बिहारः अब पूर्णिया में जादू-टोना करने के संदेह में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या, तेजस्वी ने सरकार को घेरा

तेजस्वी यादव ने घटना पर कहा कि पूर्णिया में एक ही परिवार के पांच लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया। डीके टैक्स के कारण बिहार में अराजकता चरम पर है। डीजीपी/मुख्य सचिव बेबस हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।

अब पूर्णिया में जादू-टोना करने के संदेह में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या, तेजस्वी ने सरकार को घेरा
अब पूर्णिया में जादू-टोना करने के संदेह में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या, तेजस्वी ने सरकार को घेरा
user

नवजीवन डेस्क

बिहार में अपराध की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पटना, सिवान, नालंदा के बाद अब पूर्णिया में जादू-टोना के संदेह में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। इस घटना को लेकर एक बार तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है।

पूरी घटना पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के टेटगामा गांव की है, जहां एक ही परिवार के पांच लोगों को डायन के आरोप में पहले पीट-पीटकर मार डाला गया और फिर शव पर तेल डालकर जलाकर फेंक दिया गया। पुलिस ने सभी पांचों शव को केसरिया बहियार से बरामद कर लिया है। पुलिस ने हत्या के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस मृतकों की पहचान का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने घटना को लेकर दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। तेजस्वी ने बिहार में हाल-फिलहाल में हुई कई अन्य हत्याओं का भी जिक्र किया। उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "पूर्णिया में एक ही परिवार के पांच लोगों को जिंदा जलाकर मार दिया। डीके टैक्स के कारण बिहार में अराजकता चरम पर है। डीजीपी/मुख्य सचिव बेबस हैं। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।" उन्होंने कहा, "परसों सिवान में तीन लोगों की नरसंहार में मौत। बीते दिनों बक्सर में नरसंहार में तीन की मौत। भोजपुर में नरसंहार में तीन की मौत। अपराधी सतर्क, मुख्यमंत्री अचेत। भ्रष्ट भूंजा पार्टी मस्त, पुलिस पस्त। डीके की मौज, क्योंकि डीके ही असल बॉस।"


बताया जाता है कि गांव के ही रामदेव उरांव के बेटे की झाड़-फूंक के दौरान मौत हो गई थी और दूसरे बेटे की तबीयत बिगड़ रही थी। आरोप है कि इसी के बाद गांव वालों ने मौत की वजह डायन को मानते हुए एक परिवार को निशाना बनाया। आरोप लगाया कि इसी परिवार ने रामदेव के बेटे को बीमार किया। प्रत्यक्षदर्शी परिवार के एक अन्य सदस्य सोनू का कहना है कि गांव के ही करीब 50 से 70 लोग रात को घर में घुसे और लोगों की लाठी-डंडे से पिटाई करने लगे।

आरोप है कि बाबूलाल उरांव, सीता देवी, मनजीत उरांव, रनिया देवी और तपतो मोसमत को लोगों ने पहले बुरी तरह पीटा और फिर उन्हें जिंदा जलाकर मार डाला। ‎घटना की जानकारी मिलने के बाद जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सहित कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई। सभी शवों को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस इस मामले में नकुल कुमार सहित दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना के बाद गांव में तनाव है।


पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, "जिस इलाके में यह वारदात हुई, वह पूरी तरह से आदिवासी इलाका है। यह मामला झाड़-फूंक और तंत्र-मंत्र से जुड़ा है। सभी शवों को बरामद कर लिया गया है। सभी जली अवस्था में हैं। पूर्णिया के डीआईजी प्रमोद कुमार मंडल ने कहा, “शुरुआती जांच से पता चलता है कि टेटमा गांव में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की पहले जादू-टोना करने के शक में हत्या की गई। ऐसा लगता है कि आरोपियों ने फिर उनके शवों को झाड़ियों में जला दिया। घटना रविवार रात की है।” मंडल ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और जांचकर्ताओं की सहायता के लिए फॉरेंसिक विशेषज्ञ तथा श्वान दस्ता भी मौजूद है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia