दिल्ली के कंझावला केस में बड़ी कार्रवाई, मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में 11 पुलिस कर्मी सस्पेंड
कंझावला की घटना कंझावला की है। बताया जाता है कि 1 जनवरी की सुबह एक राहगीर ने कार के पीछे लाश घिसटती देखी थी। इसके बाद उसने पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी थी।

दिल्ली के कंझावला मौत मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। लापरवाही बरतने के आरोप में 11 पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस ने दी है। यह वो पुलिस कर्मी हैं जो बीती 31 दिसंबर 2022 और 1 जनवरी 2023 की दरमियानी रात को रोहिणी जिले में पीसीआीर और पिकेट पर तैनात थे।
जिन 11 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है, उनमें दो सब इंस्पेक्टर, चार असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, चार हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल हैं। इनमें से 6 पीसीआर ड्यूटी पर थे और 5 घटना के दिन पिकेट पर तैनात थे। उसी रात को अंजलि को कार से 12 किमीटर तक घसीटा गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
पुलिस कर्मियों पर की गई से पहले दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह की ओर से एक रिपोर्ट सौंपी गई थी। कहा जा रहा है कि रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। साक्ष्य के आधार पर पुलिस कंझावला केस के आरोपियों पर हत्या की धारा 302 के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए थे। खबरों के मुताबिक, गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में एक रिपोर्ट तैयार की थी। खबरों में कहा जा रहा है कि रिपोर्ट के आधार पर ही लापरवाही बरते ने वाले पुलिस कर्मियों पर अब कार्रवाई की गई है।
यह घटना कंझावला की है। बताया जाता है कि 1 जनवरी की सुबह एक राहगीर ने कार के पीछे लाश घिसटती देखी थी। इसके बाद उसने पुलिस को इस संबंध में जानकारी दी थी। पुलिस को उसने बताया था कि वह लगभग सुबह 3.15 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, इसी दौरान उसने कार को आते देखा था। उसने यह भी बताया कि वह सुबह 5 बजे तक पुलिस से संपर्क में था। लेकिन कोई भी पुलिस कर्मी मौके पर नहीं पहुंचा। यही नहीं उसने बेगमपुर तक कार का पीछा भी किया था।
Google न्यूज़, नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें
प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia