खेल: कुंबले ने जमकर की बुमराह की तारीफ और भारत से मिली हार के बाद पाक पर बौखलाए वकार युनुस

कुंबले ने कहा कि भारत को अगर टी20 विश्व कप जीतना है तो बुमराह को बड़ी भूमिका निभानी होगी और पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वकार युनुस ने बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम की जमकर आलोचना की है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

भारत को अगर टी20 विश्व कप जीतना है तो बुमराह को बड़ी भूमिका निभानी होगी: कुंबले

दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले का मानना ​​है कि जसप्रीत बुमराह अपनी अनुकूलन क्षमता और अद्वितीय कौशल से परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा लेते हैं और अगर भारत को टी20 विश्व कप जीतना है तो इस प्रमुख तेज गेंदबाज को अहम भूमिका निभानी होगी। कुंबले ने ‘ईएसपीएनक्रिकइंफो’ पर कहा, ‘‘हमने 15वें ओवर में देखा कि उन्होंने विकेट (मोहम्मद रिजवान का) लिया और फिर 19वें ओवर में, जब आपको पता था कि अगर उन्होंने उस ओवर में कुछ बाउंड्री खाई होती तो आखिरी ओवर में 10 या 12 रन रह जाते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन एक बार जब यह 18 या 19 रन पर पहुंच जाता है तो इस तरह की सतह पर पुछल्ले बल्लेबाजों के लिए आकर रन बनाना असंभव हो जाता है। इसलिए अगर भारत यह टूर्नामेंट जीतता है तो जसप्रीत बुमराह को इसमें अहम भूमिका निभानी होगी।’’

पंड्या ने शॉर्ट बॉल का अच्छा इस्तेमाल किया तो वहीं बुमराह ने 15वें ओवर में रिजवान और फिर 19वें ओवर में इफ्तिखार अहमद को आउट किया। इसमें 19वें ओवर में सिर्फ तीन रन बने। समीकरण अंतिम छह गेंदों पर 18 रन पर आ गया था और अर्शदीप सिंह ने संयम बनाए रखते हुए विश्व मंच पर पाकिस्तान पर भारत की एक और शानदार जीत सुनिश्चित की। कुंबले ने बुमराह की तारीफ करते हुए कहा कि चयन के मामले में उन्हें टीम का नंबर एक खिलाड़ी कहा, चाहे प्रारूप कोई भी हो और पिच की प्रकृति कैसी भी हो। उन्होंने कहा, ‘‘जसप्रीत बुमराह आपकी टीम की सूची में नंबर एक खिलाड़ी होना चाहिए। प्रारूप को भूल जाइए, जसप्रीत बुमराह आपके नंबर एक खिलाड़ी हैं।

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गुलवीर सिंह ने पोर्टलैंड प्रतियोगिता में 5,000 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा

एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता एथलीट गुलवीर सिंह ने यहां ‘पोर्टलैंड ट्रैक फेस्टिवल हाई परफोरमेंस’ प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रहकर पुरुषों की 5,000 मीटर स्पर्धा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। ‘पॉल बंटा मेमोरियल रेस’ में हिस्सा लेते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 वर्षीय एथलीट गुलवीर ने 13:18.92 सेकेंड का समय निकाला जो अविनाश साबले के पिछले साल लास एंजिल्स में बनाये गये 13:19.30 सेकेंड के समय के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से बेहतर रहा। अब गुलवीर के नाम 10,000 मीटर और 5,000 मीटर दोनों रेस का राष्टीय रिकॉर्ड है। उन्होंने पिछले साल हांग्झोउ एशियाड में 28.17.21 सेकेंड के समय से 10,000 मीटर स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था।

अमेरिका के डिलन जैकब्स ने 13:18.18 सेकेंड के समय से स्वर्ण पदक जीता। भारत के कार्तिक कुमार (13:41.07) 17वें स्थान पर रहे जबकि साबले (13:20.37) रेस पूरी नहीं कर सके। पुरुषों की 5,000 मीटर हाई परफोरमेंस स्पर्धा में अभिषेक पाल 13:41.57 सेकेंड के समय से तीसरे स्थान पर रहे। ‘पोर्टलैंड ट्रैक फेस्टिवल’ अमेरिका की प्रमुख ट्रैक प्रतियोगिताओं में से एक है जिसमें कई ओलंपिक चैम्पियन, विश्व रिकॉर्डधारी, राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी और ओलंपियन हिस्सा लेते हैं।

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भारत से मिली हार के बाद पाकिस्तान पर बौखलाए वकार युनुस

पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वकार युनुस ने टी20 विश्व कप मुकाबले में भारत से छह रन से मिली हार के लिए बाबर आजम की अगुवाई वाली टीम की जमकर आलोचना की है। 120 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए, पाकिस्तान 12 ओवर तक 72/2 के स्कोर के साथ मैच में मजबूत स्थिति में था। रिजवान और फखर जमान क्रीज पर थे। लेकिन यहां से मैच का पासा पलटा और इन दोनों बल्लेबाजों के आउट होने के बाद भारत ने पाकिस्तान पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। इस कमबैक के बाद भारतीय गेंदबाजों ने लगातार विकेट चटकाए और पाकिस्तान को बैकफुट पर धकेल दिया और वापसी का कोई मौका नहीं दिया। वकार युनुस ने कहा, "मुझे लगता है कि भारत ने खराब बल्लेबाजी करके पाकिस्तान को यह मैच जीतने का अच्छा मौका दिया था। वे आसानी से 140-150 रन बना सकते थे लेकिन लगातार विकेट गंवाने के कारण वो इस स्कोर से पीछे रह गए। हालांकि, भारत एक संतुलित टीम है।

"अगर वे अच्छी बल्लेबाजी नहीं करते हैं, तो उन्हें पता है कि उनके पास जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, रवींद्र जडेजा हैं। उनकी गेंदबाजी और फील्डिंग मजबूत है, जो उन्हें एक बेहतरीन टीम बनाती है।" वकार ने मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स से कहा, "पाकिस्तान - अगर आप यह मैच नहीं जीत सकते, तो मैं क्या कहूं? यह आपको एक प्लेट पर परोस कर दिया गया था और पाकिस्तान ने वास्तव में इसे नकार दिया। पाकिस्तानी बल्लेबाजों का प्रदर्शन बहुत खराब था। शुरुआत में कुछ साझेदारियां हुईं, लेकिन वो मैच को खत्म नहीं कर सके।" उन्होंने यह भी कहा कि विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान को जसप्रीत बुमराह के खिलाफ संभलकर खेलना चाहिए था। इस विकेट से भारत को वापसी करने और मैच जीतने का मौका मिला। भारत की पारी 19 ओवर में 119 रन पर सिमट गई थी लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान को 20 ओवर में सात विकेट पर 113 रन पर रोक दिया। भारत की जीत के हीरो रहे प्लेयर ऑफ द मैच जसप्रीत बुमराह जिन्होंने जब जरूरत पड़ी तब विकेट निकाला। बुमराह ने चार ओवर में मात्र 14 रन देकर तीन विकेट झटके। हार्दिक पांड्या ने 24 रन पर दो विकेट लिए जबकि अर्शदीप सिंह और अक्षर पटेल ने एक-एक विकेट लिया। भारत की यह लगातार दूसरी जीत है, जबकि पाकिस्तान को लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा है।

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मैंने दबाव को संभालना और उसे प्रेरणा में बदलना सीख लिया है : नीरज चोपड़ा

मौजूदा ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक में अपने स्वर्ण पदक को डिफेंड करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने दावा किया है कि वह पेरिस ओलंपिक में देश की उम्मीदों को टूटने नहीं देंगे। नीरज चोपड़ा ने टोक्यो 2020 में पुरुषों के जैवलिन थ्रो इवेंट में 87.58 मीटर थ्रो कर जीत पक्की करते हुए ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बनकर इतिहास रचा था। पेरिस 2024 से पहले, चोपड़ा ने जियो सिनेमा के 'गेट सेट गोल्ड' पर दिनेश कार्तिक से बात की और उन्होंने यह भी बताया कि वो पेरिस 2024 में दबाव का सामना कैसे करेंगे। चोपड़ा को पेरिस 2024 में मेडल जीतने के लिए पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक माना जा रहा है।

नीरज ने कहा, "दबाव तो है, क्योंकि पूरे देश की उम्मीदें मुझ पर टिकी हैं। लेकिन धीरे-धीरे मैंने दबाव को संभालना और दबाव को प्रेरणा में बदलना सीख लिया है। इसलिए हम इसके लिए तैयार हैं। विश्व चैंपियन 2023 ने बताया कि कैसे उनकी टोक्यो 2020 जीत और उनकी हालिया विश्व चैंपियनशिप जीत ने भारतीय एथलीटों को साबित कर दिया कि वे अपने खेल में सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए सभी मानसिक बाधाओं को पार कर सकते हैं। नीरज ने कहा, "भारतीय एथलीटों की मानसिकता बदल रही है। पहले हम सोचते थे कि विदेशी एथलीट मजबूत हैं और उनके साथ प्रतिस्पर्धा करना कठिन है, पदक जीतना या ओलंपिक स्वर्ण जीतना कठिन है। लेकिन अब जब ऐसा हुआ है, तो मुझे एहसास हुआ कि यह सिर्फ एक मानसिक बाधा है। "टोक्यो के बाद भी, मैं पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में था और फिर से मैंने स्वर्ण पदक जीता। अब मुझे यकीन हो गया है कि यह सिर्फ एक मानसिक बाधा है और कुछ नहीं।"

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