झारखंडः गुमला में रेप के आरोपी दो युवकों को भीड़ ने आग में झोंका, एक ने तोड़ा दम, दूसरे की हालत गंभीर

बगल के गांव के आरोपियों ने बस का इंतजार कर रहे परिवार की 17 वर्षीय लड़की को गांव पहुंचाने के लिए बाइक पर लिफ्ट दी थी। बाद में माता-पिता घर लौटे तो बेटी घर पर नहीं मिली। तलाश शुरू हुई तो वह बगल के गांव में बदहवास मिली। उसके साथ दोनों युवकों ने रेप किया था।

फोटोः IANS
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नवजीवन डेस्क

झारखंड के गुमला शहर से सटे वसुआ अंबाटोली गांव में एक नाबालिग किशोरी से रेप की घटना से गुस्साये ग्रामीणों ने आरोपी दो युवकों को खूब पीटा और उन पर केरोसिन छिड़ककर आग लगा दी। बुरी तरह झुलसे युवकों में एक सुनील उरांव ने गुरुवार सुबह रांची के रिम्स में दम तोड़ दिया, जबकि दूसरे युवक आशीष उरांव की भी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना बुधवार रात की है। इसे लेकर दो गांवों के बीच जबर्दस्त तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस मौके पर कैंप कर रही है।

घटना के बारे में बताया गया कि गांव का एक परिवार गुमला के भंडरा में एक वैवाहिक समारोह में भाग लेने के बाद अपने गांव लौटने के लिए बस का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान बगल के गांव वसुआ पोकटोली के दो युवक मोटरसाइकिल से वहां पहुंचे। उन्होंने बस का इंतजार कर रहे परिवार की 17 वर्षीय किशोरी को गांव तक पहुंचाने के लिए मोटरसाइकिल पर लिफ्ट दे दी। चूंकि दोनों युवक बगल के गांव के थे और परिवार से पूर्व परिचित थे, इसलिए माता-पिता ने लड़की को उनके साथ भेज दिया।


बाद में लड़की के माता-पिता घर लौटे तो बेटी घर पर नहीं मिली। तलाश शुरू हुई तो वह बगल के गांव में बदहवास हाल में मिली। उसके साथ दोनों युवकों ने रेप किया था। इसकी खबर गांव के लोगों को हुई तो भीड़ इकट्ठा हो गयी। गुस्साये लोगों ने थोड़ी देर में ही दोनों युवकों को बगल के गांव में पकड़ लिया। दोनों की पिटाई करते हुए वसुआ अंबाटोली गांव लाया गया और इसके बाद दोनों पर किरोसिन छिड़ककर आग लगा दी गयी। उनकी बाइक भी आग के हवाले कर दी गयी।

घटनास्थल गुमला जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर है। पुलिस को घटना की जानकारी मिली तो बुरी तरह झुलसे दोनों युवकों को पहले गुमला सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें रिम्स रांची रेफर कर दिया गया। रिम्स में गुरुवार लगभग 11 बजे एक युवक सुनील उरांव की मौत हो गयी। जबकि दूसरे आरोपी आशीष उरांव की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।


इस घटना के बाद बसुआ अंबाटोली और बसुआ पोकटोली गांव के लोगों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। गुरुवार सुबह युवकों के गांव के लोगों ने लाठी-डंडों के साथ लड़की के गांव की ओर बढ़ने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। एसडीपीओ मनीष चंद्र लाल ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। पीड़िता और प्रत्यक्षदर्शियों का बयान दर्ज करने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।

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