पेटीएम ग्राहकों का डेटा चोरी, कंपनी मालिक की सेक्रेटरी ने डेटा के बदले मांगी करोड़ों की रंगदारी

पेमेंट वॉलेट पेटीएम से इसके ग्राहकों का सारा डाटा चोरी हो गया, और यह डाटा लौटाने के एवज चोरों ने पेटीएम के मालिक विजय शेखर शर्मा से 20 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी। मामला पुलिस तक पहुंचा, और शर्मा की सेक्रेटरी समेत तीन पेटीएम कर्मचारी गिरफ्तार कर लिए गए। लेकिन पूरा डाटा अभी बरामद नहीं हुआ है।

फोटो : सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

जानकारी के मुताबकि पेटीएम के मालिक विजय शेखर शर्मा से कंपनी का डेटा चोरी कर 20 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने वाले 3 लोगों को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए तीनों शख्‍स पेटीएम में ही काम करते हैं, इनमें कंपनी के मालिक विजय शेखर की महिला सेक्रेटरी भी शामिल है। यह महिला वाइस प्रेसीडेंट के पद पर तैनात है।

रंगदारी की शिकायत पेटीएम के मालिक विजय शेखर शर्मा ने नोएडा के एसएसपी से की थी, जिसके बाद सेक्टर-20 थाने की पुलिस ने विजय शेखर से रंगदारी के आरोप में तीनों कर्मचारियों को गिरफ्तार किया।

पुलिस पूछताछ में पता चला है कि विजय शेखर की महिला सेक्रेटरी ने अपने दूसरे सहयोगियों की मदद से कंपनी में ग्राहकों का अरबों रुपये का महत्वपूर्ण डेटा चोरी कर लिया था। इसके बाद इन लोगों ने विजय शेखर शर्मा से इस डाटा के एवज़ 20 करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग की थी। पुलिस ने सर्विलांस और साइबर सेल की मदद से इनकी गिरफ्तारी की है।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार की गई महिला का नाम सोनिया धवन है। वह कंपनी के मालिक विजय शेखर शर्मा का निजी काम भी देखती थी। उसने एक अन्य कर्मचारी देवेंद्र की मदद से कंपनी का गोपनीय डाटा चोरी कर लिया। इसके बाद वह कंपनी मालिक को ब्लैकमेल कर 20 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने लगी। इस पूरे प्रकरण में सोनिया का पति रूपक जैन भी शामिल है।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सिंतबर में विजय शेखर शर्मा से 20 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी और न देने की स्थिति में गोपनीय डेटा सार्वजनिक करने की धमकी दी थी। बताया जा रहा है कि कंपनी मालिक आरोपियों को दो लाख रुपये दे भी चुके थे। इसके बाद भी आरोपी अब भी कंपनी मालिक से 10 करोड़ रुपये की और मांग कर रहे थे।

हालांकि इस मामले में एक आरोपी अभी भी फरार है. पुलिस चोरी किए गए डेटा को भी रिकवर करने की कोशिश कर रही है. जब तक फरार आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाता, तब तक पुख्ता तौर पर ये नहीं कहा जा सकता कि कितना डेटा इन लोगों के पास था. पुलिस ये भी पता करने की कोशिश कर रही है कि कहीं इन लोगों ने डेटा का गलत इस्तेमाल तो नहीं किया.

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Published: 22 Oct 2018, 6:43 PM