सिनेजीवनः बिस्मिल्लाह खां को जयंती पर जैकी श्राफ ने किया याद और न्यूयॉर्क वापस लौटीं प्रियंका चोपड़ा
जलतरंग वादक और उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजेश्वर आचार्य ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को 'बनारस की संस्कृति का सच्चा प्रतीक' बताया है। अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने रानी मुखर्जी के 47वें जन्मदिन के अवसर पर उन्हें एक प्यारे नोट के साथ बधाई दी।

बिस्मिल्लाह खां की जयंती पर जैकी श्राफ ने उन्हें किया याद
अभिनेता जैकी श्राफ ने भारत रत्न और ‘शहनाई के जादूगर’ उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की जयंती पर उन्हें याद किया। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर उन्होंने कहा कि उस्ताद हमेशा दिलों में रहेंगे। इंस्टाग्राम के स्टोरीज सेक्शन पर उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की शहनाई बजाती एक तस्वीर को शेयर कर जैकी ने कैप्शन में अपने दिल की बात कही। उन्होंने लिखा, “आप हमेशा दिलों में रहेंगे।”
भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां बनारस की शान थे। उन्हें शहनाई का जादूगर कहा जाता था। उनकी शहनाई वादन इतनी बेहतरीन और दिल से निकलती थी कि उनकी आवाज सुनने के लिए दुनियाभर से लोग आया करते थे। उस्ताद राष्ट्रपति भवन में कई कलाकारों के साथ जुगलबंदी कर चुके हैं। उन्हें काशी की मूल संस्कृति का सशक्त प्रतिनिधि भी लोग कहते हैं। उनकी शहनाई के सुरों में काशी की संस्कृति और परंपराओं की महक थी। मुहर्रम के मौके पर उनकी शहनाई की दर्द भरी धुन हो या श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भोलेनाथ के प्रति उनकी श्रद्धा, श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देती थी।
बता दें, 'शहनाई सम्राट' बिस्मिल्लाह खां का जन्म 21 मार्च को बिहार के डुमरांव के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उस्ताद का नाम कमरुद्दीन खान था। जानकारी के अनुसार, काफी कम उम्र में वह अपने मामू के घर बनारस गए थे और इसके बाद वह बनारस के ही होकर रह गए, वही उनकी कर्मस्थली बन गई। खां को काशी से इतना लगाव था कि एक बार जब उन्हें अमेरिका से यहीं पर बस जाने का प्रस्ताव मिला तो उन्होंने सभी प्रकार की सुख-सुविधा मिलने की बात को एक पल में ही नकार दिया था। उस्ताद 'काशी कबहूं ना छोड़िए, विश्वनाथ के धाम' को मानते थे। उनका कहना था कि यहां गंगा है, यहां काशी विश्वनाथ हैं, यहां से जाना मतलब इन सभी से बिछड़ जाना। उनके मामू और गुरु अली बख्श साहब बालाजी मंदिर में शहनाई बजाते थे और वहीं रियाज भी करते थे। यहीं पर उन्होंने बिस्मिल्लाह खां को शहनाई सिखानी शुरू की थी। बिस्मिल्लाह खां अपने मामू के साथ मंदिर में रियाज के लिए भी जाया करते थे। उस्ताद को भारत सरकार ने साल 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया था।
न्यूयॉर्क लौटीं प्रियंका चोपड़ा, बोलीं- घर जैसा कुछ नहीं
अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा भारत में कई सप्ताह तक शूटिंग करने के बाद आखिरकार न्यूयॉर्क पहुंच चुकी हैं। घर पहुंचकर उत्साहित अभिनेत्री ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला और खुशी जाहिर की। चोपड़ा ने बताया कि घर जैसा कुछ नहीं है। प्रियंका ने इंस्टाग्राम के स्टोरीज सेक्शन पर एक तस्वीर शेयर की। तस्वीर में शहर का नजारा है, जिसमें नदी, ऊंची इमारतें और हाईवे पर दौड़ती कारें दिखाई दे रही हैं। सामने की तरफ खिड़की है, जिसके बाहर रखे पेब्ल्स (छोटे-छोटे पत्थर) बेहद खूबसूरत लग रहे हैं। तस्वीर के साथ अभिनेत्री ने कैप्शन में लिखा, "घर जैसा कुछ नहीं।"
इससे पहले, अभिनेत्री ने वीडियो के जरिए एक महिला के स्वाभिमान की कहानी सुनाई। प्रियंका ने अपने इंस्टाग्राम पर एक घटना का जिक्र किया, जिसमें वह एक अमरूद बेचने वाली महिला से प्रेरित हुईं। वीडियो में अभिनेत्री कहती नजर आईं, “मैं ऐसा अक्सर नहीं करती, लेकिन आज मैं बहुत प्रेरित हुई। मैं न्यूयॉर्क जाने के लिए मुंबई से विशाखापट्टनम एयरपोर्ट जा रही थी और मैंने एक महिला को अमरूद बेचते हुए देखा।” उन्होंने आगे बताया, “मुझे अमरूद बहुत पसंद हैं, इसलिए मैंने उसे रोका और पूछा कि सारे अमरूद कितने के हैं। उसने कहा ‘150 रुपये’, तो मैंने उसे 200 रुपये दिए और वह मुझे छुट्टे पैसे देने की कोशिश कर रही थी, तो मैंने कहा, 'आप प्लीज इसे रख लीजिए,' मगर उसने ऐसा नहीं किया। प्रियंका ने आगे कहा, “वह अमरूद बेचती थी और उसके पास कैश नहीं था, तो उसे लेने के लिए वह थोड़ी देर के लिए कहीं चली गई और लाल बत्ती के हरे होने से पहले (ट्रैफिक खुलने से पहले) वह वापस आ गई और उसने मुझे दो और अमरूद दिए। वह फ्री में पैसे नहीं चाहती थी। वास्तव में, मैं इससे बहुत प्रभावित हुई।”
वर्कफ्रंट की बात करें तो प्रियंका अपनी बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट, ‘एसएसएमबी29’ की शूटिंग में व्यस्त हैं। एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी ‘एसएसएमबी29’ की बात करें तो इस प्रोजेक्ट में महेश बाबू मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में महेश बाबू की भूमिका भगवान हनुमान से प्रेरित बताई जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह प्रोजेक्ट 900-1,000 करोड़ रुपये के बड़े बजट में दो भागों में बनकर तैयार होगी।
राजेश्वर आचार्य ने बिस्मिल्लाह खां को बताया 'बनारस की संस्कृति का सच्चा प्रतीक'
शहनाई के छोटे-छोटे छिद्रों पर अपनी जादू भरी उंगलियां फेरकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर देने वाले ‘शहनाई के जादूगर’ और भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की आज 109वीं जयंती है। इस मौके पर पद्मश्री, जलतरंग वादक और उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. राजेश्वर आचार्य ने उस्ताद को 'बनारस की संस्कृति का सच्चा प्रतीक' बताया और उनसे जुड़े एक किस्से का जिक्र किया। राजेश्वर आचार्य ने बताया, “भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां काशी या बनारस की संस्कृति के सच्चे प्रतीक हैं। वह सभी विचारधाराओं और धर्मों के प्रति सम भाव रखते थे। कला का मर्म सभी को आनंद प्रदान करना होता है और वही ‘आनंद’ (आनंदवन) काशी का मूल स्वभाव है। काशी वासी उस आनंद स्वरूप बाबा विश्वनाथ को संगीत के माध्यम से अपना भाव अर्पित करते हैं।”
