अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: भारत-चीन के रिश्ते बिगड़े तो आएगी बड़ी आर्थिक सुनामी और शेयर बाजार में रहेगा उतार-चढ़ाव

घरेलू शेयर बाजार में आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान फ्यूचर्स एवं ऑप्शंस अनुबंधों की एक्सपायरी के चलते उतार-चढ़ाव बना रहेगा। यदि दोनों देशों के बीच में हालात नहीं सुधरे तो आने वाले समय में बड़ा आर्थिक झटका लग सकता है।

फोटो: सोशल मीडिया
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नवजीवन डेस्क

एफएंडओ अनुबंधों की एक्सपायरी के चलते शेयर बाजार में रहेगा उतार-चढ़ाव

घरेलू शेयर बाजार में आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान फ्यूचर्स एवं ऑप्शंस अनुबंधों की एक्सपायरी के चलते उतार-चढ़ाव बना रहेगा। वहीं, वैश्विक बाजारों पर अमेरिका और चीन के बीच तकरार और कोरोना के कहर का साया लगातार बना हुआ है, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी रहेगा। घरेलू कारकों में मानसून के रुख और टेलीकॉम कंपनियों से जुड़े एजीआर मामले की सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई पर निवेशकों की नजर रहेगी। बीते सप्ताह भारतीय शेयर बाजार उतार-चढ़ाव के बीच साप्ताहिक आधार पर मजबूती के साथ बंद हुआ और प्रमुख संवेदी सूचकांकों में एक फीसदी से ज्यादा की बढ़त रही। आगामी कारोबारी सप्ताह के दौरान गुरुवार को अगस्त महीने के फ्यूचर्स एवं ऑप्शंस अनुबंधों की समाप्ति हो रही है जिसके बाद कारोबारी अगले महीने के अनुबंधों में अपना पोजीशन बनाएंगे। लिहाजा, घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

आईफोन 12 के लिए मामूली घटकों पर कटौती कर सकता है ऐप्पल : रिपोर्ट

ऐप्पल अपने आगामी आईफोन 12 को 5जी सपोर्ट के साथ पेश करने जा रहा है। ऐसे में नुकसान की भरपाई करने के चलते कंपनी की चाह बैटरी बोर्ड जैसे कुछ मामूली घटकों की लागत में कटौती करने की है। ऐप्पल के विश्लेषक मिंग-ची कुओ के मुताबिक, सब-6 गीगाहट्र्ज 5जी तकनीक को अपनाने से ऐप्पल की लागत में 5619.70 से 6368.99 रुपये तक का इजाफा हो रहा है जबकि मिलीमीटर वेव तकनीक का खर्चा 9366.16 से 10115.46 रुपये तक का बैठ रहा है। मैक रूमर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कीमतों में इस इजाफे को देखते हुए कंपनी अन्य किसी भी घटक पर लागत में कटौती करना चाह रही है। कुओ का मानना है कि बैटरी बोर्ड में आपूर्तिकतार्ओं को कीमत में भारी कटौती देखने को मिल सकती है क्योंकि कंपनी इस क्षेत्र में हल्के-फुल्के लेयर्स के साथ कुछ साधारण और छोटे डिजाइन पर विचार कर रही है।


एक हफ्ते में पेट्रोल 1.06 रु प्रति लीटर हुआ महंगा, डीजल स्थिर

पेट्रोल के दाम में रविवार को फिर लगातार चौथे दिन बढ़ोतरी हुई। बीते आठ दिनों में सिर्फ एक दिन को छोड़ कर बाकी सात दिन पेट्रोल के दाम में वृद्धि की गई है और इन सात दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 1.06 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। तेल विपणन कंपनियों ने रविवार को पेट्रोल के दाम में दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में 14 पैसे जबकि चेन्नई में 12 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की। हालांकि डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम बढ़कर क्रमश: 81.49 रुपये, 83.01 रुपये, 88.16 रुपये और 84.52 रुपये प्रति लीटर हो गया। हालांकि, चारों महानगरों में डीजल की कीमत क्रमश: 73.56 रुपये, 77.06 रुपये, 80.11 रुपये और 78.86 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर बनी हुई है।

स्पाइस जेट ने एम्सटर्डम से लंबी दूरी की कार्गो उड़ान का परिचालन किया

बजट एयरलाइंस कंपनी स्पाइसजेट ने शनिवार को एम्सटर्डम से मुंबई तक एयरबस ए 340 विमान का इस्तेमाल कर अपनी पहली लंबी दूरी की कार्गो (मालवाहक) उड़ान का परिचालन किया। एयरलाइंस ने एक बयान में कहा, "स्पाइसजेट यूरोप से नॉन-स्टॉप कार्गो सेवाओं को संचालित करने वाला पहला और एकमात्र भारतीय एयरलाइंस कंपनी है।" बयान में आगे कहा गया कि अपने अंतर्राष्ट्रीय कार्गो नेटवर्क में नीदरलैंड्स को शामिल करते हुए, स्पाइसजेट ने 13 टन माल की आपूर्ति मुंबई में की।

एयरलाइंस के अनुसार, एयरबस ए 380 मालवाहक विमान रविवार को मुंबई से सूडान के खार्तूम के लिए उड़ान भरेगा। स्पाइसजेट ने कहा, "ए 380 मालवाहक विमान 23 अगस्त को मुंबई से खार्तुम के लिए उड़ान भरेगा जिसमें 40 टन माल होगा।" इसने कहा कि यह स्पाइसजेट की अफ्रीका की पहली नॉन-स्टॉप उड़ान होगी। एयरलाइंस ने इससे पहले रास अल-खैमाह (यूएई) के माध्यम से सूडान के लिए उड़ान भरी थी।


भारत-चीन के रिश्ते बिगड़े तो ऑटो, कॉस्मेटिक समेत हर क्षेत्र में आएगी बड़ी आर्थिक सुनामी

लद्दाख में चीनी सैनिकों की घुसपैठ, भारतीय जवानों के साथ हिंसक झड़प के बाद भारत दबे पांव धीरे-धीरे पड़ोसी मुल्क को आर्थिक झटका देने की तैयारी कर रहा है। कारोबारी गलियारा भी इसे लेकर तंग चल रहा है। ऑटोमोबाइल, फार्मास्युटिकल्स, कॉस्मेटिक का सामान बनाने से लेकर तमाम क्षेत्र के कारोबारियों को लग रहा है कि यदि दोनों देशों के बीच में हालात नहीं सुधरे तो आने वाले समय में बड़ा आर्थिक झटका लग सकता है।

भारत-चीन आयात-निर्यात के जानकारों का कहना है कि कोविड-19 के संक्रमण से अर्थव्यस्था से जितनी बड़ी चोट पहुंची है, उससे कहीं बड़ी आर्थिक सुनामी आने जैसे हालात भविष्य में पैदा हो सकते हैं।

वाणिज्य मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल का मुख्य फोकस घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने, चीन से आयात की निर्भरता घटाने पर है। इसको लेकर वह कारोबारी क्षेत्र के तमाम उद्यमियों, संगठनों और संस्थाओं से चर्चा कर रहे हैं।

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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