अमेरिका ने आखिरी समय में रद्द की ‘टू प्लस टू वार्ता’, क्या बढ़ रही है मोदी और ट्रंप के बीच दूरी?

अमेरिका के आखिरी समय में टू प्लस टू वार्ता स्थगित करने की वजह से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को अपना अमेरिका दौरा रद्द करना पड़ा है।

फोटोः सोशल मीडिया
फोटोः सोशल मीडिया
user

नवजीवन डेस्क

अमेरिका ने भारत के साथ आगामी 6 जुलाई को होने वाली मंत्रिस्तरीय बेहद अहम ‘टू प्लस टू वार्ता’ अंतिम समय में रद्द कर दी है। इसकी वजह से भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को अपना अमेरिका दौरा रद्द करना पड़ा है। अमेरिका की ओर से अंतिम समय में इस वार्ता को रद्द करने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है। हालांकि, अमेरिकी विदेश विभाग ने इस वार्ता के रद्द होने पर दुख जताया है और जल्द भविष्य में दोबारा वार्ता शुरु करने की बात कही है।

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल पॉम्पिओ ने कुछ देर पहले ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बात कर अमेरिका द्वारा टू प्लस टू वार्ता स्थगित किये जाने पर खेद जताया। एक दूसरे ट्वीट में रवीश कुमार ने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री पॉम्पिओ ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से जल्द भविष्य में भारत या अमेरिका में कहीं भी फिर से वार्ता करने के लिए दोनों पक्षों के सुविधा वाली तारीख तय करने पर सहमति मांगी है।

गौरतलब है कि यह टू प्लस टू वार्ता भारत और अमेरिका के बीच के संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही थी। अमेरिका के वॉशिंगटन में होने वाली इस वार्ता में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिका के विदेश मंत्री माइकल पोम्पिओ और अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस को भाग लेना था, जिसमें शामिल होने के लिए दोनों भारतीय नेता जल्द ही अमेरिका रवाना होने वाली थीं। लेकिन आखिरी समय में अमेरिका द्वारा इस वार्ता को स्थगित करने के बाद दोनों नेताओं ने अपना दौरा रद्द कर दिया है।

इससे पहले भी यह वार्ता एक बार रद्द की जा चुकी है। इससे पहले इस साल की शुरुआत में निर्धारित इस वार्ता को स्थगित किया गया था। बता दें कि 2017 में पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान भारत और अमेरिका के बीच टू प्लस टू वार्ता पर सहमति बनी थी। इस अहम वार्ता का मकसद दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते और सहयोग को बढ़ाना और मजबूत करना है। आगामी 6 जुलाई को होने वाली टू प्लस टू वार्ता के दौरान दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर से संबंधित मुद्दों पर सहमति बनने की उम्मीद थी।

बता दें कि एक दिन पहले ही अमेरिका ने भारत और चीन समेत सभी देशों को ईरान से तेल आयात बंद करने का अल्टीमेटम जारी किया है। बीते 8 मई को ईरान के साथ परमाणु समझौते से अलग होने के बाद अब अमेरिका ईरान पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है। इसी के तहत अमेरिका ने ईरान से तेल खरीदने वाले सभी देशों को 4 नवंबर तक आय़ात बंद करने को कहा है। बता दें कि भारत और चीन ईरान से तेल के सबसे बड़ा आयातक देशों में से हैं। भारत ईरान से तेल आयात करने वाला दुनिया का दूसरा और चीन तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश है।

Google न्यूज़नवजीवन फेसबुक पेज और नवजीवन ट्विटर हैंडल पर जुड़ें

प्रिय पाठकों हमारे टेलीग्राम (Telegram) चैनल से जुड़िए और पल-पल की ताज़ा खबरें पाइए, यहां क्लिक करें @navjivanindia