जल तरंग वादक राजेश्वर आचार्य ने उस्ताद से जुड़े एक किस्सा भी सुनाया। बोले, “उस्ताद का मानना था कि शहनाई को भी विश्वविद्यालयों में एक विषय के रूप में शामिल किया जाए। इस पर लोग रिसर्च करें, पढ़ाई करें, जब मैंने एक प्रेस वार्ता के दौरान यह मुद्दा उठाया था कि शहनाई को भी पढ़ाई के रूप में शामिल करना चाहिए, तब उन्होंने मेरी बात का समर्थन किया था। कहा था कि शहनाई गुरु-शिष्य परंपरा तक सीमित न हो बल्कि विश्वविद्यालयों में पढ़ाई के रूप में इसका विस्तार होना चाहिए।“
उन्होंने आगे बताया, “उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के बारे में सभी जानते हैं कि उन्होंने अपना आरंभिक रियाज काशी के बालाजी मंदिर के समक्ष बैठकर किया और वहीं से उन्हें प्रसिद्धि भी मिली। चाहे वह मंदिरों का संगीत हो या मोहर्रम के अवसर पर शहनाई का नजराना हो प्रत्येक पक्ष में राग से अनुराग करते हुए उन्होंने चैती, ठुमरी, कजरी, होरी, सोहर आदि इन सभी आयामों को शहनाई के माध्यम से प्रसार दिया। भारत के संगीत के साथ-साथ बनारस के संगीत को भी उस्ताद बिस्मिल्लाह खां ने प्रतिष्ठा प्रदान की।"
राजेश्वर आचार्य ने उस्ताद को न केवल भारत बल्कि विश्व का भी रत्न बताया। उन्होंने कहा, “वह एक गुणी कलाकार के साथ खाटी बनारसी भी थे। भारत के साथ वह विश्व के भी रत्न थे।“ बता दें, आज देश भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां को उनकी 109वीं जयंती पर याद कर रहा है। उन्हें पद्मश्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।
शिल्पा शेट्टी ने दी रानी मुखर्जी को जन्मदिन की बधाई
अभिनेत्री रानी मुखर्जी के 47वें जन्मदिन के अवसर पर अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी ने उन्हें एक प्यारे नोट के साथ बधाई दी। शिल्पा ने रानी को “अच्छे स्वास्थ्य, आध्यात्मिक यात्राओं और जागरण” की शुभकामनाएं दीं। शिल्पा ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर रानी के साथ एक तस्वीर शेयर की और लिखा, “प्यारी रानी, आपको ढेरों प्यार, ढेरों खुशियां, ढेर सारी आध्यात्मिक यात्राएं और जागरण। हमेशा खुशियों से भरी रहें।” पंजाब पहुंची शिल्पा ने 16 मार्च को अपने सफर का एक मजेदार पल शेयर किया था, जहां वह देसी गुड़ का असली स्वाद चखती नजर आई थीं। अभिनेत्री ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह कहती नजर आईं, “पंजाब में, गन्ने के खेतों में... वाह, ताजा गन्ना और ताजा गुड़। क्या आप यकीन कर सकते हैं? यह असली गुड़ है।” उन्होंने आगे कहा, “इसमें अजवाइन, सौंफ, तिल है – कोई मिलावट नहीं है। वाह, यह कमाल है, यह पूरी तरह से शुद्ध है। पंजाब में इसे रात के खाने के बाद खाते हैं। मैं गुड़ के नशे में हूं!” उन्होंने कैप्शन में लिखा, “पंजाब में यह एक ‘गुड’ दिन है।”
रानी मुखर्जी की बात करें तो वह ‘मर्दानी’ फ्रैंचाइज की तीसरी किस्त में नजर आएंगी। अभिनेत्री साहसी, निडर पुलिस शिवानी शिवाजी रॉय की भूमिका को फिर से निभाने के लिए तैयार हैं। दिसंबर में उन्होंने बताया था कि ‘मर्दानी 3’ की शूटिंग अप्रैल 2025 में शुरू होगी। उत्साहित अभिनेत्री ने बताया कि पुलिस की वर्दी पहनना और एक ऐसा किरदार निभाना हमेशा खास होता है जिसने उन्हें केवल प्यार दिया है। रानी ने कहा, "मुझे ‘मर्दानी 3’ में फिर से इस साहसी पुलिस का किरदार निभाने पर गर्व है, यह उन सभी गुमनाम, बहादुर पुलिसकर्मियों को सम्मान है जो हमें सुरक्षित रखने के लिए हर दिन अथक परिश्रम करते हैं।" 'द रेलवे मेन' फेम आयुष गुप्ता ने 'मर्दानी 3' की पटकथा लिखी है। इसका निर्देशन अभिराज मीनावाला करेंगे। मीनावाला 'बैंड बाजा बारात', 'गुंडे', 'सुल्तान', 'जब तक है जान' और 'टाइगर 3' जैसी फिल्मों में आदित्य चोपड़ा के साथ काम कर चुके हैं। वह वर्तमान में 'वॉर 2' के सहायक-निर्देशक हैं।
सोनाक्षी ने पति जहीर के लिए लिखा सराहना भरा पोस्ट
अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने अपने पति जहीर इकबाल के लिए सोशल मीडिया पर एक सराहना भरा पोस्ट लिखा। 'हीरामंडी' की अभिनेत्री ने अपने इंस्टाग्राम पर जहीर के साथ कुछ प्यार भरी तस्वीरें शेयर की। तस्वीर में सोनाक्षी ने जहां सफेद रंग की स्पेगेटी टॉप पहनी हुई है, तो वहीं जहीर ब्लैक शर्ट और मैचिंग टी-शर्ट पहने हुए थे। पति पर प्यार बरसाते हुए सोनाक्षी ने लिखा, "हंसी के बिना एक दिन बर्बाद हुआ दिन है! यह कहना सुरक्षित है कि मैंने इस आदमी से मिलने के बाद से एक भी दिन बर्बाद नहीं किया है...आखिरी तस्वीर सब कुछ बयां कर देती है...कम से कम हमारे पास हंसी शुरू होने से पहले 2 अच्छी तस्वीरें तो हैं।"
पिछले सप्ताह सोनाक्षी ने अपनी चमकती त्वचा का राज बताया था। उन्होंने अपने आईडी पर एक क्लिप पोस्ट की जिसमें वह अपनी स्किनकेयर करती नजर आ रही थीं। इसके बाद, हमने देखा कि जहीर पीछे से आते हैं और अपनी पत्नी को डराते हुए छोड़ देते हैं। सोनाक्षी की प्रतिक्रिया ने जहीर को जोर से हंसने पर मजबूर कर दिया। सोनाक्षी ने कैप्शन में लिखा, "मेरी चमकती त्वचा का राज"।
सोनाक्षी वर्तमान में अपनी अगली फिल्म 'जटाधारा' की शूटिंग में व्यस्त हैं। सोनाक्षी के पहले लुक वाले पोस्टर में उन्हें पारंपरिक आभूषणों के साथ दिखाया गया है, जिसमें एक सुनहरा हेडपीस, चूड़ियां और अंगूठियां शामिल हैं। सोनाक्षी के बोल्ड मेकअप को गहरे काजल से सजी आंखों, लाल बिंदी और माथे पर तिलक के साथ पूरा किया गया। अंगूठियों और लंबे नाखूनों से सजे अपने हाथ से अपने चेहरे के एक हिस्से को ढंकने से उनका रूप और भी निखर कर सामने आया। पोस्टर पर टैगलाइन थी, "शक्ति और शक्ति की शक्ति।"
इस प्रोजेक्ट से सोनाक्षी सुधीर बाबू के साथ तेलुगु में डेब्यू करेंगी। वेंकट कल्याण द्वारा निर्देशित इस फिल्म में शिल्पा शिरोडकर, रेन अंजलि और दिव्या विज के साथ-साथ अन्य कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में होंगे। इसके अलावा, सोनाक्षी अपने पति जहीर के साथ आगामी प्रोजेक्ट 'तू है मेरी किरण' में भी रोमांस करती नजर आएंगी। करण रावल और संजना मल्होत्रा के निर्देशन में बनी यह फिल्म 2022 की हंसी की सवारी 'डबल एक्सएक्सएल' के बाद उनकी दूसरी ऑन-स्क्रीन जोड़ी है। सोनाक्षी की लाइनअप में 'निकिता रॉय एंड द बुक ऑफ़ डार्कनेस' भी शामिल है।
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