अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: भारत ने 2021 के लिए 5जी पर बड़ा दांव लगाया और नए साल में ईडी-टेक फर्म में विकास के आसार

भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के पास वर्तमान में 5जी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए निवेश और निर्माण को लेकर वित्तीय कमी कमी है। साल 2020 कई कारणों से भारत में शिक्षा क्षेत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा।

फोटो : सोशल मीडिया
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रवि प्रकाश @raviprakash24

भारत ने 2021 के लिए 5जी पर बड़ा दांव लगाया


वर्ष 2020 के बीतने में अब चंद दिन ही बाकी हैं और विश्व एक नए दशक में प्रवेश करने जा रहा है। साल 2020 को मानव स्मृति में सबसे विघटनकारी वर्ष के रूप में याद किया जाएगा। जैसे ही महामारी दुनियाभर में फैली, वह दूरसंचार नेटवर्क और प्रौद्योगिकी सेवाएं ही थीं, जिसने लोगों को आपस में जोड़े रखा। व्यापक लॉकडाउन के बावजूद 4जी नेटवर्क वैश्विक अर्थव्यवस्था को बनाए रखने में कामयाब रहा। हालांकि वैश्विक आर्थिक गतिविधि काफा मंद पड़ गई, मगर लोगों के पास उनके घरों पर इंटरनेट के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा, सूचना और मनोरंजन की पहुंच बरकरार रही। उच्च गति वाली दूरसंचार सेवाओं के लिए यह काफी महत्वपूर्ण समय रहा। उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि अब भारत की टेलीकॉम स्टोरी को पुनर्जीवित करने और भविष्य की प्रौद्योगिकियों को तेजी से पेश करने के प्रति मानसिकता में बदलाव आया है।

इस महीने की शुरुआत में प्रौद्योगिकी मामलों के दूरसंचार विभाग (डीओटी) के सदस्य के. रामचंद ने कहा था कि वह जल्द ही नीलामी के लिए 5जी स्पेक्ट्रम बैंड की घोषणा करेंगे। यह एक स्पष्ट संकेत है कि 5जी को अपनाना अब सरकार के लिए प्राथमिकता है। अधिकांश भारतीय दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के पास वर्तमान में 5जी पारिस्थितिकी तंत्र के लिए निवेश और निर्माण को लेकर वित्तीय कमी कमी है, लेकिन सरकार ने संकेत दिया है कि वह प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार है।

साल 2021 में ईडी-टेक फर्म में विकास के आसार


साल 2020 कई कारणों से भारत में शिक्षा क्षेत्र के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। इस दौरान सरकार द्वारा ऑनलाइन शिक्षण पद्धति का प्रसार किया गया और इसके बारे में लोगों को जानकारी दी गई। तकनीक का शिक्षा के क्षेत्र में काफी अहमियत है। इस साल शिक्षा के क्षेत्र में ईडी-टेक कंपनियों का काफी प्रसार देखने को मिला और इन्हें बड़े पैमाने पर स्वीकार भी किया गया।

टैलेंटएज भारत की एक ऐसी ही प्रमुख ईडी-टेक फर्म है, जिनके द्वारा पहली बार वर्चुअल दुनिया के माध्यम से उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा तक बेहतर पहुंच बनाने के लिए सीखने की एक नई व इंटैरेक्टिव पद्धति को पेश किया गया। इस साल अधिक जानकारी लेने, साझेदारी के लिए व एडमिशन के चलते पिछले दो सालों में इनका सबसे अधिक मुनाफा हुआ।

साल 2020 में ऑनलाइन एजुकेशन का काफी बोलबाला देखने को मिला। ऐसे में मार्केट में लुभावने ऑफर्स के साथ कई अन्य कंपनियों ने भी एंट्री ली। एक अनुमान के मुताबिक, इस दौरान 4,500 से अधिक ईडी-स्टार्टअप्स ने अपनी दस्तक दी। इसमें टैलेंटएज के अलावा एरुडिटस, वेदांतु और बाइजस शामिल हैं।


गूगल पिक्सल 6 को अंडर-डिस्प्ले सेल्फी कैमरा के साथ किया जाएगा पेश : रिपोर्ट


पिक्सल 5 के बाद अब गूगल अगले साल अपने स्मार्टफोन पिक्सल 6 को लॉन्च कर सकता है और अब एक नए पेटेंट में इस बात का संकेत मिला है कि डिवाइस में अंडर-स्क्रीन सेल्फी स्नैपर मिल सकता है। टेकरडार की रिपोर्ट के मुताबिक, पेटेंट में इसके बारे में अधिक विस्तार से तो नहीं बताया गया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह कैमरा स्क्रीन के नीचे ही होगा।

जेडटीई अंडर-डिस्प्ले फ्रंट शूटर के साथ एक स्मार्टफोन को पहले से पेश कर चुका है और शाओमी व ओप्पो भी अपने प्रोटोटाइप में इसका खुलासा कर चुके हैं। साल 2021 में पेश होने वाले सैमसंग गैलेक्सी जेड फोल्ड 3 में भी इस तकनीक के होने की उम्मीद की जा रही है।

पेटेंट में फोन के कई अन्य विवरणों की भी जानकारी दी गई है, जिनमें बेसिक डिजाइन से लेकर मेन कैमरा का लोकेशन तक शामिल है।

देश में इस्पात का उत्पादन नवंबर में 3.5 प्रतिशत बढ़ा


नए साल की शुरूआत से पहले ही, भारतीय इस्पात क्षेत्र ने नवंबर में कच्चे इस्पात के उत्पादन में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए अपनी खोई हुई चमक वापस पा ली है। वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन (डब्ल्यूएसए) की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, देश का कच्चा इस्पात उत्पादन नवंबर महीने में 92.45 लाख टन रहा, जबकि पिछले साल इसी महीने के दौरान उत्पादन 89.33 लाख टन रहा था, जो आर्थिक गतिविधियों में एक बड़ी तेजी का संकेत दे रहा है।

इस्पात उत्पादन में वृद्धि बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में देखी जाने वाली वृद्धि का एक संकेतक भी है, जहां अर्थव्यवस्था को सामान्य स्थिति में लाने के लिए सरकार की ओर से बहुत सी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है।


आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर नया पैसेंजर ट्रैकिंग सिस्टम शुरू


राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे ने सोमवार को प्रतीक्षा समय को कम करने, परिचालन क्षमता बढ़ाने और सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए यात्री प्रवाह का प्रबंधन करने के उद्देश्य से टर्मिनल-3 पर एक नई यात्री ट्रैकिंग प्रणाली शुरू की। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) के अनुसार, हवाईअड्डे पर यात्रियों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण प्रदान करने के लिए कई इनोवेटिव उपाय पेश किए हैं।

डायल ने एक बयान में कहा है कि उसने हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर एक्सओविस का पीटीएस सॉफ्टवेयर लगाया है, जिससे किसी भी समय हवाईअड्डे के किस क्षेत्र में कितने यात्री हैं और यात्रियों को कितना इंतजार करना पड़ रहा है, इसकी रीयल टाइम की जानकारी मिलती रहेगी।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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