बाबा सिद्दीकी को राजकीय सम्मान के साथ किया गया सुपुर्दे खाक, हत्याकांड में पुणे से हुई तीसरी गिरफ्तार

पुलिस ने हत्याकांड में शुभम लोनकर के भाई प्रवीण लोनकर को पुणे से गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस के अनुसार, वह उन साजिशकर्ताओं में से एक है, जिसने शुभम लोनकर के साथ मिलकर धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम को साजिश में शामिल किया था। आगे की जांच जारी है।

बाबा सिद्दीकी को राजकीय सम्मान के साथ किया गया सुपुर्दे खाक, हत्याकांड में पुणे से हुई तीसरी गिरफ्तार
बाबा सिद्दीकी को राजकीय सम्मान के साथ किया गया सुपुर्दे खाक, हत्याकांड में पुणे से हुई तीसरी गिरफ्तार
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नवजीवन डेस्क

एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक कर दिया गया। इससे पहले सिद्दीकी के घर के बाहर ही उनकी नमाज-ए-जनाजा अदा की गई। उसके बाद पार्थिव शरीर को कब्रिस्तान लाया गया, जहां बाबा सिद्दीकी के पार्थिव शरीर को पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

इसी बीच रविवार देर शाम बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शुभम लोनकर के 28 वर्षीय भाई प्रवीण लोनकर को पुणे से गिरफ्तार कर लिया गया। मुंबई पुलिस के अनुसार, वह उन साजिशकर्ताओं में से एक है, जिसने शुभम लोनकर के साथ मिलकर धर्मराज कश्यप और शिवकुमार गौतम को साजिश में शामिल किया था। आगे की जांच जारी है।


बाबा सिद्दीकी के पार्थिव शरीर को उनके बांद्रा स्थित आवास से कब्रिस्तान ले जाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थकों की भीड़ मौजूद रही। कब्रिस्तान में मुस्लिम रिवाजों के अनुसार, पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया। बाबा सिद्दीकी के जनाजे के समय सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार के लोगों को ही जाने की इजाजत थी। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे।

दरअसल, शनिवार रात एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी घात लगाकर हमला किया गया था। उन्हें तीन गोली लगी थी। उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों के मुताबिक, उनके पेट और छाती पर गोली लगी थी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के नाम शिवा, धर्मराज और गुरमेल हैं। शिवा और धर्मराज उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले हैं। इन दोनों का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, जबकि गुरमेल हरियाणा का रहने वाला है।


धर्मराज और गुरमेल को गिरफ्तार कर लिया गया है। शिवा फरार है। बताया जा रहा है कि उसे इस हत्या की सुपारी दी गई थी। आरोपियों के पास से 28 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने पुणे में रहकर रेकी की थी। इसके बाद फायरिंग की पूरी पटकथा तैयार की गई। पुलिस आरोपियों से यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दोनों को हथियार कहां से मिले?

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