सिनेजीवनः ‘जटाधारा’ से सोनाक्षी का पावरफुल फर्स्ट लुक आउट और संजय दत्त के जीवन में महिलाएं सबसे बड़ा आशीर्वाद
महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को ‘जटाधारा’ के निर्माताओं ने अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का फर्स्ट लुक जारी कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अभिनेता संजय दत्त ने महिला शक्ति को नमन किया और दावा किया कि उनकी जिंदगी में महिलाएं आशीर्वाद की तरह हैं।

‘जटाधारा’ से सोनाक्षी का पावरफुल फर्स्ट लुक आउट
महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को ‘जटाधारा’ के निर्माताओं ने अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का फर्स्ट लुक जारी कर दिया है। तेलुगू डेब्यू फिल्म से उनका कमाल का लुक सामने आया है। सोनाक्षी सिन्हा ने इंस्टाग्राम पर फिल्म का कोलाब पोस्टर शेयर किया। पोस्टर में अभिनेत्री एक आकर्षक और गंभीर अंदाज में नजर आ रही हैं। पोस्टर में अभिनेत्री का मेकअप काफी बोल्ड है। आंखों में काजल, लाल बिंदी और माथे पर लगा तिलक इंटेंस लुक दे रहा है। सोनाक्षी का पूरा चेहरा नहीं दिख रहा है। कोलाब पोस्ट में निर्माताओं ने कैप्शन दिया, "इस महिला दिवस पर 'जटाधारा' में शक्ति और उसकी किरण जगमगा रही है!” ‘जटाधारा’ में सुधीर बाबू भी हैं। फिल्म में सोनाक्षी को एक सशक्त और अलग तरह की भूमिका के लिए चुना गया है।
अपकमिंग फिल्म ‘जटाधारा’ के बारे में बता दें, फिल्म का मुहूर्त पूजन हाल ही में हैदराबाद के एक मंदिर में किया गया। धूमधाम से आयोजित समारोह में मुख्य अतिथियों के तौर पर निर्देशक हरीश शंकर, ‘पुष्पा 2: द रूल’ के निर्माता रवि शंकर समेत फिल्म जगत के अन्य सितारे शामिल हुए। मुहूर्त पूजन में निर्देशक वेंकी अटलूरी, निर्देशक मोहना इंद्रगांती, शिल्पा शिरोधाकर समेत अन्य ने शिरकत की। मुहूर्त समारोह में जी स्टूडियो के प्रस्तुतकर्ता उमेश के.आर. बंसल और प्रेरणा वी. अरोड़ा भी शामिल हुईं। ‘जटाधारा’ एक्शन और सस्पेंस से भरपूर मनोरंजक फिल्म है, जिसमें अभिनेता सुधीर बाबू मुख्य भूमिका में हैं। ‘जटाधारा’ को निर्माताओं ने मनोरंजक मोड़ दिया है।
फिल्म को लेकर सुधीर बाबू ने कहा, “मैं इस नई यात्रा के लिए रोमांचित हूं। 'जटाधारा' का हिस्सा बनना सम्मान की बात है। मैं इस किरदार को निभाने के लिए उत्साहित हूं। स्क्रिप्ट में हमारी समृद्ध पौराणिक मान्यताओं को वैज्ञानिक तथ्यों के साथ सहजता से जोड़ा गया है, जो दर्शकों के लिए एक बेहतरीन और नया अनुभव लेकर आएगा और मेरा मानना है कि यह दर्शकों पर एक खास प्रभाव छोड़ेगा।“ वर्कफ्रंट की बात करें तो सोनाक्षी सिन्हा के पास ‘जटाधारा’ के अलावा ‘तू है मेरी किरण’ भी है, जिसमें वह पति-अभिनेता जहीर इकबाल के साथ नजर आएंगी। सोनाक्षी सिन्हा ‘निकिता रॉय एंड द बुक ऑफ डार्कनेस’ में भी दिखेंगी।
संजय दत्त के जीवन में महिलाएं सबसे बड़ा आशीर्वाद
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अभिनेता संजय दत्त ने महिला शक्ति को नमन किया। दावा किया कि उनकी जिंदगी में महिलाएं आशीर्वाद की तरह हैं। उन्होंने दिवंगत मां नरगिस, पत्नी मान्यता, बेटियों त्रिशाला और इकरा तथा बहनों प्रिया और नम्रता समेत अन्य को शुभकामनाएं दी। सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर संजय दत्त ने महिलाओं के प्रति सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी जिंदगी में महिलाओं की तस्वीरें शेयर की हैं। पहली तस्वीर में वह मां नरगिस के साथ, दूसरी में पत्नी मान्यता के साथ और तीसरी में बेटी त्रिशाला और इकरा के साथ नजर आए। उन्होंने अपनी बहनों प्रिया और नम्रता के साथ भी पोज देते हुए तस्वीरें पोस्ट की। पोस्ट के साथ अभिनेता ने खूबसूरत कैप्शन भी दिया। उन्होंने लिखा, "महिलाएं मेरे लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद हैं। उनका प्यार, देखभाल और ताकत मेरे लिए सब कुछ है। मेरे प्रियजनों को महिला दिवस की शुभकामनाएं" अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस हर साल 8 मार्च को मनाया जाता है, जो महिला अधिकार की बात करता है।
वर्कफ्रंट की बात करें तो संजय दत्त जल्द ही एक्शन-हॉरर कॉमेडी ‘द भूतनी’ में नजर आएंगे। 18 अप्रैल को रिलीज के लिए तैयार फिल्म में अभिनेता सनी सिंह, पलक तिवारी और मौनी रॉय भी अहम भूमिका में हैं। निर्माताओं ने हाल ही में फिल्म का टीजर शेयर किया है। पहले फिल्म का टाइटल ‘द वर्जिन ट्री’ रखा गया था, जिसका नाम बदलकर मेकर्स ने ‘द भूतनी’ रख दिया। सिद्धांत सचदेव के निर्देशन में बनी इस फिल्म में आसिफ खान सहित अन्य कलाकार भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। ‘द भूतनी’ के अलावा अक्षय कुमार ‘वेलकम टू द जंगल’ में भी नजर आएंगे। दत्त के साथ फिल्म में लारा दत्ता, रवीना टंडन, सुनील शेट्टी, दिशा पटानी, आफताब शिवदासानी, जैकलीन फर्नांडीज, अरशद वारसी और तुषार कपूर सहित अन्य कलाकार शामिल हैं। संजय दत्त, प्रेम के निर्देशन में बनी ध्रुव सरजा-स्टारर ‘केडी: द डेविल’ में भी दिखाई देंगे।
वैंप बन इन अभिनेत्रियों ने खूब लगाए कहानी में मिर्च-मसाले
कभी सोचा है, खाने में मिर्च न हो तो क्या होगा? यही हाल सिनेमा जगत का भी है। तिरछी मुस्कान, तीखे बोल और जुल्म करती अदाकारा... फिल्म में न हो तो क्या होगा? जी हां! यहां बात हो रही है कहानी को मनोरंजन के रंग में रंगती खलनायिकाओं की। ये वही अभिनेत्रियां हैं, जो दर्शकों को तिलमिलाने पर मजबूर कर देती थीं। ललिता पवार, शशिकला और बिंदू सिल्वर स्क्रीन की ऐसी अभिनेत्रियां थीं, जिन्होंने फीमेल नेगेटिव किरदारों को फिल्मों का अहम हिस्सा बना दिया।
ललिता पवार: - सशक्त खलनायिका का नाम आए तो ललिता पवार का नाम अमिट है। रामानंद के रामायण की मंथरा हो, कुटिल सास, ईष्यार्लु पड़ोसन, घमंडी या लालची रिश्तेदार हो या सौतेली मां! ललिता पवार ने बखूबी पर्दे पर निभाया। वह अपने किरदार में इतना डूब जाती थीं कि दर्शकों के चेहरे घृणा भाव से भर जाते थे। यह इस बात को साबित करता है कि वह अपनी भूमिका को कितनी जीवंतता से निभाती थीं। फिल्म ‘फूल और पत्थर’ में बहू (मीना कुमारी) पर जुल्म ढाती क्रूर सास (ललिता पवार) या वी शांताराम की फिल्म ‘दहेज’ में भी उनका अंदाज देखते बना था। ललिता पवार ने अपने करियर में कई नेगेटिव भूमिकाएं निभाईं, जिनमें अनारकली, परवरिश, अनाड़ी, छलिया, जिस देश में गंगा बहती है, दुश्मन जैसी फिल्मों में ललिता पवार ने नकारात्मक भूमिका निभाई।
शशिकला: - सिनेमा की दुनिया के कुछ कलाकार अपनी अदाकारी से हमारे जेहन में इस कदर बस जाते हैं कि उन्हें भूल पाना मुश्किल होता है। मुंह बिचकाती और बहू या नौकर को ताने सुनाती अभिनेत्री आपके जेहन में याद ही होगी। जी हां! हम बात कर रहे हैं मशहूर खलनायिका शशिकला की। नायक को अपने आकर्षण के जाल में फंसाकर तिकड़म करने में शशिकला भी कम नहीं थीं। वह फिल्मों में क्रूर सास, सौतेली मां या भाभी को परेशान करने वाली ननद के रूप में हमेशा याद की जाएंगी। अभिनेत्री ने ‘एक फूल चार कांटे’, ‘चंगेज खान’, ‘संन्यासी’, ‘द ग्रेट गैंबलर’, ‘डॉन’ और ‘दोस्ताना’, ‘अमीर गरीब’ जैसी कई फिल्मों में कभी न भूल पाने वाली नकारात्मक भूमिका निभाई।
बिंदू: - ये एक ऐसा नाम है, जिसे सुनकर ही दर्शकों की भौंहे तन जाती थीं। 1960-70 के दशक में बिंदू ने कई हिंदी फिल्मों में काम किया। वह अपने समय की सबसे लोकप्रिय और सफल अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने ‘कटी पतंग’, ‘दो रास्ते’, ‘इत्तफाक’, दुश्मन, मेरे जीवन साथी जैसी कई फिल्मों में शानदार काम किया। बिंदू अक्सर फिल्मों में वैंप या नकारात्मक भूमिकाओं में नजर आती थीं और अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लेती थीं।
लैपटॉप नहीं कागज पर कलम से लिखते हैं करण जौहर
फिल्म निर्माता करण जौहर लैपटॉप और स्मार्टफोन के जमाने में भी अपने विचार, भावनाएं या फिल्म की कहानी लिखने के लिए कागज-कलम का सहारा लेते हैं। उन्होंने हाल ही में इस बात की जानकारी दी। करण ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर बताया कि जब वह टाइप करते हैं तो उन्हें ऐसा लगता है कि इसमें थोड़ा बनावटीपन है। उन्होंने लिखा, "कागज कलम बनाम लैपटॉप... मैं अपने विचार, भावनाएं और फिल्मों पर लिखने के लिए जब मैं टाइप करता हूं तो ऐसा लगता है कि वह बनावटी है। मुझे प्रभात नोटबुक और फाइबर टिप पेन पसंद है। मुझे शब्दों को काटकर उनके ऊपर लिखना पसंद है, ना कि उन्हें डिलीट करना।" उन्होंने बताया कि डिजिटल नोटबुक भी हैं, लेकिन उन्हें नोटबुक पर लिखना बेहतर लगता है। उन्होंने कहा, "मुझे पता है कि डिजिटल नोटबुक भी हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि न इधर का न उधर का...लिखना... लिखना होता है!"
उनकी नई फिल्म 'नादानियां' 7 मार्च को नेटफ्लिक्स पर आई है। करण ने अपने चाहने वालों से कहा कि फिल्म देखें, महसूस करें और मजा लें। इसका निर्देशन शौना गौतम ने किया है और धर्माटिक एंटरटेनमेंट ने इसे प्रोड्यूस किया है। फिल्म में महिमा चौधरी, सुनील शेट्टी, दीया मिर्जा और जुगल हंसराज जैसे सीनियर कलाकार भी हैं। यह फिल्म इब्राहिम की पहली फिल्म है। इस फिल्म में सैफ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान अर्जुन मेहता के रोल में हैं और खुशी कपूर पिया जय सिंह बनी हैं। फिल्म में पिया साउथ दिल्ली की एक लड़की है और अपनी सपनों की प्रेम कहानी बनाना चाहती है।
अर्जुन (इब्राहिम अली खान) एक साधारण परिवार का लड़का है और डिबेट टीम का कप्तान बनना चाहता है। शुरू में पिया, अर्जुन को अपना नकली बॉयफ्रेंड बनने के लिए मना लेती है। हालांकि शुरू में ये सिर्फ एक नाटक था, लेकिन धीरे-धीरे सब कुछ उलझ जाता है। इससे पहले करण जौहर ने एक पोस्ट शेयर किया था, जिसमें वह निर्माता गुनीत मोंगा कपूर के लिए ऑस्कर में आउटफिट तैयार करने के लिए सेलिब्रिटी डिजाइनर मनीष मल्होत्रा की जमकर तारीफ की थी। गुनीत ने एकेडमी अवॉर्ड्स के सीजन में भाग लिया था, जहां उनकी फिल्म ‘अनुजा’ को बेस्ट लाइव एक्शन शॉर्ट फिल्म कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था। हालांकि, 'अनुजा' पुरस्कार पाने से चूक गई।
भोजपुरी फिल्म 'सास बहू की महाभारत' का वर्ल्ड टीवी प्रीमियर
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के खास मौके पर वर्ल्ड वाइड फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले बनी भोजपुरी फिल्म 'सास बहू की महाभारत' का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर शनिवार को भोजपुरी सिनेमा चैनल पर किया जाएगा। इस फिल्म के निर्माता प्रदीप सिंह और प्रतिक सिंह ने इस प्रीमियर को महिला दिवस पर भोजपुरी सिनेप्रेमियों के लिए एक खास तोहफा बताया है। फिल्म के निर्माता प्रदीप सिंह ने बताया कि 'सास बहू की महाभारत' पारिवारिक रिश्तों की जटिलताओं को रोचक ढंग से प्रस्तुत करती है। फिल्म न सिर्फ मनोरंजन करेगी, बल्कि एक मजबूत सामाजिक संदेश भी देगी। इसका ट्रेलर पहले ही दर्शकों द्वारा काफी सराहा गया है। अब निर्माता-निर्देशक को उम्मीद है कि पूरी फिल्म को भी जबरदस्त रिस्पॉन्स मिलेगा। दर्शक इस फिल्म को आठ मार्च की शाम छह बजे और फिर नौ मार्च को सुबह 10 बजे दोबारा देख सकते हैं।
फिल्म में विक्रांत सिंह राजपूत, संचिता बनर्जी, जय यादव, शालू सिंह, जे. नीलम, राम सुजान सिंह, संजय पांडे, रितु पांडे और कंचन मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नजर आएंगे। इसके अलावा भोजपुरी इंडस्ट्री के चर्चित चेहरे स्मृति सिन्हा और देव सिंह भी गेस्ट अपीयरेंस में दिखाई देंगे। फिल्म का निर्देशन अनुभवी निर्देशक अजय कुमार झा ने किया है, जबकि संगीत साजन मिश्रा ने तैयार किया है। फिल्म के गाने प्यारे लाल यादव ने लिखे हैं और इसकी कहानी शमशेर सेन ने दी है। यह फिल्म महिला दिवस के मौके पर खास पारिवारिक कहानी, रिश्तों की गहराई को दिखाने वाली दमदार पटकथा, भोजपुरी के दिग्गज कलाकारों का शानदार अभिनय और मनोरंजन के साथ सामाजिक संदेश जैसे हाईलाइट को एन्जॉय करने वाली है। यह साफ-सुथरी फिल्म है जिसे लोग पूरे परिवार के साथ देख सकते हैं। निर्माता-निर्देशक ने भोजपुरी सिनेप्रेमियों से इस फिल्म को देखने की अपील की है और उम्मीद जताई है कि यह दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाएगी।
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