क्या 240 रन के स्कोर से ऑस्ट्रेलिया को मात देकर विश्व कप जीत पाएगा भारत!

वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के सामने मात्र 241 रनों का लक्ष्य रखा है। क्या भारत अपनी गेंदबादी और क्षेत्ररक्षण के दम पर इस मामूली स्कोर के बूते जीत हासिल कर पाएगा?

सांकेतिक फोटो
सांकेतिक फोटो
user

नवजीवन डेस्क

पहले खेले, या बाद में, लेकिन भारत ने इस विश्व कप के दौरान लगातार 10 मैचों में जीत हासिल की। टीम का प्रदर्शन हर मामले में शानदार रहा, बल्लेबाजी, गेंदबाजी या फिर फील्डिंग...लेकिन रविवार को जब महामुकाबला यानी 2023 के विश्व कप का फाइनल मैच खेला जा रहा है तो भारत की पूरी टीम महज 240 रन बना सकी। कंगारुओं के सामने एक आसान सा दिखने वाला लक्ष्य है।

मैच में भारतीय पारी की शुरुआत तो शानदार रही। टॉस हारकर सलामी जोडी के तौर पर आए कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने उम्मीदों भरी बल्लेबाजी की। रोहित शर्मा एक छोर से अपने विशेष अंदाज़ में शॉट लगाने शुरु किए। लेकिन टीम का स्कोर अभी 30 रन ही था कि मिचेल स्टार्क की गेंद पर शुभमन गिल अपना विकेट खो बैठे। उन्होंने सिर्फ 4 रन बनाए।

इसके बाद आए विराट कोहली और रोहित शर्मा ने मिलकर रन बनाने की लय बरकरार रखने की कोशिश की। पॉवर प्ले में दोनों छोर से रन बन रहे थे। लेकिन स्कोर अभी 76 रन ही पहुंचा की रोहित शर्मा अपना कैच दे बैठे।

रोहित ने 31 गेंदों में 4 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 47 रन बनाए। वह पॉवरप्ले ओवरों के दौरान ग्लेन मैक्सवेल के ओवर में बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे। यह 56वा मौका था जब रोहित शर्मा अपने वनडे करियर में अर्धशतक बनाने से चूके। इस विश्व कप में भी रोहित 5वीं बार अर्धशतक से चूके। इससे पहले वह बांग्लादेश (48), न्यूजीलैंड (46), दक्षिण अफ्रीका (40) और न्यूजीलैंड (47) के खिलाफ भी अर्धशतक के करीब आउट हुए थे।

रोहित के बाद क्रीज पर आए श्रेयस अय्यर से काफी उम्मीदें थीं। पूरे विश्व कप के दौरान उनका प्रदर्शन बहुत शानदार रहा था। लेकिन वे सिर्फ 4 रन बनाकर ही पवेलियन लौट गए।

इस मुश्किल घड़ी में बल्लेबाजी करने आए के एल राहुल ने धीमी बल्लेबाजी की। उन्होंने कोहली के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 109 गेंदों में 67 रन की साझेदारी की। लेकिन इस बीच बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से विराट कोहली अपना विकेट खो बैठे।

के एल राहुल का साथ देने के लिए सूर्य कुमार यादव के बजाए रवींद्र जडेजा को भेजा गया ताकि तेजी के साथ रन बन सकें। लेकिन वे भी कुछ नहीं कर पाए। हालांकि उन्होंने 5वें विकेट के लिए के एल राहुल के साथ 30 रन जोड़े।

इस दौरान के एल राहुल ने अपने वनडे करियर का 17वां अर्धशतक लगाया। वह 107 गेंदों में 66 रन की पारी खेलकर छठे विकेट के रूप में आउट हुए। उनके बाद सूर्यकुमार यादव का बल्ला भी कोई करिश्मा नहीं दिखा सका। और वे भी मात्र 18 रन का ही योगदान दे सके।


ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी की बात की जाए तो एडम जम्पा ने अपने कोटे के 10 ओवर में 44 रन देते हुए जसप्रीत बुमराह के रूप में इकलौता विकेट लिया। हेजलवुड ने 60 रन देते हुए 2 विकेट लिए। मैक्सवेल ने अपने 6 ओवर में 35 रन देते हुए 1 सफलता हासिल की। मिचेल मार्श और ट्रेविस हेड ने 2-2 ओवर गेंदबाजी की, जिसमें वह कोई विकेट नहीं ले सके। पैट कमिंस ने 34 रन देते हुए 2 विकेट लिए।

भारत की पूरी पारी 240 रन ही बना सकी। मैच की आखिरी गेंद पर कुलदीप यादव भी रनआउट हो गए थे। मोहम्मद सिराज 9 रन बनाकर नाबाद रहे।

अब देखना है कि इस मामूली से स्कोर को क्या भारत अपनी गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण से बचा पाएगा?

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia