सिनेजीवन: देशभक्ति का ढोंग करने वालों को सोनू सूद ने दिखाया आइना! और कोरोना की चपेट में आए 'देवों के देव महादेव' फेम मोहिर

सोनू सूद ने उन लोगों को आइना दिखाया, जो देशभक्ति की बातें तो करते हैं, मगर जब दूसरों की मदद की घड़ी आती है तो सिवाय बातों के कुछ नहीं करते और हाल ही में टीवी के फेमस सीरियल 'देवों के देव महादेव' के एक्टर मोहित रैना भी कोरोना का शिकार हो गए हैं।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

रोते हुए डॅाक्टर को देख सुष्मिता सेन ने जुटाए ऑक्सीजन सिलेंडर

कोरोना वायरस के कहर के बीच अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी आ रही है, जिससे डॉक्टर्स भी लाचार हो गए हैं। इसी बीच एक डॉक्टर का वीडियो देखकर सुष्मिता सेन का दिल पिघल गया और उन्होंने ऑक्सीजन सिलेंडर भिजवाने की पेशकश की। एएनआई ने दिल्ली के शांति मुकुंद अस्पताल के सीईओ डॉ. सुनील सागर का वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह बता रहे हैं कि अस्पताल में ऑक्सीजन की इतनी कमी आ गई है कि मरीज़ों की जान पर बन आएगी। उन्होंने कहा कि जो मरीज़ डिस्चार्ज हो सकते हैं, डिस्चार्ज करने के लिए हमने डॉक्टरों से कह दिया है। हमारे पास बस दो घंटे की ऑक्सीजन बची है। मरीज़ मारे जाएंगे। इस वीडियो को सुष्मिता ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा- 'यह दिल तोड़ने वाला है। ऑक्सीजन का संकट हर जगह है। इस अस्पताल के लिए मैंने कुछ सिलेंडरों की व्यवस्था की है, लेकिन मुंबई से दिल्ली भेजने का कोई उपाय नहीं मिल रहा। कृपया, इन्हें भेजने में मेरी मदद कीजिए।'

कोरोना की चपेट में आए 'देवों के देव महादेव' फेम मोहित रैना

देश में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। आए दिन कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अब तक कई फिल्म और टीवी सेलेब्स भी इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। अब हाल ही में टीवी के फेमस सीरियल 'देवों के देव महादेव' के एक्टर मोहित रैना भी कोरोना का शिकार हो गए हैं। इस बात की जानकारी एक्टर ने खुद सोशल मीडिया के जरिए फैंस को दी है। मोहित रैना ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दो तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा, 'जैसा कि मैं बाहर और अंदर देखता हूं। मैं सभी के लिए एक छोटी सी प्रार्थना करना चाहता हूं। पिताजी हमेशा कहते थे कि प्रार्थना जादू की तरह काम करती है। मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि वे सुरक्षित रहें और मानवता के लिए प्रार्थना करें। बीते हफ्ते कोविड पॉजिटिव होने के बाद मैं राज्य के डॉक्टरों की निगरानी में हूं। हर दिन मैं यहां रहते हुए ह्यूमन के इमोशन्स को देख रहा हूं। हम उनकी वजह से ठीक हैं। कम से कम हम सिर्फ घर के अंदर रह सकते हैं।'

फोटो: सोशल मीडिया
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अभिनेता अमित मिस्त्री का दिल का दौरा पड़ने से निधन

अभिनेता अमित मिस्त्री का शहर के एक अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से शुक्रवार को निधन हो गया। मिस्त्री को 'शोर इन द सिटी', 'यमला पगला दीवाना', '99', 'एक चालीस की आखिरी लोकल', 'क्या कहना!' जैसी फिल्मों में उनके काम के लिए जाना जाता है। पिछले साल के ओटीटी शो 'बैंडिश बैंडिट्स' में भी उन्होंने काम किया था। अभिनेता ने हाल ही में आगामी फिल्म 'भूत पुलिस' के लिए शूटिंग की। फिल्म के निर्माता रमेश तौरानी ने मिस्त्री के निधन की पुष्टि करते हुए कहा कि वह उस समय ठीक थे। "हमने पिछले साल नवंबर में और साथ ही इस साल जनवरी और फरवरी में 'भूत पुलिस' की शूटिंग की। वह उस समय बिल्कुल ठीक थे। हमने उनके साथ क्या कहना में भी काम किया था। वह काफी अच्छे व्यक्ति थे। उनके निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ।" मिस्त्री के सहयोगियों ने अपनी संवेदना साझा करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। गायक स्वानंद किरकिरे ने पोस्ट किया, "अमित मिस्त्री? नहीं .. यह अविश्वसनीय है। वह एक अद्भुत अभिनेता और हैप्पी सोल थे।"

फोटो: सोशल मीडिया
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देशभक्ति का ढोंग करने वालों के लिए सोनू सूद का तगड़ा संदेश

सोनू सूद अपने सोशल मीडिया एकाउंट के ज़रिए ज़रूरतमंदों को दवाइयों और ऑक्सीजन की व्यवस्था करवा रहे हैं। सोनू ने शुक्रवार को अपने ट्वीट के ज़रिए ऐसे लोगों को आइना दिखाया, जो देशभक्ति की बातें तो करते हैं, मगर जब दूसरों की मदद की घड़ी आती है तो सिवाय बातों के कुछ नहीं करते। सोनू ने ऐसे लोगों के लिए ट्वीट किया- 15 अगस्त को देशभक्ति दिखाने वालों के लिए संदेश- देश के लिए कुछ करने और देशभक्ति दिखाने का इससे ज़रूरी समय कभी नहीं आएगा।

मेरी ऑडियो बुक मेरी पहली किताब 'मी एंड मां' के बारे में है: दिव्या दत्ता

अभिनेत्री दिव्या दत्ता के लिए अपनी मां को खोना कितना दर्दनाक था, उनके क्या विचार थे ,इस बारे में उन्होनें अपनी पहली किताब मी एंड मां में उसका जिक्र किया था। अब दिव्या ने उसी किताब का ऑडियो संस्करण लॉन्च किया है। दिव्या ने आईएएनएस को बताया "ऑडियो बुक मेरी पहली किताब, 'मी एंड मां' के बारे में है। यह मेरी मां के साथ मेरी यात्रा, उनके साथ संस्मरण, बचपन से मेरे जीवन में उनकी उपस्थिति और जब तक वह मेरे साथ थीं, मेरा मतलब है कि वह हमेशा मेरे साथ हैं। उन्होंने मुझे एक अच्छा व्यक्ति, एक अच्छा पेशेवर, और कैसे मैं हर परिस्थिति को हैंडेल कर सकूं यह सब सिखाया।" अपने विचारों को कलमबद्ध करने की प्रक्रिया के बारे में बात करते हुए, वह कहती है कि यह उनकी मां को खोने के दर्द और आघात से निपटने के लिए उनका एक तरीका था।

(आईएएनएस के इनपुट के साथ)

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