बायजू पर 158 करोड़ का स्पॉन्सरशिप बकाया, निपटान के लिए BCCI संग चल रही बात: रिपोर्ट
बीसीसीआई ने पिछले साल के अंत में 158 करोड़ रुपये के बकाए को लेकर बायजू को इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी नियमों का हवाला देते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के सामने लाया था।
![फोटो: IANS](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2024-01%2F44b9ec08-ebe4-4221-bfb2-855048a29f4c%2F96e0d7355c0a2d284522de7a9d5dd36d.jpg?rect=0%2C129%2C2000%2C1125&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
8000 करोड़ से ज्यादा के घाटे में चल रही एडटेक प्रमुख बायजू 158 करोड़ रुपये के स्पॉन्सरशिप बकाए के निपटान के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के साथ बातचीत कर रही है। मनीकंट्रोल के अनुसार, दोनों पक्ष अगले छह से आठ महीनों में भुगतान योजना पर 'डायरेक्शनल एग्रीमेंट' पर पहुंच गए हैं।
बायजू के भारत के मुख्य वित्तीय अधिकारी नितिन गोलानी ने कहा, ''मोटे तौर पर हम बीसीसीआई के साथ बातचीत कर रहे हैं। एक भुगतान योजना पर एक डायरेक्शनल एग्रीमेंट हुआ है, जिस पर दोनों सहमत हैं, अब हम इसी दिशा में काम करेंगे। हम अगले छह से आठ महीनों में वे भुगतान करने में सक्षम होंगे।''
इसी तरह हम इस दिशा में काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि स्थिति नियंत्रण में है। बीसीसीआई ने पिछले साल के अंत में बीसीसीआई से जुड़े 158 करोड़ रुपये के बकाए को लेकर बायजू को इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी नियमों का हवाला देते हुए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के सामने लाया था।
इस बीच, बायजू ने बहुत देरी के बाद अपने ऑडिट किए गए वित्त वर्ष 2021-22 के वित्तीय परिणामों की घोषणा की, जिसमें परिचालन राजस्व 5,014 करोड़ रुपये रहा, जबकि घाटा पिछले वित्तीय वर्ष के 4,599 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,370 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी का कुल राजस्व वित्त वर्ष 2021-22 में लगभग 5,298.4 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2020-21 के 2,428.3 करोड़ रुपये से 119 प्रतिशत अधिक है। घाटे में एक साल पहले की तुलना में 80 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई।
-
आईएएनएस के इनपुट के साथ
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia