमें फिल्म के आखिर में नरगिस लाला की बेटी की इज्जत बचाने के लिए अपने ही डाकू बने छोटे बेटे को गोली मार देती हैं। नरगिस को आज भी इस किरदार के लिए याद किया जाता है। उनका यह किरदार अमर हो गया।

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