नेवी कर्मचारी विशाल ने पाकिस्तान को लीक की ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी, दिल्ली मुख्यालय में था तैनात
विशाल यादव ने स्वीकार किया है कि उसने जो जानकारी पाकिस्तानी महिला हैंडलर को दी थी उसके बदले में उसे लगभग 2 लाख रुपये मिले थे। इसमें से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए मिले 50 हजार रुपये भी शामिल हैं।

भारतीय नौसेना के एक कर्मचारी को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में जयपुर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी का नाम विशाल यादव है, जो हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाला है। वह दिल्ली में नौसेना मुख्यालय में तैनात था। आरोप है कि उसने 50,000 रुपये में रक्षा मामलों से जुड़ी अहम जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर को लीक किया, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी भी शामिल है। गिरफ्तारी के बाद कई एजेंसियां यादव से पूछताछ कर रही हैं।
खबर के मुताबिक, विशाल यादव दिल्ली में स्थित नौसेना भवन के डॉकयार्ड निदेशालय में अपर डिवीजन क्लर्क के पद पर तैनात है। पुलिस महानीरिक्षक विष्णु कांत गुप्ता ने बताया कि विशाल यादव ने यह अहम जानकारी एक महिला पाकिस्तानी हैंडलर को दी। इस महिला ने खुद को भारतीय बताया था। विशाल फेसबुक के जरिये महिला के संपर्क में आया था।
आईजी विष्णु कांत गुप्ता ने कहा, ‘विशाल यादव ने स्वीकार किया है कि उसने जो जानकारी पाकिस्तानी महिला हैंडलर को दी थी उसके बदले में उसे लगभग 2 लाख रुपये मिले थे। इसमें से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी देने के लिए मिले 50 हजार रुपये भी शामिल हैं। विशाल यादव को इसमें से कुछ भुगतान क्रिप्टोकरेंसी के जरिए भी किया गया था।’
पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस पूरे मामले की शुरुआत फेसबुक के जरिये हुई, जहां पाकिस्तानी हैंडलर ने अपनी फर्जी आईडी ‘प्रिया शर्मा’ के नाम से बनाई हुई थी और उसने विशाल यादव को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। कुछ ही समय में दोनों के बीच लगातार बातचीत होने लगी और बाद में वे व्हाट्सएप और फिर टेलीग्राम पर भी एक-दूसरे से बात करने लगे।
पुलिस ने बताया कि विशाल यादव को शुरुआत में थोड़ी-थोड़ी रकम मिली, जो 5000 से 6000 के बीच में थी। यह रकम थोड़ी कम अहमियत वाली सूचनाओं के लिए दी गई थी लेकिन पाकिस्तानी हैंडलर ने उससे कहा कि वह उसे कुछ ठोस जानकारी दे। इसके बाद उसने ज्यादा पैसे के लालच में रक्षा मामलों से जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी हैंडलर से शेयर करना शुरू कर दिया।
आईजी गुप्ता ने आगे बताया, ‘उसे पैसे का लालच दिया गया और उसने नेवी हेडक्वार्टर्स से अहम जानकारी को लीक कर दिया।’ उन्होंने बताया, ‘सोशल मीडिया पर उसकी एक्टिविटी की मॉनिटरिंग करने और इस बात को कंफर्म करने के बाद कि उसके पाकिस्तानी हैंडलर से संबंध हैं, पूछताछ के लिए उसे हिरासत में ले लिया गया।’
विशाल यादव रेवाड़ी के पुनसिका गांव का रहने वाला है। उसके बारे में पता चला है कि वह ऑनलाइन गेमिंग का लती है। मामले की जांच कर रहे अफसरों का मानना है कि ऑनलाइन गेमिंग के दौरान ही वह जासूसों के जाल में फंस गया। उसके फोन का फॉरेंसिक एनालिसिस करने से कई अहम सबूत मिले हैं। इसमें फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन, इंक्रिप्टेड चैट और डिफेंस से जुड़ी बहुत सारी सामग्री भी शामिल है, जो पाकिस्तान हैंडलर के साथ शेयर की गई थी। इस मामले में एजेंसियां तमाम पहलुओं से जांच कर रही हैं।
बता दें कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चल रहे कई आतंकी ठिकानों पर 6-7 मई की रात एयर स्ट्राइक की थी। एयर स्ट्राइक में भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह करने का दावा किया है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश के कई शहरों में ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिन पर आरोप है कि वे पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे। इनमें हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का नाम काफी चर्चा में रहा। इसके अलावा गुजरात के कच्छ जिले के रहने वाले सहदेवसिंह दीपूभा गोहिल और पंजाब के मोहाली से एक यूट्यूबर जसबीर सिंह को भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
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