अर्थजगतः भारत-पाक तनाव से सेंसेक्स 589 अंक टूटा और दो दिन में 8.88 लाख करोड़ रुपये घट गई निवेशकों की संपत्ति
भारतीय रिजर्व बैंक ने जालंधर स्थित इंपीरियल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द करने की शुक्रवार को जानकारी दी। ऋणदाता के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाएं न होने के कारण यह कदम उठाया गया।

भारत-पाक तनाव से शेयर बाजार गिरा, सेंसेक्स 589 अंक टूटा
एक्सिस बैंक में बिकवाली और भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों सेंसेक्स और निफ्टी में खासी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती बढ़त को गंवाते हुए 588.90 अंक यानी 0.74 प्रतिशत टूटकर 79,212.53 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 1,195.62 अंक टूटकर 78,605.81 अंक पर आ गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी में दूसरे दिन भी गिरावट जारी रही और यह 207.35 अंक यानी 0.86 प्रतिशत गिरकर 24,039.35 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में अदाणी पोर्ट्स, एक्सिस बैंक, इटरनल (जोमैटो), बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, मारुति, बजाज फाइनेंस, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और एनटीपीसी में सबसे अधिक गिरावट हुई। दूसरी तरफ, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 2.56 प्रतिशत और मिडकैप सूचकांक में 2.44 प्रतिशत की गिरावट आई।
क्षेत्रवार सूचकांकों में सेवा खंड में 3.11 प्रतिशत, उपयोगिता खंड में 2.96 प्रतिशत, रियल्टी में 2.87 प्रतिशत, बिजली में 2.77 प्रतिशत, उपभोक्ता विवेकाधीन वस्तुओं में 2.28 प्रतिशत, औद्योगिक वस्तुओं में 2.19 प्रतिशत और पूंजीगत सामान में 2.06 प्रतिशत की गिरावट हुई। वहीं आईटी क्षेत्र में तेजी रही। बीएसई पर 3,246 शेयरों में गिरावट आई, जबकि 719 शेयर बढ़कर बंद हुए और 119 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।
दो दिन में 8.88 लाख करोड़ रुपये घट गई निवेशकों की संपत्ति
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव और मुनाफावसूली होने के कारण शेयर बाजारों में दो दिनों में आई गिरावट के दौरान निवेशकों की संपत्ति 8.88 लाख करोड़ रुपये घट गई। बीएसई सेंसेक्स शुक्रवार को 588.90 अंक यानी 0.74 प्रतिशत गिरकर 79,212.53 पर बंद हुआ। इसके पहले बृहस्पतिवार को भी सेंसेक्स लगातार सात सत्रों के बाद गिरावट के साथ बंद हुआ था। इस तरह दो कारोबारी सत्रों में बीएसई सूचकांक में कुल 903.96 अंक यानी 1.12 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
इस वजह से बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण इन दो दिनों में 8,88,975.14 करोड़ रुपये घटकर 4,21,58,900.91 करोड़ रुपये (4.93 लाख करोड़ डॉलर) रह गया।विशेषज्ञों ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया। लेमन मार्केट्स डेस्क के विश्लेषक सतीश चंद्र अलूरी ने कहा कि बीते दिनों हुई तेज बढ़त के बाद निवेशकों ने सप्ताहांत से पहले मुनाफावसूली करना पसंद दिया। इस वजह से भी बाजार में दबाव बना।
RBI ने इंपीरियल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस किया रद्द
भारतीय रिजर्व बैंक ने जालंधर स्थित इंपीरियल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द करने की शुक्रवार को जानकारी दी। ऋणदाता के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावनाएं न होने के कारण यह कदम उठाया गया। पंजाब सरकार के सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार से भी बैंक को बंद करने और बैंक के लिए एक परिसमापक नियुक्त करने का आदेश जारी करने का अनुरोध किया गया है। परिसमापन पर, प्रत्येक जमाकर्ता जमा बीमा और ऋण गारंटी निगम (डीआईसीजीसी) से अपनी जमा राशि का पांच लाख रुपये तक पा सकेगा।
आरबीआई ने कहा कि बैंक के आंकड़ों के अनुसार 97.79 प्रतिशत जमाकर्ता डीआईसीजीसी से अपनी पूरी जमा राशि पा सकेंगे। डीआईसीजीसी ने 31 जनवरी, 2025 तक कुल बीमित जमाराशियों में 5.41 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही कर दिया है। इंपीरियल अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक का लाइसेंस रद्द करने के कारणों के बारे में आरबीआई ने कहा कि बैंक का जारी रहना उसके जमाकर्ताओं के हित में नहीं है, और अगर बैंक को आगे भी बैंकिंग कारोबार जारी रखने की अनुमति दी गई तो इससे जनहित पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। आरबीआई ने कहा, ‘‘अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति के कारण बैंक अपने जमाकर्ताओं को भुगतान करने में असमर्थ होगा।’’
