गाजियाबाद क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता लगी हाथ, 2019 से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी को दबोचा, गुजरात में कर रहा था ये काम
पिछले कई सालों से आरोपी अलग-अलग जगहों पर नाम बदल कर अलग-अलग काम कर रहा था। हाल फिलहाल में यह गुजरात में ट्रेनों की सफाई करने वाली एक कंपनी में सुपरवाइजर के पोस्ट पर तैनात था।
![फोटो: सोशल मीडिया](https://media.assettype.com/navjivanindia%2F2023-03%2F09712e95-94ff-45f7-966f-d17a75de6416%2FGhaziabad.jpg?rect=0%2C0%2C1050%2C591&auto=format%2Ccompress&fmt=webp)
गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। 2019 से फरार चल रहे एक शातिर आरोपी को क्राइम ब्रांच की टीम में गिरफ्तार किया है। इस पर 50 का इनाम घोषित था। पिछले कई सालों से यह अलग-अलग जगहों पर नाम बदल कर अलग-अलग काम कर रहा था। हाल फिलहाल में यह गुजरात में ट्रेनों की सफाई करने वाली एक कंपनी में सुपरवाइजर के पोस्ट पर तैनात था।
इस पर लूट, स्नैचिंग के दर्जनों मामले अलग-अलग थानों में दर्ज है। यह इससे पहले भी कई बार जेल जा चुका है। क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद की टीम ने कई सालों से गैंगस्टर एक्ट में वांछित आरोपी प्राण सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में प्राण सिंह ने बताया कि वह बोलता वैशाली, बिहार का रहने वाला है और उसके पिता पश्चिम बंगाल में एलआईसी एजेंट का काम करते थे। कमाई कम होने की वजह से वह गाजियाबाद आकर मजदूरी का काम करने लगा फिर धीरे-धीरे उसने 2018 में यहां पर अपना एक गैंग बना लिया। जिसके साथ मिलकर यह मोबाइल लूट, स्नैचिंग, लूटपाट आदि की घटनाओं को अंजाम देने लगा। प्राण सिंह 2018 में गिरफ्तार हुआ था और उसके बाद जमानत पर छूट गया, इसके बाद एक बार फिर यह 2019 में गिरफ्तार हुआ और फर्जी जमानती के जरिए यह बाहर आ गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जमानत के बाद यह मुंबई चला गया और वहां पर मोटरबोट चलाने का काम करने लगा। 2022 में यह गुजरात के अंकलेश्वर पहुंचा और वहां पर ओबीएसएच कंपनी जो ट्रेनों की सफाई का काम करती है उसमें सुपरवाइजर के तौर पर काम करने लगा। फिलहाल अभी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है और इस पर कार्रवाई की जा रही है।
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