अर्थ जगत की 5 बड़ी खबरें: ईद के लिए सजे हैं बाजार,पर कम हैं खरीददार और कोरोना के साये में रहेगा शेयर बाजार!

दिल्ली के कई इलाकों में अब सम-विषम के आधार पर बाजार खुलने लगे हैं। लेकिन बाजार में खरीददार कम ही हैं। भारतीय शेयर बाजार पर आगामी कारोबारी सप्ताह में अमेरिका और चीन के बीच तकरार और कोरोना के गहराते प्रकोप का साया बना रहेगा।

फोटो: IANS
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नवजीवन डेस्क

शेयर बाजार पर रहेगा अमेरिका-चीन तकरार, कोरोना के कहर का साया

भारतीय शेयर बाजार पर आगामी कारोबारी सप्ताह में अमेरिका और चीन के बीच तकरार और कोरोना के गहराते प्रकोप का साया बना रहेगा। हालांकि, प्रमुख कंपनियों के पिछले वित्त वर्ष के वित्तीय नतीजों और फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस अनुबंधों की एक्सपायरी को लेकर घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर बना रह सकता है।

अमेरिका और चीन के बीच तकरार में अब नया मोड़ आ गया है। कोरोनावायरस की उत्पति को लेकर चीन की मंशा पर शक के साथ-साथ व्यापार के मसले पर अमेरिका और चीन पहले से ही टकराव की मुद्रा में हैं और अब हांगकांग के नागरिकों की अधिकारों का हनन करने वाले चीन के नए कानून को लेकर इस टकराव में एक नया अध्याय जुड़ गया है। सप्ताह के दौरान इस दिशा में होने वाले घटनाक्रमों पर बाजार की नजर होगी।

दिल्ली : ईद के लिए सजे हैं बाजार, पर कम हैं खरीददार

दिल्ली के कई इलाकों में अब सम-विषम के आधार पर बाजार खुलने लगे हैं। करोलबाग इलाके में मोबाइल मार्केट से लेकर कपड़ों की दुकानें, ऑटो पार्ट्स, ऑटो रिपेयर, खाने-पीने की दुकानें, जूस, मिठाई आदि की दुकानें खुल चुकी हैं। हालांकि खरीदार इनमें से केवल कुछ ही दुकानों को नसीब हो पा रहे हैं। सोमवार को ईद के मद्देनजर यहां करोल बाग में खाने-पीने और मिठाई की दुकानों पर ग्राहक नजर आए। जिन दुकानों पर खरीदार मौजूद थे, वहां सोशल डिस्टेंसिंग की कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं थी। दुकानों पर मौजूद ग्राहकों और स्वयं दुकानदारों में सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर कोई खास सजगता नहीं दिखाई दी। लोग एक-दूसरे से सटकर कई स्थानों पर खरीदारी करते दिखाई पड़े, खासतौर से मिठाइयों और खाने-पीने की दुकानों पर।

कुछ एक स्थानों पर कपड़े की दुकानों पर भी कई ग्राहक नजर आए। कुछ महिलाएं घरों के लिए नए पर्दे, सजावट के सामान खरीदती दिखाई दीं। करोल बाग में कपड़े की दुकान चलाने वाले गुरबख्श आहूजा ने कहा, बाजार में आधी दुकानें खुल रही हैं, लेकिन ग्राहक एक-चौथाई भी नहीं हैं। दिन भर की दुकानदारी में महज चार-पांच ग्राहक ही खरीदारी के लिए आ रहे हैं।


अगस्त से पहले मजदूरों की वापसी मुश्किल, खुल नहीं रही फैक्टरियां

कोरोना महामारी के संक्रमण के डर से जो मजदूर वापस गांव लौट चुके हैं उनके वापस औद्योगिक नगरों में लौटने की संभावना फिलहाल नहीं दिख रही है। उद्योग संगठनों का कहना है कि अगस्त से मजदूरों के वापस काम पर लौटने की उम्मीद नहीं है।

श्रमिकों के अभाव के चलते जिन फैक्टरियों को लॉकडाउन के दौरान भी खोलने की इजाजत दी गई है वो भी खुल नहीं रही हैं। जो खुली भी हैं वो बहुत कम क्षमता के साथ चल रही हैं।

कान्फेडरेशन ऑफ इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री के पूर्व अध्यक्ष संजय जैन का कहना है कि जो मजदूर गांव लौट चुके हैं उनके जल्द वापस लौटने की उम्मीद नहीं है, इसलिए कपड़ा फैक्टरियां हों या कोई न्य उनमें मजदूरों के अभाव में काम-काज सुचारू ढंग से नहीं चल पाएगा

मारुति सुजुकी के मानेसर संयंत्र में कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव

मारुति सुजुकी इंडिया के मानेसर संयंत्र में कामकाज बहाल हुए मात्र 10 दिन हुए थे कि यहां 22 मई को एक कर्मचारी को घातक कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि संक्रमण के एक और मामले की संभावना हो सकती है, जिसके बारे में अभी पता चला है और अधिक जानकारी मंगाई जा रही है।

प्रवक्ता ने कहा कि हमारे कारखाने में 15 मई तक सबके स्वास्थ्य सामान्य थे। 22 मई को हमारा एक कर्मचारी कोरोनावायरस जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया है। उसका निवास क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में आता है, इसलिए वह 15 मई के बाद काम पर नहीं आया।"

प्रवक्ता ने कहा, "कंपनी ने जिला प्रशासन को सूचित कर दिया है। कर्मचारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत सामान्य है। कंपनी सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार उसे सभी चिकित्सा सहायता और देखभाल उपलब्ध करा रही है।"

आईएएनएस के इनपुट के साथ

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