GST अपीलीय न्यायाधिकरणों के लिए नियम अधिसूचित
सरकार ने माल एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (प्रक्रिया) नियमों को अधिसूचित कर दिया है जिसमें आवेदनों की अनिवार्य ई-फाइलिंग और मिलेजुले ढंग से सुनवाई का प्रावधान किया गया है। नियमों में यह भी प्रावधान है कि अगर आवेदक दोपहर 12 बजे से पहले कोई अत्यावश्यक मामला दायर करता है और यदि आवेदन सभी मामलों में पूर्ण है, तो उसे अगले कार्य दिवस को ही अपीलीय न्यायाधिकरण के समक्ष सूचीबद्ध किया जाएगा। कुछ अपवादों में अपीलीय न्यायाधिकरण या अध्यक्ष की विशेष अनुमति से दोपहर 12 बजे के बाद लेकिन दोपहर तीन बजे से पहले किए गए आवेदन को अगले दिन सूचीबद्ध किया जा सकता है।
जीएसटी से संबंधित विवादों को सुलझाने के लिए एक महत्वपूर्ण निकाय जीएसटीएटी की पीठें सुबह 10:30 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक और दोपहर 2:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक बैठेंगी। ये कार्य अवधि अध्यक्ष के किसी भी आदेश के अधीन होंगी। माल और सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (प्रक्रिया) नियम, 2025 के अनुसार अपीलीय न्यायाधिकरण के प्रशासनिक कार्यालय सभी कार्य दिवसों में सुबह 9:30 बजे से शाम छह बजे तक खुले रहेंगे।सरकार ने पिछले साल मई में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) संजय कुमार मिश्रा को जीएसटी अपीलीय न्यायाधिकरण (जीएसटीएटी) का पहला अध्यक्ष बनाया था।
मारुति सुजुकी इंडिया का चौथी तिमाही का मुनाफा 4 प्रतिशत गिरा
मारुति सुजुकी इंडिया ने शुक्रवार को बताया कि वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 4.29 प्रतिशत घटकर 3,711.1 करोड़ रुपए रह गया। जबकि, पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 3,877.8 करोड़ रुपए था। स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, मार्च 2025 की तिमाही में कंपनी का कुल खर्च सालाना आधार पर 8.55 प्रतिशत बढ़कर 37,585.5 करोड़ रुपए हो गया। हालांकि, कंपनी का परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 5.86 प्रतिशत बढ़कर 38,848.8 करोड़ रुपए हो गया, जो एक साल पहले 36,697.5 करोड़ रुपए था। ऑटोमेकर ने कुल आय में भी मामूली वृद्धि दर्ज की, जो तिमाही के दौरान 40,674 करोड़ रुपए रही, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में यह 38,235 करोड़ रुपए थी। कंपनी की ईबीआईटीडीए से पहले की कमाई 4,264.5 करोड़ रुपए रही। कंपनी ने अपनी फाइलिंग में कहा कि ईबीआईटीडीए मार्जिन 10.5 प्रतिशत रहा।
मुनाफे में गिरावट के बावजूद, कंपनी के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2025 के लिए 135 रुपए प्रति शेयर के रिकॉर्ड अंतिम लाभांश की सिफारिश की है, जो कंपनी से घोषित अब तक का सबसे अधिक लाभांश है। यह आगामी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में शेयरधारकों के अप्रूवल के अधीन है। लाभांश के लिए रिकॉर्ड तिथि 1 अगस्त है और भुगतान 3 सितंबर को किया जाएगा। कंपनी ने अपनी फाइलिंग में कहा, "31 मार्च को समाप्त वर्ष के लिए इक्विटी शेयरों पर लाभांश, अगर आगामी वार्षिक आम बैठक में घोषित किया जाता है तो सदस्यों को शुक्रवार, 1 अगस्त (रिकॉर्ड तिथि) को कारोबारी घंटों के अंत में भुगतान किया जाएगा। लाभांश के भुगतान की तिथि 3 सितंबर है।" यह 19वीं बार है, जब मारुति सुजुकी इंडिया ने लाभांश घोषित किया है। पिछले वर्षों में, कंपनी ने अगस्त 2024 में 125 रुपए प्रति शेयर, अगस्त 2023 में 90 रुपए प्रति शेयर और अगस्त 2022 में 60 रुपए प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा की थी। शुक्रवार के कारोबारी दिन कंपनी के शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 244 रुपए या 2.05 प्रतिशत की गिरावट के बाद 11,650 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुए।
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